Hindi Sex.Com सर्च करके अन्तर्वासना मिली, फिर चूत मिली
मैं गाँव में 12वीं की पढ़ाई कर रहा था। उन दिनों मैंने नया नया इंटरनेट सीखा था, मैं इन्टरनेट पर हिंदी सेक्स.कॉम सर्च किया करता था, तभी मुझे अन्तर्वासना साईट मिली थी.
मैं गाँव में 12वीं की पढ़ाई कर रहा था। उन दिनों मैंने नया नया इंटरनेट सीखा था, मैं इन्टरनेट पर हिंदी सेक्स.कॉम सर्च किया करता था, तभी मुझे अन्तर्वासना साईट मिली थी.
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार.
दोस्तो, मेरा नाम अजय है और मेरी उम्र 27 साल है. मेरी पिछली कहानी थी
इस सेक्स स्टोरी के दूसरे भाग
मेरा नाम राज है, मैं 28 साल का एक जवान लड़का हूँ, मैं दिखने में ख़ूबसूरत भी हूँ.. लेकिन काम में व्यस्त रहने के कारण मैं कभी कोई गर्लफ्रेंड नहीं बना पाया। मेरे पास इतना टाइम नहीं होता कि मैं किसी को गर्लफ्रेंड बना कर उसे टाइम दे सकूँ।
अब तक की मेरी नोन वेज स्टोरी में आपने पढ़ा था कि मामा जी के लंड से चुत चुदवाने की मेरी अधूरी ख्वाहिश पूरी होने ही वाली थी. मैंने मामा जी के लिए अपनी चुत की झांटें भी साफ़ कर ली थीं ताकि उनको चिकनी चुत का सरप्राइज दे सकूँ.
मैं सुशान्त एक बार फिर आपके सामने उसी कहानी के आगे की घटना को लेकर हाज़िर हूँ।
एक एक हुक खुलता हुआ ऐसे अलग हो जाता था जैसे बछड़ा बंधन छूटकर भागा हो। सारे हुक खोलकर उसने पीठ से ब्लाउज के दोनों हिस्सों को फैला दिया। गोरी पीठ सफेद ब्रा के फीते की हल्की-सी धुंधलाहट को छोड़कर जगमगाने लगी। दोनों तरफ बगलों से चिपके ब्लाउज के पल्ले उलटकर अपने ही भार से उसकी त्वचा से अलग होने लगे। रेशमा ब्रा के फीते में उंगली फँसाकर खींची, “बाप रे, कितना टाइट पहनती हो !” कहते हुए उसने ब्रा की हुक भी खोल दी।
मेरा नाम रोहन है, मैं गोंडा का रहने वाला हूँ. यह कहानी मेरी और मेरी मंजरी भाभी की है जिनको मैंने चोदा है. मंजरी भाभी मेरे एक चचेरे भाई की पत्नी हैं, वो मुझसे सैट हो चुकी थीं लेकिन चुदाई का सही मौक़ा नहीं मिल रहा था और मैं उनको चोदने की फिराक में था.
हैलो हॉट बाय्स और गरम सेक्सी गर्ल्स.. मेरा नाम विक्की है और मुझे हिंदी में हॉट सेक्स कहानियां और चुटकुले पढ़ना पसंद हैं. मैं लखनऊ में रहकर पढ़ाई करता हूँ.
मैंने उन्हें उत्तर देते हुए कहा- आंटी, आप कह रही थी कि मेरा लिंग अधिक मोटा है इसलिए आप ही मेरे ऊपर आकर आराम से इसे खुद ही अपने अन्दर डाल लो। इससे आपको कोई तकलीफ नहीं होगी तथा आप जितना अन्दर डालना चाहेंगी उतना ही डाल कर संसर्ग शुरू कर सकती हैं।
कुछ दिनों बाद मैं कनाडा पहुंच गई, पर वहाँ एयरपोर्ट पर पहुंचते ही मेरी अन्तर्वासना फिर से जाग उठी क्योंकि लुइस मेरा मेरी प्रतीक्षा कर रहा था।
हाय.. यह मेरी पहली कहानी है और उम्मीद है कि आप सभी को पसंद आएगी।
सभी पाठकों को रोनी का प्यार भरा नमस्कार !
दोस्तो, मेरी यह कहानी थोड़ा अलग किस्म की है, इसे जरूर पढ़िए, यह मेरे जीवन की सत्य घटना है, रिश्ते पल भर में कैसे बदल सकते हैं, यह आप इस कहानी को पढ़कर समझ सकते हैं !
इस हिंदी सेक्स स्टोरी के पहले भाग
प्रेषक : कपिल कुमार
दोस्तो, आपने मेरी दोनों कहानियों ‘जब कंडोम फट गया‘ और ‘तनहा लड़कियों औरतों की खुशियाँ‘ को बहुत पसंद किया इसके लिए मैं आपका शुक्र गुज़ार हूँ।
प्रेषक : गुल्लू जोशी
मैंने पिछले दिनों अपनी बेबाक बीवी से सम्बन्धित दो रोमांचक घटनाएँ कहानी के रूप में अन्तर्वासना में भेजी थी, जिसमें मेरे एक दोस्त द्वारा मेरी बीवी को पूर्णतया नग्न करके झांटों की सफाई और गुप्तांगो का सम्पूर्ण मैडिकल मुआयना, और एक अन्य दोस्त के साथ वासनामय और निर्वस्त्र होली की घटना का जिक्र था।
बात उन दिनों की है जब मेरा दाखिला कॉलेज में हुआ ही था। भैया अधिकतर काम के सिलसिले में बाहर ही रहते थे। उन्होंने अपने पास मुझे शहर में बुला लिया था। उनके आये दिन बाहर रहने से भाभी बहुत परेशान रहने लगी थी। ऐसे में वो मेरा साथ पाकर खुश हो गई थी।
सरीना आठ बजे तक काम करके चली जाती थी, आज नौ बज रहे थे। तभी फ़ोन की घंटी बजी, उधर से एक सुरीली सी आवाज़ आई- भाई साहब, मैं रूचि बोल रही हूँ आपकी पुरानी पड़ोसन !
कहानी का पहला भाग : लखनऊ से दिल्ली की ट्रेन में चुदाई का मजा-1
हाय दोस्तो, मेरा नाम मोहित है और मैं कुरुक्षेत्र से हूँ। मेरी उम्र 26 साल है और मैं एक छात्र हूँ। मैं दिखने में काफी हॉट हूँ.. मेरा लंड लंबा और मोटा है।
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