मुँहबोली ममेरी बहन चुद गई मुझसे
नमस्कार दोस्तो !
नमस्कार दोस्तो !
मेरे प्यारे प्यारे दोस्तो, मेरा नाम मन्जू वर्मा है, और मैं अभी 56 साल की हूँ। मैं एक वृद्ध आश्रम में रहती हूँ। अब देखा जाए तो अभी मैं इतनी बूढ़ी भी नहीं हुई हूँ कि मैं किसी वृद्ध आश्रम में रहूँ, मगर मेरा बेटा मुझे यहाँ छोड़ गया है। यहाँ तो बहुत ही बूढ़े लोग हैं, और मैं सबसे छोटी हूँ, अभी तो मेरे बाल भी आधे से ज़्यादा काले हैं।
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मेरा नाम कमल है, जालन्धर का रहने वाला हूँ। अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है। यह चुदाई की कहानी दस साल पुरानी है। मेरी उमर तब 30 साल थी।
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पिछले भाग में आपने पढ़ा –
राज अग्रवाल
दोस्तो, अन्तर्वासना में मैंने जब कहानियाँ पढ़ी तो मेरा भी मन हुआ कि मैं भी अपने बारे में अन्तर्वासना के पाठकों को बताऊँ!
रात दो बजे तक मेरी और मेरी ननद की चूत, गांड की मेरे जीजा और ननद के भाई से चुदाई चलती रही, उसके बाद हम वहीं सो गए।
प्रेषक – ए बी सी एक्स वाई ज़ेड
प्रेषक : दीपक चौधरी
हैलो फ्रेन्ड्स, मेरा नाम राघव है और अभी मैं 23 साल का हूँ। ये उस वक़्त की बात है जब मैं कोटा के एक कोचिंग इन्स्टिट्यूट में पीएमटी की तैयारी कर रहा था। उस वक्त मेरी उम्र 18 साल थी।
तीन चार किलोमीटर चलने के बाद मैंने देखा कि सड़क से कुछ दूर पर कोई खड़े होकर शायद आवाज़ दे रहा है।
लेखक : वीरेंदर
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कुलदीप दहिया
जब मैं एक एक करके अपने कपड़े उतार रही थी तब अजीब सी बेचैनी हो रही थी! पूरे कपड़े उतरे तो शीशे के सामने मैंने खुद को देखा!
मेरा नाम रज है, मैं देलहि का रेहने वला हून मैं आप के सथ मेरा सेक्स अदवेनतुरे शरे करना चहथा हून मुचे ये वेब सिते से कुशि होई जो हुम इस वेब सिते पेर अपने सेक्स सतोरिएस भेज सकथे है मेरि फ़मिली मे मैं, मेरा बदा भै, भाभी, मोम और दद है मेरे भै कि शद्दि तवो येअरस पेहले एक बोहथ कुबसूरथ लदकि से होई थि जिस का नाम सनेहा है शदि के 2 महिने बद मेरा भै सनदा चला गया। भै के जने के बद सनेहा यने भाभी से मैं बोहथ करिब होगया उनके सभि काम मैन हि करथा हून और उनका बोहत रेसपेसत भि करथा था कयोन के वो बोहथ पोलिते नतुरे कि है और उनहो ने मेरे लिये भि बोहथ कुच किया। लैकिन मैने कभि ये नहि सोचा था के सनेहा भाभी के साथ ऐसा होजयेगा
मैंने एक तरफ से कामना का नाइट गाऊन उसके नीचे से निकालने के लिये जैसे ही खींचा कामना से अपने नितम्ब ऊपर करके तुरन्त नाइट गाऊन ऊपर करने में मेरी मदद की। मैंने कामना के ऊपरी हिस्से को बिस्तर से उठाकर नाइट गाऊन को उसके बदन से अलग कर दिया…
अन्तर्वासना के सभी पाठको को मेरा नमस्कार!
मेरे प्यारे दोस्तो, मेरी एक फ्रेंड की संगत के कारण ये मेरी रियल सेक्स स्टोरी बन गई है. उसको मैं अच्छी तरह से जानती थी. कॉल गर्ल बनने के बाद मैं उसके साथ कई बार एक ही बिस्तर पर अलग अलग लंडों से चुद भी चुकी थी. जब कभी भी उसको कहती हूँ कि यार बहुत दिन हो गए हैं… तो वो समझ जाती है कि मेरी चुत में खुजली हो रही है और मेरे लिए किसी लंबे और मोटे लंड का इंतज़ाम करवा देती है. वो मुझे अपने साथ ले जाकर खुद भी चुदती है और मुझे भी चुदवा देती है. इससे दो फ़ायदे हो जाते हैं, एक चुत ठंडी हो जाती है और दूसरा पॉकेट में कुछ माल भी आ जाता है.
अनीता नई-नवेली दुल्हन के रूप में सजी-सजाई सुहागरात मनाने की तैयारी में अपने पलंग पर बैठी थी, थोड़ा सा घूँघट निकाल रखा था जिसे दो उंगलियों से उठाकर बार-बार कमरे के दरवाजे की ओर देख लेती।
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दोस्तो, मैं राज आर्य एक बार फिर से हाजिर हूँ एक नई कहानी के साथ!