चार मजदूरों से एक साथ चुदाई – Hot Sex Kahani Hindi Antarvasna
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हैलो दोस्तो.. दोस्तो.. मेरा नाम बिग बी है (बदला हुआ).. मैं 33 साल का हूँ.. मेरी लम्बाई 5’6″ है और मैं काफी स्मार्ट दिखता हूँ.. और मैं एक अच्छे परिवार से हूँ।
आप भूले न हों तो मैंने आपको अपने बारे में कई बातें बताई हैं। मूलतः भोपाल का रहने वाला हूँ लेकिन लखनऊ में रहता हूँ। रिश्तेदारों में एक खाला कानपुर में रहती हैं और इस मंच पर रहते, जो अपनी सबसे पहली कहानी
कैसे हो दोस्तो?
अब तक आपने पढ़ा..
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प्रिय अन्तर्वासना के पाठको !
दोस्तो, हाल ही में मुझे भेजी गई एक कहानी आपके सामने पेश कर रहा हूँ. जिसने भेजी है उसी के शब्दों में पेशेनजर है.
इस कहानी का पिछला भाग: कामवासना पीड़िता के जीवन में बहार-1
गार्डन सेक्स की हिंदी कहानी में पढ़ें कि मैं अपने चोदू यार के साथ गार्डन में आ गयी. मैंने पेंटी नहीं पहनी हुई थी. उसने मुझे पेड़ की आड़ में कैसे चोदा?
दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है, आशा करता हूँ आप लोगों को पसंद आएगी।
नमस्कार दोस्तो, मैं प्रेम प्रकाश उम्र 24 वर्ष, कद 5 फीट 9 इंच, गोरा रंग भरा हुआ बदन। मैं छतीसगढ़ के एक छोटे शहर से हूँ। अपनी पढाई पूरी करने के बाद मैं राजधानी रायपुर में जॉब कर रहा हूँ।
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Pyar Ka Izhar Nahi Kar Pa Raha
अब तक आपने पढ़ा है कि विकास अपने सास ससुर की देखभाल करने के लिये देहरादून जाता है, यहाँ उसकी सास विकास की साली नीति को भी बुला लेती हैं।
अपनी पिछली कहानी
सभी अन्तर्वासना पढ़ने वाले पाठकों को और गुरु जी कोटि कोटि प्रणाम !
मैंने भी उसकी इच्छा का पूरा सम्मान किया और जितना हो सके उसकी चूचियों को अपने मुँह में भर लिया और मज़े से चूसने लगा।
मेरा पुराना आशिक मेरे होने वाले पति को बता रहा था कि कैसे उसने अपने रिश्तेदार से मिल कर मेरी चूत और गांड की चुदाई की थी.
मेरा नाम कमल है, 24 साल का हूँ, और 3 साल से दिल्ली में कॉल-बॉय का काम कर रहा हूँ, कॉल-बॉय अब मेरी रोजी बन चुकी है। मैं अपना विज्ञापन समाचार-पत्रों और इन्टरनेट पर देता रहता हूँ। मेरी सर्विस बड़े-बड़े होटलों और ग्राहकों के घर पर होती है। मेरी सर्विस चाहे एक महिला को देनी हो या फिर अमीर महिलाओं की पार्टी में अपनी सर्विस देनी हो मेरा काम उन महिलाओं को खुश करने का होता है।
कहानी का पिछला भाग : एक कुंवारे लड़के के साथ-1
बस शहर से निकल कर गाँव की तरफ चल पड़ी, खस्ताहाल सड़क पर बस हिचकोले खाते हुए चली जा रही थी, वत्सला तो आसपास के नज़ारे देखने में मग्न थी और अपने मोबाइल से फोटो शूट करती जा रही थी, मैं उसका चक्षु-चोदन करता रहा, लार टपकाता रहा और वत्सला आस पास के नज़ारे देखने, उन्हें मोबाइल में कैद करने में लगी रही।
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कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि अपने शहर वापस आने के बाद मुझे किस्मत ने फिर से रायपुर मोनी के घर पहुंचा दिया. रायपुर पहुंचने के बाद मैंने मोनी के घर जाने से पहले ही कॉन्डोम का पैकेट ले लिया था और रात को जब सोने का समय हुआ तो …
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को जॉर्डन का प्यार भरा नमस्कार।