मेरे जीजू और देवर ने खेली होली-1
जीजू और देवर संग होली
जीजू और देवर संग होली
मेरी कमसिन जवानी की कहानी में अभी तक आपने पढ़ा कि मेरे अंग्रेजी वाले टयूटर अंकल ने मुझे अपने जाल में फंसा लिया था और मुझे भी उनके इस जाल में फंसने में मजा आ रहा था.
मेरा नाम अमित है। एक दिन घर में मैं, मेरा भाई और भाभी थे। मेरा रूम भाभी के बगल में है। रात में भाभी के कमरे से अजीब आवाज आ रही थी। मैंने वेंटीलेटर से देखा भाई और भाभी दोनो नंगे थे। भाई उनकी चूत चाट रहे थे। भाभी आंख बंद किये मजा ले रही थी। और आह ऊऊओहह्ह की आवाज निकाल रही थी। भाभी की चूची एक दम साफ़ नजर आ रही थी। एक दम कड़े थे। भाई चूत चाटने में मस्त थे। ये देख कर मेरा लंड तनता जा रहा था भाभी ने इशारे से कहा कि अब बरदाश्त नहीं हो रहा है। अब चोद दो लंड मेरी चूत में डाल दो, भाभी भरपूर जोश में थी। भाई जब हटे तब भाभी के चूत देखाई दी, एक भी बाल नहीं था, लाल लाल चूत पानी निकल रहा था। मैं जोश में भर गया था तभी भाई ने अपना लंड उनकी रसीली चूत में डाल दिया थोड़ी देर बाद में ही वो रुक गये। भाभी बोली बस हो गया भाई उनके ऊपर से हट गये और दूसरी तरफ़ सो गये मगर भाभी ने गुस्से में थी। अपनी ही उंगली को अपनी चूत में डाल रही थी। मुझे लगा कि भाभी अभी झड़ी नहीं है। तभी मेरा पैर फोटो से टकराया। भाभी ने मुझे देख लिया। भाभी साल लपेट कर मेरे कमरे के तरफ़ आ रही थी।
सम्पादिका: श्रीमती तृष्णा लूथरा
नमस्ते दोस्तो, मैं नीतू पाटिल फिर से आई हूँ मेरी सेक्स स्टोरी हिंदी में लेकर!
भाभी की चुदाई के बाद भाभी ने मुझसे पूछा कि अब से पहले मैंने कोई चूत नहीं चोदी। फिर भाभी हल्के फुल्के मजाक करने लगी। उनके मजाक से मेरे अन्दर की हिम्मत फिर से खुलने लगी।
आप सभी को जलगाव बॉय सेक्सी प्रणाम!
हेल्लो दोस्तो!
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अन्तर्वासना के सभी पाठक एवं पठिकाओं को रूद्र का प्यार भरा प्रणाम।
प्रेषक : यश
पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे राशिद ने हम दोनों को अपने कमरे में बुलाया और कंप्यूटर पर ब्लू फिल्म दिखाने लगा।
अपने ढेरों पाठकों को भी सादर नमन जिन्होंने मेरी कहानियों को अत्यंत सराहा एवं उन्होंने अपने अनुभव बताए, साथ में मुझे अपने तरीके बताये। मैं सबका शुक्रगुज़ार हूँ।
हैलो दोस्तो.. मैं अरुण एक बार फिर से आप सब बंदों और बंदियों का पानी निकालने के लिए एक नई स्टोरी आप सभी के सामने लाया हूँ। इससे पहले आपने मेरी पिछली कहानी पढ़कर मुझे अपने सुझाव भी दिए जो मुझे बहुत अच्छे लगे। साथ-साथ कुछ लड़कों से दोस्ती भी हुई है.. जो मुझसे कह रहे हैं कि मैं उनकी भी स्टोरी को लिख कर पोस्ट करवा दूँ।
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पवन वर्मा
वो मुझे सहारा दे कर बार के करीब ले गया और दो ड्रिंक्स ऑर्डर किये। फिर उसने मुझे कमर से पकड़ कर उछालते हुए ऊँचे बार-स्टूल पर इस तरह बिठा दिया जैसे मैं कोई रबड़ की गुड़िया होऊँ।
मैं अन्तर्वासना का पिछले तीन साल से पाठक हूँ !
मेरे विवाह की अजब गजब हिंदी चुदाई स्टोरी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मेरा विवाह अजब हालातों में होने जा रहा था. कैसे मैं अपने दादा जी से मिला और उन्होंने कैसे मुझे निहायत ही कामुक प्रलोभन देते हुए भाभी कामिनी से शादी के लिए कहा और बुआ रज्जो, चाची रम्भा, को साथ में रखैल बना कर रखने को कहा और कैसे मैंने उनको साथ में चचेरी बहन मधु को भी चोदने की इच्छा कही.
लेखिका : उषा मस्तानी
बात उन दिनों की है जब मेरा दाखिला कॉलेज में हुआ ही था। भैया अधिकतर काम के सिलसिले में बाहर ही रहते थे। उन्होंने अपने पास मुझे शहर में बुला लिया था। उनके आये दिन बाहर रहने से भाभी बहुत परेशान रहने लगी थी। ऐसे में वो मेरा साथ पाकर खुश हो गई थी।
हेलो दोस्तो,
प्रिय भाइयो, मेरा नाम अजय है लोग मुझे आर.जे. के नाम से जानते हैं। मेरी उम्र 23 साल है। रंग गेहुंआ है, मेरे बाल और आंखें भी हल्की भूरी हैं। मेरा कद 5’5” है और ऊपर वाले ने शक्ल भी ऐसी बनाई है कि लड़कियां जल्दी पट जाती हैं।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरी यानि ऋषभ की तरफ से नमस्कार, मेरी उम्र 23 साल है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूं. मेरी हाइट 6 फुट है. ऊपर वाले की दुआ से अच्छा खासा लंबा-चौड़ा दिखता हूँ और मेरा लंड भी 6.5 इंच का खासा मोटा है. जिसे देख अच्छी से अच्छी चुदक्कड़ लौंडियों की चुत, गांड में पानी आ जाए.
हैलो फ्रेंड्स, ये मेरी पहली और सच्ची कहानी है और मैं ये सच्ची कहानी सबसे पहले आप लोगों के साथ साझा करना चाहता हूँ. मेरा नाम शुभम भरद्वाज है और मैं मेडिकल का स्टूडेंट हूँ. मैं दिखने में ठीक-ठाक हूँ. मेरा रंग सांवला है, पर एक जबरदस्त कशिश है. मैंने अपना लंड कभी नापा नहीं, लेकिन मस्त है.