पुस्तक प्रेम से यौन आनन्द तक
नमस्कार दोस्तो,
नमस्कार दोस्तो,
प्रेषक : नीरज गुप्ता- उस्ताद जी
संता और बंता एक चार इंजन वाले हवाई जहाज में यात्रा कर रहे थे। अचानक जहाज के नीचे की तरफ से जोर की आवाज आई ।
आप इस कहानी का शीर्षक पढ़कर ही समझ गए होंगे, आज आपको मैं अपने दुखी दिल की बात बताने जा रही हूँ।
लेखिका: लीना वर्मा
सवेरे फिर मित्र से बात हुई… वो बोले- रात में जो नहीं कर सकी…
अपनी असफलता से दुखी होकर मैंने वंदना की आँखों में देखा और उसने मेरी मुश्किल को भांप लिया… अब हम दोनों ने एक दूसरे के होठों को आजाद कर दिया था और मैं इस उधेड़बुन में था कि वो खुद अपने कुरते को निकलेगी या फिर मुझे कोई इशारा देगी…
प्रेषक : सावन शर्मा
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मेरी सेक्स कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे प्रमोद ने सफलतापूर्वक अपनी देसी बीवी को पेरिस के एक बीच पर पूरी नंगी कर लिया और समुद्र के पानी में छिप पर खुलेआम चुदाई भी कर डाली.
लेखिका : मोनिका
इस लेख में किसी कुँवारी लड़की के साथ पहली बार सम्पूर्ण सम्भोग की विधि बताई गई है। इसे हिन्दी में कौमार्य-भंग, योनिछेदन, सील तोड़ना व अंग्रेज़ी में Deflowering या Defloration कहते हैं। यह किसी भी लड़की के लिए उसके जीवन की एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण घटना होती है जिसे वह ज़िंदगी भर नहीं भूल सकती।
अब तक आपने पढ़ा..
‘ओह नो … इट्स हॉरीबल …’ मेरे मुँह से शब्द निकले. अन्दर जो हो रहा था, उसे देख कर मैं शॉक हो गयी थी. अन्दर दादाजी सोनल के पास बैठे थे और अपने हाथों से सोनल का गाउन ऊपर उठाया हुआ था. वे उसके पैरों पर अपने हाथ घुमा रहे थे. धीरे धीरे उनका हाथ उसकी जांघों की तरफ बढ़ने लगा था. उनकी उंगलियां सोनल की पैंटी के बॉर्डर पर घूम रही थीं और एक उंगली उसकी चूत की दरार पर पैंटी के ऊपर घूम रही थी. कुछ ही पलों में उन्होंने अपना पूरा हाथ सोनल के त्रिकोणीय खजाने पर रखा और उसकी चूत को मसलने लगे.
मेरा नाम मयूर है. मैं 22 साल का हूँ. मैं सूरत का रहने वाला हूँ. मेरे लंड की साइज़ 5 इंच है. मुझे भाभी और आंटी बहुत पसंद हैं. मैं आज आपको अपने जीवन में घटी एक मस्त देसी कहानी सुनाने जा रहा हूँ. ये देसी चुदाई की कहानी आपको पसंद आएगी ऐसी मैं आशा रखता हूँ.
ये ममेरी बहन की चुदाई कहानी पूरी तरह से काल्पनिक सोच पर आधारित है.
कुछ साल पहले की बात है, मैं दिल्ली में बस से महिपालपुर से कनाट प्लेस जा रहा था, समय लगभग शाम के सात बजे रहा होगा, सर्दी होने की वजह से अँधेरा जल्दी हो गया था।
मैं- मैंने हर्ष सर के साथ जो किया था, नादानी में किया था, मेरी भूल थी पर आज तो मैंने सोच समझ कर अपने दिल से किया है तभी शायद मैं दिल से खुद को तृप्त महसूस कर रही हूँ। थैंक्स यू राहुल!
नीलेश बोला- यार, शायद इंटरवल होने वाला है, अपन थोड़ा सीधे बैठ जाते हैं।
अब तक आपने पढ़ा..
डिलीवरी से पहले डॉक्टर ने गर्भवती औरत से पूछा- क्या आप डिलीवरी के वक़्त बच्चे के बाप को अपने पास देखना चाहती हैं?
दोस्तो कैसे हो.. सभी लड़कियों और भाभियों को मेरे लंड का सलाम और सब लड़कों को प्रणाम।
देशी चुदाई की कहानी में पढ़ें कि मैं चूची में दर्द के इलाज के लिए डॉक्टर के पास गयी तो उस हरामी डॉक्टर ने कैसे मेरी वासना को जगा कर मेरी चूत की सील तोड़ दी.
कहानी का पिछला भाग: फुफेरी बहन की सील तोड़ी-2
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम महेश कुमार है, मैं सरकारी नौकरी करता हूँ। मैं आपको पहले भी बता चुका हूँ कि मेरी सभी सेक्सी स्टोरीज काल्पनिक हैं जिनका किसी से भी कोई सम्बन्ध नहीं है, अगर होता भी है तो यह मात्र सँयोग ही होगा।