मैंने अपनी मौसी की लड़की को चोदा
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Maa Beti Ko Chodne ki Ichcha-6
नमस्कार दोस्तो, मैं राहुल सिंह आगरा से हूँ। मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मैंने अन्तर्वासना पर लगभग सारी कहानियां पढ़ी हैं। मैं आपको अपनी एक कहानी बताता हूँ। यह मेरी सच्ची कहानी है।
दोस्तो, मेरा नाम चेतन है, मेरी उम्र अभी 20 साल की है. अन्तर्वासना पर में कई सालों से बहुत सारी कहानियां पढ़ता रहा हूँ. तो मैंने भी सोचा क्यों न अपनी भी सच्ची सेक्स स्टोरी लिखूं, जो मैंने अपने साथ में अनुभव किया, वो आप सभी के साथ शेयर करूँ.
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कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि मैं अपनी पड़ोसन की बेटी मोनी की चूत को चोदने के लिए तड़प रहा था. आखिरकार वह रात आ ही गयी और उस रात में मोनी की चूत की चुदाई करके कॉन्डोम को वीर्य से भर दिया था.
(प्रेम गुरु द्वारा संशोधित एवं संपादित)
मेरा नाम रानी है, मैं एक अच्छे परिवार से हूँ, मेरे दो बच्चे भी हैं। मेरा फिगर यही कोई 38-29-36 है, रंग हल्का सांवला और दिखने में सेक्सी लगती हूँ।
लेखिका : शालिनी
नमस्कार दोस्तो, मैं अमित सेठ आपका स्वागत करता हूँ. साथ ही आप सभी का धन्यवाद करता हूँ कि आपने मेरी कहानी
हिंदी सेक्स कहानी पढ़ने वाले मेरे प्यारे दोस्तो, मेरा नाम आकाश पांडे है. मैं मध्य प्रदेश के रीवा से हूँ.
दोस्तो, आज मैं आपके सामने एक सच्ची कहानी लेकर आया हूँ।
मैं आपका दोस्त रोहित जयपुर से आज फिर एक नई कहानी लेकर आया हूँ !
मेरी और पलक की चुदाई का जो तूफान उठा.. वो मेरे झड़ने के बाद ही खत्म हुआ।
हाय दोस्तो, मैं विराट आप सबके लिए अपनी कहानी को आगे बढ़ाते हुए एक बार फिर से हाजिर हूँ. आप सबने मेरी पिछली कहानी
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गाण्ड मराये बेगम दण्ड भरे गुलाम – मतलब किसी के गुनाह की सजा किसी दूसरे को देना यानि चोरों का दण्ड फकीरों को।
अब तक आपने पढ़ा..
हाय फ्रेंड्स, मैं बड़ोदरा गुजरात से हूँ। मेरा नाम इकबाल है। परन्तु सब मुझे सचिन के नाम से बुलाते हैं.. क्योंकि मैं क्रिकेट में बल्लेबाजी सचिन की तरह करता हूँ।
अब तक आपने पढ़ा..
मेरी हिंदी सेक्सी कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि समीर अपनी विधवा बहन की चूत चुदाई कर रहा था जिसके बारे में उसकी पत्नी को शक हो गया. वो उन दोनों की चुदाई की बातें सुनने लगी तो तभी वहां पर उसका ससुर आ गया और बहू घबरा कर बेहोश हो गयी.
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम पायल शर्मा है। आप लोगों ने मेरी कई कहानियाँ पढ़ी और बहुत पसन्द किया इसके लिए धन्यवाद।
जैसा कि मैंने आपको अपनी पिछली कहानी अंजलि की चूत और गाँव के गबरू -1 में बताया था कि कैसे मैंने एक हाइवे पर गैरों को पकड़ा और कैसे चुदवाने जा रही थी।
हे अन्तर्वासना के पटल आप महान हो.. जो इतने प्यासे लंड आपकी साईट पर मिलते हैं और हम जैसी चूत को भी मजबूरी में ये स्टोरी पढ़कर अपनी योनि शांत करने का बहाना मिलता है।
बात उन दिनों की है, जब मैं अपने छोटे से कस्बे से शिफ्ट होकर एनसीआर में रहने लगा। चूंकि किराए का फ्लैट तलाशने से लेकर जरूरत की चीजें खरीदवाने में मेरा दोस्त हर्ष हर समय मेरे साथ रहा, इसलिए हमारी दोस्ती स्वाभिविक तौर पर गाढ़ी होती चली गई। वैसे भी मेरी वाइफ नीना के एक करीबी रिश्तेदार से हर्ष के साथ बहुत अच्छे ताल्लुकात रहे, लिहाजा अपने साथ भी उनके बेहतर रिलेशन बनने लगा।