गाँव की भाभी को खेत में चोदा
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दोस्तो, मैं आपकी चहेती जूही एक बार फिर अपनी ज़िन्दगी की एक और घटना प्रस्तुत करना चाहती हूँ।
मैं तो पागलों की तरह उस मस्त लंगड़ी घोड़ी की गांड देख रहा था, अचानक मेरे मुख से लार की धार ठीक उनकी नंगी गांड पर गिरी. गर्म लार गिरते ही दीदी ने पीछे घूम कर देखा और एकदम दंग रह गई. उनकी मस्तानी गांड की नंगी नुमाइश लगी हुई थी. दीदी जल्दी से कील से स्कर्ट बाहर निकलने की कोशिश करने लगीं. स्कर्ट कील में बुरी तरह फंस गई थी और स्कर्ट नहीं निकल रही थी.
मैंने भी मौका देखा और मीनाक्षी की चूची को अपने हाथ में पकड़ कर हल्के से दबा दिया।
दोस्तो और मेरी प्यारी भाभियों और लड़कियों को मेरा प्यार भरा नमस्कार।
लेखिका : दिव्या डिकोस्टा
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शहर में खुद का घर होना बड़ी मुश्किल की बात है। और जब मैंने और मेरे पति ने शहर में एक बंगलो खरीदने की सोची तो सब हम को पागल समझने लगे। क्योंकि एक तो वो बंगलो तीन बेडरूम का था जो हमारी जरूरत से काफी बड़ा था और अभी अभी शुरू हुई हमारी शादीशुदा जिंदगी में यह बहुत बड़ी इन्वेस्टमेंट थी।
Ek Khel Aisa Bhi-2
काफी देर तक सोनी नहीं आई तो मैंने फिर से उसे आवाज लगाई- सो गई क्या… जल्दी आ…
एक लड़का पप्पू चुपचुप सा रात में छत पर बैठा था, तभी उसके पापा सन्ता उसे ढूंढते हुए आए और उससे पूछा- बेटा पप्पू, क्या बात है
अब तक आपने इस सेक्स स्टोरी के पिछले भाग
अन्तर्वासना के तमाम पाठकों को मेरे प्यासे लण्ड का प्रणाम है। मेरा नाम धीरेन्द्र राठौर है, मैं झान्सी का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 23 बरस है, मेरे लण्ड का साईज 6 इन्च है।
इस कहानी के प्रथम भाग में अब तक आपने पढ़ा कि मेरी सहेली सोनम के मामा का लड़का मेरे ऊपर डोरे डाल रहा था. मुझे भी उसे देख कर न जाने क्यों कुछ कुछ होने लगा था.
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प्रेम गुरु की कलम से
कहानी उस वक़्त की है जब मैं 12वीं क्लास में पढ़ता था. मेरी उम्र उस वक़्त 18 साल थी. मैं छोटा और प्यारा होने के कारण अपने मोहल्ले का चहेता था. सभी जवान लड़कियों को मैं दीदी कहता था और शादीशुदा औरतों को आंटी कहता था.
दोस्तो, एक बार फिर आप सबके सामने आपका प्यारा शरद एक नई कहानी के साथ हाजिर है। लेकिन इस बार कहानी में जरा सी कल्पना भी है। इस कल्पना के बिना यह कहानी अधूरी रहती, तो तैयार हो जाइए इस नई कहानी को पढ़ने के लिये।
मेरे पैंट के अन्दर भी डांस चल रहा था और अब वो पूरी तरह से खड़ा हो चुका था।
दोस्तो! मेरा नाम दीपक है, मैं 26 साल का हूँ. मेरी लम्बाई 6 फीट और 1 इंच है. मैं देखने में काफी गोरा हूं और मेरी लम्बाई की वजह से मेरी पर्सनेलिटी भी अच्छी दिखाई देती है.
बॉस ने मेरी चूची चूसते हुए रुक कर कहा- अच्छा हुआ आकांक्षा कि तुमने मेरी इस कुतिया बीवी को भी चुदवा दिया। अब मैं खुल कर तुम्हारे साथ चूत चुदाई का खेल सकूंगा।
मेरा नाम कोमल है और मेरी उम्र 30 साल है। मैं एक कंपनी में बहुत अच्छी नौकरी करती हूँ। मेरे पिता कुछ समय पहले तक इसी कंपनी में महाप्रबंधक थे जिसकी वजह से मुझे नौकरी ढूंढने में कोई परेशानी नहीं हुई।
अभी तक आपने पढ़ा कि रवि के साथ सुहागरात मनाने के बाद अगली सुबह मैं उसके साथ अखाड़े में गया और वहाँ जाकर किस्मत ने संदीप के रुप में मेरे मुंह पर एक और तमाचा मारा जिसकी गूंज अभी मिटी भी नहीं थी कि रवि ने मुझे अपनी बहन की शादी वाली एल्बम दिखा दी जिसमें उसकी गर्लफ्रेंड का फोटो था. यह वही लड़की थी जिसको मैंने संदीप के साथ बस में उसका लंड चूसते हुए देखा था.
मेरा नाम कोमल है, मैं 19 साल की हूँ, बरेली की रहने वाली हूँ। यह मेरी पहली स्टोरी है.
अब तक इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि बेहद खूबसूरत और हसीन कामवाली पिंकी मेरे साथ ही सोने लगी. अब मैं उसे लेस्बियन सेक्स के लिए तैयार करने की जुगत में थी.