मेरी यौनेच्छा खत्म हो चुकी है, हल बताइये
आज मैं आपसे शर्मिंदगी के साथ सोच-विचार कर अपनी एक समस्या का समाधान करना चाह रही हूँ।
आज मैं आपसे शर्मिंदगी के साथ सोच-विचार कर अपनी एक समस्या का समाधान करना चाह रही हूँ।
🔊 यह कहानी सुनें
हाय मैं आशी फिर से आपकी सेवा में हूँ. आपको कैसा लग रहा है.. मुझे तो मजा आ रहा है. आपको आ रहा है.. जरूर आ रहा होगा. आपको शायद यकीन नहीं होगा कि घर में आज कोई नहीं है. इसलिए यह वाली कहानी मैं बिल्कुल नंगी होकर लिख रही हूँ और इस दौरान मैं अपनी चूचियों को भींच भींच कर तथा अपनी चुत और गांड में पेन को डालकर सेक्स करूँगी. क्या करूँ शादी नहीं हुई न.. इसलिए चूत को शांत करने के लिए ऐसा करना पड़ता है. अभी तो पेन या पेन्सिल से ही काम चलाना पड़ेगा.
🔊 यह कहानी सुनें
रात का खाना खा कर जब मैं सोने के लिए बिस्तर पर लेटा तब पापा फ़ोन पर किसी से बात कर रहे थे और उनकी बातों एवं चेहरे के हावभाव से मुझे अंदेशा हुआ कि वे ऋतु आंटी के साथ रात का कार्यक्रम तय कर रहे थे।
यह सेक्स स्टोरी मेरे एक प्रशंसक की है, उसने कैसे एक साथ दो स्कूल गर्ल के साथ सेक्स किया.
🔊 यह कहानी सुनें
फिर हम सबने मिलकर खाना खाया और तभी मेरी नज़र घड़ी पर पड़ी तो मेरे चेहरे पर भी 12 बज गए.. मुझे पता ही न चला कि कब 12 बज गए।
चोदाई की यह कहानी भाई बहन की है जिन्होंने अपने अम्मी अब्बू की चोदाई देख कर आपस में सेक्स किया.
एक कहानी दो पहलू
लेखिका : कामिनी सक्सेना
इतना बोलकर उन्होंने नीचे से ही दो तीन धक्के लगाये, मम्मी भी पापा की छाती से चिपकी हुई धक्के लगा रही थी पर अचानक पापा के तरफ से आये झटके से वो चौंक गई।
प्रेषिका : प्रिया शर्मा
नमस्कार अंतर्वासना के प्रिय पाठकगण, मैं भगवान दास अपने जीवन की एक और देसी सेक्स स्टोरी लेकर हाजिर हूँ,
दोस्तो, जैसा कि आपने मेरी कहानी
मैं एक बार फिर आप लोगों को मेरी ज़िन्दगी में हुई असली और सच्ची सेक्स कथा लिखने जा रहा हूँ।
प्रेषिका : रत्ना शर्मा
नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम आकाश है. मैं अपने दोस्त रवि के साथ दिल्ली में रहकर पढ़ाई करता हूं. मेरा दोस्त पढ़ाई के साथ साथ कुछ बिज़नेस भी करता था. कुछ दिनों बाद उसकी बहन भी पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गयी. उसकी उम्र 20 साल की थी. उसकी छाती के उभार इतने मस्त थे कि उनको देख कर कोई भी पागल हो जाए. उसकी उठी हुई गांड को देख कर बुड्डों का भी लंड खड़ा हो जाए.
🔊 यह कहानी सुनें
दोस्तो,
मेरी हॉट स्टोरी के पहले भाग
प्रेषक : आग्रह शर्मा
अब तक की मेरी इस इंडियन सेक्स कहानी में आपने जाना था कि अमित ने मेरे साथ चिपक कर खूब किस किये मेरे मम्मों को मींजा और अपने लंड का माल मेरी टांगों में निकाल कर अपनी उंगली से मुझे वीर्य का स्वाद चखा गया, मैं सोने का नाटक करती रही.
सभी अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा कामवासना भरा नमस्कार।
रात को मैं छत पर मोमबत्ती लेकर नग्न घूमने के बाद नीचे पहुँची और अपनी आप बीती लिख कर सबसे पहले इंटरनेट पर उन दोस्त को बताया कि मैंने कर दिखाया !