रुचि का शिकार-2
रुचि सीधे होकर मुझसे चिपक गई और बोली- सच राजीव, इतना मज़ा कभी चुदने में नहीं आया ! तुमने तो एक घंटे मेरी चूत में अपना लण्ड घुसा कर रखा। सच तुम तो वाकई मर्द हो ! मेरा आदमी तो दस मिनट में ही खाली हो जाता है।
रुचि सीधे होकर मुझसे चिपक गई और बोली- सच राजीव, इतना मज़ा कभी चुदने में नहीं आया ! तुमने तो एक घंटे मेरी चूत में अपना लण्ड घुसा कर रखा। सच तुम तो वाकई मर्द हो ! मेरा आदमी तो दस मिनट में ही खाली हो जाता है।
🔊 यह कहानी सुनें
Bathroom Ka Band Darwaja Khola-5
Amrit Kund jaisi Chut ka Ras
🔊 यह कहानी सुनें
मैंने कानपुर से अपनी इंजीनिरिंग की पढ़ाई की है। मेरे कॉलेज में प्रतिवर्ष वार्षिक उत्सव मनाया जाता है।
प्रिय अन्तर्वासना के पाठको !
🔊 यह कहानी सुनें
प्रेषक : लवर बॉय
सेक्सी लड़कियों और प्यारी भाभियों व मेरे सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार!
दोस्तो, मेरी पिछली कहानी मामी की चुदाई की अधूरी दास्तान में अधूरी रही कहानी पिछले सप्ताह पूरी हो गई है जिसके बारे में आज मैं आपको बताने जा रहा हूँ.
दोस्तो, मेरा नाम राहुल है, मैं धनबाद झारखण्ड का रहने वाला हूँ। पिछले कुछ सालों से अन्तर्वासना की कामुकता भरी कहानियों का बहुत मजा लेता आ रहा हूँ, मैंने कहानियाँ बहुत पढ़ी, आपने मेरी पिछली कहानी को काफी सराहा।
मेरा नाम राघव है, जयपुर से हूँ।
मेरा नाम कुमार है, पूना में रहता हूँ, मेरी उम्र 22 साल है। मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ।
नमस्ते दोस्तो, मैं गुड्डू इलाहाबाद का रहने वाला हूँ। आज पहली बार आप सब को अपने साथ घटी घटना को शेयर करने जा रहा हूँ, उम्मीद है आप सबको पसंद आएगी।
🔊 यह कहानी सुनें
रोनी सलूजा
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम रेखा है. मैं अपनी कहानी आपको बता रही हूँ, कैसे मैं अपने बॉयफ्रेंड से चुदी. मेरी कहानी में कोई गलती हो जाए तो मुझे माफ़ कर दीजिएगा. आप सब मेरी कहानी के बारे में मुझे जरूर बताना कि आपको मेरी कहानी कैसी लगी.
राहुल खुद जितना अजीब था उसकी कहानी उससे भी कहीं ज्यादा अजीब! सन 1999 में जब वो केवल कुछ महीने का था, उसे राकेश और उसकी बीवी रमा के घर के बाहर रख के चला गया था।
🔊 यह कहानी सुनें
🔊 यह कहानी सुनें
प्रथम भाग से आगे :
नमस्कार दोस्तो.. मैं काशी आपके सामने अपना एक और सच्चा अनुभव लेकर आया हूँ। पहले मैं आप सबका शुक्रिया अदा करना चाहूँगा कि आप सबने मेरी कहानी
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार !