भाई के दोस्त से चूत चुदवाने के लालसा-2
दोस्तो, मैं फेहमिना अपनी कहानी का आगे का भाग लेकर हाजिर हूँ, पढ़िये आगे क्या हुआ:
दोस्तो, मैं फेहमिना अपनी कहानी का आगे का भाग लेकर हाजिर हूँ, पढ़िये आगे क्या हुआ:
मेरे मसाला-कारखाने में सुनन्दा दो साल से काम कर रही थी। मैं उस से 2-3 बार मिल चुका हूँ।
ट्रेन के डिब्बे में माहॉल शांत होता जा रहा था क्योंकि रात काफ़ी हो चली थी और अधिकतर लोग सोने लगे था या सोने की तैयारी कर रहे थे। मैं भी सोने की कोशिश करने लगा पर नींद थी कि आने का नाम ही नहीं ले रही उधर लॅंड कुछ देर पहले के सीन को याद कर के टनटनाता जा रहा था। फिर धीरे धीरे मेरी भी पलकें भारी होने लगी। जैसे ही नींद का झोंका आया तभी लगा कि किसी ने मुझे उठा दिया है। आँखे खोली तो आंटी सामने खड़ी थी और फिर वो बाथरूम की तरफ चली गयी। मैं उसे देखता ही रहा, समझ मैं नही आ रहा था कि क्या करना चाहिए। तभी उसने पलट कर देखा और मुझे पीछे आने का इशारा किया। मैं उसके पीछे पीछे टाय्लेट में जा घुसा। शुक्र था किसी ने देखा नहीं। उसने मेरे अंदर घुसते ही दरवाज़ा बंद कर दिया और झट से मेरा लंड पकड़ लिया। लंड तो पहले से टनटनाया हुआ था। उसने मेरी पैंट खोल कर नीचे खिसका दिया और गीला अंडरवेयर भी नीचे कर दिया। फिर उसे कसके पकड़ के उपर नीचे करने लगी पर मुझे कभी कभी दर्द भी होता क्योंकि लौड्ा तो खड़ा होने के बाद बिल्कुल पेट से जा लगता था। और किसी ने उसकी इस तरह मालिश नहीं की थी। आंटी ने अब अपना चेहरा मेरे लंड पर झुकाया तो मैं बोला कि ये गंदा हो रहा है मैने अभी इससे नही धोया है।
🔊 यह कहानी सुनें
मेरा नाम खुशी है और अब मेरी उम्र 22 साल है. मैं एक बहुत सुंदर और जवान स्त्री हूँ, मेरा कद 5 फुट 6 इंच है और मेरा रंग बहुत साफ़ है. मेरा जिस्म बिल्कुल किसी कारीगर की तराशी हुई संगमरमर की मूर्ति की तरह है, लोग मुझे इस डर से नहीं छूते कि मेरे शरीर पर कोई दाग ना लग जाए. मेरा फिगर 36-24-36 है और मेरी चूचियाँ मस्त गोल, सुडौल और सख्त हैं, गोरे रंग की चूचियों पर गहरे भूरे रंग की डोडियाँ बहुत सुंदर लगती हैं.
Bahan Ke Sath Prem-leela-10
नमस्कार दोस्तो, मैं राज वीर आप सबका धन्यवाद करता हूं कि आप सबने मेरी पिछली कहानी
नमस्कार अन्तर्वासना की ख़ूबसूरत पाठिकाओं और पाठको, मैं इस हिन्दी सेक्स कहानी में अपनी अन्तर्वासना के बारे में बताने जा रहा हूँ। गोपनीयता के लिए अपना नाम मैंने बदल लिया है। मेरा नाम स्काई है। मैं दिल्ली से सटे ग़ाज़ियाबाद में रहता हूँ। मेरी उम्र 23 साल है। मेरा शरीर औसत है और मेरे लंड की लम्बाई 6″ है और मोटाई लगभग 3″, मतलब इतनी कि किसी भी महिला को खुश कर सके। खैर मैं कहानी पर आता हूँ अब!
प्रणाम दोस्तो, कैसे हो सब आप सब!
मैं मयंक लेकर आया हूँ एक और सच्ची सेक्सी कहानी.
🔊 यह कहानी सुनें
मेरी हिन्दी इन्सेस्ट कहानी मेरी और मेरी बुआ की है. उन दिनों में मैं पढ़ता था. मेरी बुआ की शादी में मैं अपने परिवार के साथ गाँव गया था. बुआ मेरे से दो साल बड़ी उम्र की थी. उसकी छोटी बहन नीला भी मेरी बुआ ही लगती थी, वह मुझसे एक साल बड़ी थी. न जाने क्यों वह सदैव मेरे इर्द गिर्द घूमती रहती थी. उसकी आँखें बहुत कुछ कहती थीं, जो मेरी समझ से बाहर थी.
सभी पाठकों को अंश बजाज की तरफ से नमस्कार..
मेरे सभी दोस्तों को मेरा प्रणाम !
अब तक आपने पढ़ा..
अब तक आपने पढ़ा..
लेखक : संजय शर्मा उर्फ़ संजू
रीता मेरी पड़ोसन थी. मेरी पत्नी नेहा से उसकी अच्छी दोस्ती थी. शाम को अक्सर वो दोनों खूब बतियाती थी. दोनों एक दूसरे के पतियों के बारे में कह सुनकर खिलखिला कर हंसती थी. मुझे भी रीता बहुत अच्छी लगती थी. मैं अक्सर अपनी खिड़की से उसे झांक कर देखा करता था.
अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा नमस्कार ! आप सबको मेरी अगली कहानी का इन्तजार करवाने के लिए माफ़ी।
तभी अचानक मुझे अपने अन्दर झरना सा चलता महसूस हुआ। अरूण का प्रेम दण्ड मेरे अन्दर प्रेमवर्षा करने लगा। अरूण के हाथ खुद ही ढीले हो गये… और उसी पल… आह… उईईईई… मांऽऽऽऽऽ… मैं भी गई… हम दोनों का स्खलन एक साथ हुआ… मैं अब धीरे धीरे उस स्वर्ग से बाहर निकलने लगी। मैं अरूण के ऊपर ही निढाल गिर पड़ी। अरूण मेरे बालों में अपनी उंगलियाँ चलाने लगे और दूसरे हाथ से मेरी पीठ सहलाने लगे।
मैं 24 साल की हूं।
🔊 यह कहानी सुनें
अब तक इस सेक्स स्टोरी के पहले भाग
अन्तर्वासना पर हिन्दी सेक्स कहानी पढ़ने वाले सभी पाठकों को सोनाली का नमस्कार!
🔊 यह कहानी सुनें