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मेरा नाम रंजन है, मैं पटना से हूँ, एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हूँ। मैं यहाँ अपने चचेरे भाई के साथ बोरिंग रोड साइड में रहता हूँ। दोस्तो, मैं यहाँ कोई उत्तेजक कहानी या मनगढ़ंत कहानी नहीं लिख रहा हूँ। जो यकीन नहीं करना चाहे कोई बात नहीं।
अब तक आपने पढ़ा..
हेलो दोस्तो, मैं प्रेम गुरु एक बार फिर से अपनी कहानी का दूसरा हिस्सा लेकर हाजिर हूँ।
लॉन में डायना और रति की गांड चुदी
हाय दोस्तो, मेरा नाम नवदीप सिंह है और मैं हरियाणा से हूँ, इस साईट पर मैंने कई देसी सेक्स स्टोरी पढ़ी हैं, जिसमें ये भी लिखा होता था कि कहानी पढ़ने के बाद लोगों ने उस पर कमेंट किए और जिनमें कई लेडीज भी थीं. तो मैं देखना चाहता हूँ कि क्या वाकयी कमेंट आते हैं या सिर्फ बातें ही हैं, यही सोच कर मैं भी अपनी सेक्स स्टोरी लिख रहा हूं, कमेंट जरूर करना क्योंकि फ़िर आपको एक लेखक और मिल जाएगा.
अन्तर्वासना के सभी पाठक व पाठिकाओं को नमस्कार !
अन्तर्वासना पढ़ने वाले हर पाठक को मेरा प्रणाम. मेरा नाम पम्मी है और मैं पंजाब की रहने वाली हूं. मैं 25 साल की एक शादीशुदा महिला हूं.
पाठक पाठिकाओं को चूत निवास के लौड़े का इकतीस बार फुदक फुदक के सलामी.
कुछ देर बाद उसने मेरी चूत में 3-4 धक्के और मारे और अपने वीर्य कि मेरी चूत की कन्दरा में भर दिया।
मेरा नाम दीपक है, मेरी उम्र 22 साल की है, मैं बहुत सेक्सी किस्म का लड़का हूँ।
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अन्तर्वासना के चाहने वालों को कविर राज का नमस्कार।
मेरी पिछली कहानी
बाथरूम में जाकर कुछ देर लंड को सहलाया और समझाया कि जल्द ही तुझे एक कुंवारी चूत का रस पीने को मिलेगा। जब लंड नहीं समझा तो उसको जोर जोर से मसलने लगा।
आपने हमारी पिछली कहानी में हम दोनों परिवार के बीच हुई घमासान चुदाई का पूरा आनन्द लिया, हमें हज़ारों पत्र आये, हमने पूरी कोशिश की कि हम सभी पत्रों का जवाब दे पायें फिर भी शायद कुछ ऐसे पाठक रह ही गए होंगे जिनके जबाव हम न दे सके हों।
अगले दिन सुबह दोनों को नाश्ते पर देखकर ऐसा नहीं लगा कि दोनों इस तरह की हैं.
प्रेषक : अरुण
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Shazia Bano ki Choot ka Maza
हैलो दोस्तो.. मेरा नाम सौमिल है। मैं गुजरात के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में फाइनल ईयर में पढ़ रहा हूँ और हॉस्टल में रहता हूँ।
लेखक : राजेश शर्मा
मैं राज एक बार फिर अपने दोस्तों के लिए एक दिलचस्प सच्चा किस्सा ले कर आया हूँ। हर बार की तरह इस बार भी मैंने इस किस्से को थोड़ा मसालेदार बनाने के लिए कुछ बाते इस में जोड़ दी है। पर इससे मूल कहानी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। तो अब कहानी शुरू करता हूँ :
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार।
जयपुर से लौटे एक हफ्ता हो गया और अभी तक वहाँ की खुमारी उतरी नहीं थी।