अप्रैल 2015 की लोकप्रिय कहानियाँ
Best Stories Published in April 2015
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हाय दोस्तो, मेरा नाम राज है, मैं महाराष्ट्र का हूँ. पुणे बेलगाम हाइवे पर मेरा गांव है. आशा करता हूँ कि यह मेरी पहली सच्ची कहानी ‘मेरी गर्लफ्रेंड के चुत में दो लंड …’ आपको पसंद आएगी.
कहानी का पिछ्ला भाग : जन्नत का अहसास है गांड चुदाई-1
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दोस्तो, आज मैं आपको दोस्त की बहन की चुत चुदाई की सच्ची इंडियन सेक्स कहानी बताने जा रहा हूँ जो मेरे साथ 4 महीने पहले एक शादी में हुआ।
प्रिय अन्तर्वासना पाठको
प्रेषक : सोमी रघुवंशी
अब तक आपने पढ़ा कि मेरे दूध चूसने से मैडम मदहोश होने लगीं.. वे थोड़ी देर बाद अकड़ गईं।
प्रेषक : राहुल कटारिया
प्रेषिका – पिंकी सेक्सी
मुझे सरूर सा होने लगा, मग की बजाए मैंने पजामे के ऊपर से उसके लंड को पकड़ लिया।
मेरा नाम आर्यन है, मैं 22 साल का हूँ और दिल्ली में रहता हूँ। मैं बहुत दिनों से इस साईट का पाठक हूँ तो मैंने सोचा कि मैं भी अपनी सच्ची कहानी आप लोगों के लिए लिखूँ।
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कहानी के पहले भाग
काला हीरा और जूही की चूत चुदाई
हैलो.. मेरा नाम मनोज है, मैं जयपुर का रहने वाला हूँ, टीचर हूँ। मेरी उम्र 25 साल है.. मेरा लंड 7 इंच का है। मुझे हमेशा से ही शादीशुदा औरतें अच्छी लगती हैं।
बहू के नितम्बों को सहलाने के बाद तो उसका भी तनकर खड़ा हो गया था, इधर अनीता के अन्दर का सैलाब भी उमड़ने लगा, उसके तन-बदन में वासना की हजारों चींटियाँ काटने लगी थीं।
अब तक आपने पढ़ा..
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मिताली और उनके पति पंकज सहारनपुर में रहते थे, पंकज सरकारी बैंक में नौकरी करते थे, लेकिन उनका तबादला पटियाला हो गया था तो वे अपना कुछ सामान पटियाला लेकर जा रहे थे, वैसे तो काफ़ी सामान उन्होंने छोटे ट्रक से भेज दिया था पर कांच की कुछ चीज़ें, क्रॉकरी आदि अपनी कार से लेकर जा रहे थे।
मेरी चूत चुदाई की कहानी में पढ़ें कि मेरी चूत के अंदर जबरदस्त आग लगी हुई थी और वह कब से पानी छोड़ रही थी. पानी से मेरी पैंटी भी पूरी तरह से गीली हो चुकी थी.
एक एक हुक खुलता हुआ ऐसे अलग हो जाता था जैसे बछड़ा बंधन छूटकर भागा हो। सारे हुक खोलकर उसने पीठ से ब्लाउज के दोनों हिस्सों को फैला दिया। गोरी पीठ सफेद ब्रा के फीते की हल्की-सी धुंधलाहट को छोड़कर जगमगाने लगी। दोनों तरफ बगलों से चिपके ब्लाउज के पल्ले उलटकर अपने ही भार से उसकी त्वचा से अलग होने लगे। रेशमा ब्रा के फीते में उंगली फँसाकर खींची, “बाप रे, कितना टाइट पहनती हो !” कहते हुए उसने ब्रा की हुक भी खोल दी।
अब तक आपने पढ़ा कि मालती और श्यामा ने मुझे एक लड़के के लंड से चुदवा ही दिया था.
मैं अन्तर्वासना का दैनिक पाठक हूँ, यह एक ऐसी जगह है जहाँ लोग अपने दिलों की अनकही इच्छाएँ व बातें लिख सकते हैं।
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