जरूरतमंद
अन्तर्वासना के पाठकों को नमस्कार। इससे पहले मेरी कई कहानियाँ
अन्तर्वासना के पाठकों को नमस्कार। इससे पहले मेरी कई कहानियाँ
आपकी फेहमिना एक नई चुदाई की कहानी लेकर आपके सामने हाजिर है। यह हिंदी सेक्स स्टोरी मुझे मेरे एक फेसबुक दोस्त ने भेजी है, आशा करती हूँ कि आप सभी को यह सेक्स कहानी बहुत पसंद आएगी। तो कहानी का मजा लीजिये।
रवि
कुछ ही दिनों में मुझे काम-दर्शन का सिलसिला रोकना पड़ा क्योंकि छुट्टियों के कारण मेरी दो बुआ (डैडी की बड़ी बहनें) अपने बच्चों के साथ हमारे यहाँ रहने के लिए आ गई।
अन्तर्वासना के प्रबुद्ध पाठको, मेरी बात ध्यान से पढ़िए और अपनी राय मुझे दीजिए।
प्रेषक : अजय शास्त्री
प्रेषिका/प्रेषक ?: पुष्पा सोनी/संजय ?
इमरान
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार.. मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ. काफी सारी कहानियां पढ़ने के बाद मैं अपनी जिंदगी में घटी घटना लिख रहा हूँ.
पिछले भाग में आपने देखा कि मैंने तनु को किस तरह प्यार किया और अपना दीवाना बनाया अब आगे..
नमस्ते दोस्तो, मैं करीब 4 साल से अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ. यह कहानी मेरा पहला अनुभव है, जो कि इसी दिसंबर महीने में हुआ.
🔊 यह कहानी सुनें
टाइम ग्यारह से ज्यादा हो गया, मैं ऊपर वाली कोठरी में जाकर लेट गया।
आपने अब तक की इस सेक्स स्टोरी में पढ़ा..
नमस्कार दोस्तो, आपको कहानी थोड़ी लंबी जरूर लग रही होगी, पर कहानी की सभी कड़ियाँ आपस में जुड़ी हुई हैं इसलिए आप सभी कड़ीयों को ध्यान और सब्र के साथ पढ़ें।
हैलो दोस्तो, कैसे हो आप सब?
मेरा नाम रीना शर्मा है। यह कहानी उस वक्त की है जब मेरी शादी हुए छ: महीने हो चुके थे।
दोस्तो, मैं सन्नी आहूजा एक बार फिर से आपके सामने हाज़िर हूँ। मुझे नहीं पता था मेरी कहानी बहन की सहेली को चोदा को इतना अच्छा रिस्पॉन्स मिलेगा..
🔊 यह कहानी सुनें
दोस्तो, मेरी हिंदी सेक्स स्टोरीज को पढ़ने के बाद आपके द्वारा भेजी गयी प्यारी प्यारी कमेन्ट से मुझे हौसला मिलता है और आप सभी के लिये आगे कुछ और लिखना आसान हो जाता है। इसलिये दोस्तो आप अपने कमेन्ट मुझे नीचे दिये गये मेल पर भेजते रहिये ताकि मेरा हौसला कायम रहे।
आपकी सारिका कंवल
मित्रो, मेरी पिछली कहानी
नमस्ते दोस्तो, एक बार मैं फिर आपके सामने अपनी नई कहानी के साथ हाज़िर हूँ। वैसे तो मैं अपना परिचय अपनी पिछली कहानी ‘तनु- मेरा पहला प्यार’ में दे ही चुका हूँ। लेकिन फिर भी उनके लिए, जिन्होंने मेरी पिछली कहानियों में से एक भी नहीं पढ़ी हैं, मैं पुनः अपना परिचय दे रहा हूँ।
प्रेषिका : आशा
दोस्तो,