कॉल बॉय के साथ मनाया नया साल
सबसे पहले सभी पाठकों को मेरी जवानी से भरा स्नेहपूर्वक नमस्कार !
सबसे पहले सभी पाठकों को मेरी जवानी से भरा स्नेहपूर्वक नमस्कार !
राहुल बोला- तो मुझे तुमसे कुछ कहना है।
रोहन पाण्डे
दोस्तो, मेरा नाम विवेक है, आपने मेरी कहानी
अब तक आपने मेरी और मेरी मम्मी की एक साथ चुदाई की कहानी
मैं रोनी सलूजा एक बार फिर आपसे मुखातिब हूँ। मेरी कहानी बाथरूम का दर्पण आप सभी ने पढ़ी।
पहली मोहब्बत एक नशा एक जूनून-1
माँ-बेटी का अनूठा प्रेम सम्बन्ध
मेरी कहानी के पहले भाग
हाय दोस्तो,
देर से ही सही … इतनी ज्यादा सेक्स में मजबूर होने के बाद ही सही पर अंत यही था कि उसने अब्बास से अपनी आज की दुर्दशा और अपनी ननद के दैहिक शोषण का बदला ले ही लिया था।
अभी तक आप ने पढ़ा कि मैंने कैसे अपने दोस्त की बीवी को चोदने के लिये तैयार किया। अब आगे क्या होता है, ये जानने के लिये आगे पढ़ें।
कुछ झटकों में ही रवि ने अपना वीर्य श्वेता की चूत में गिरा दिया और निढाल हो उसकी बगल में लेट गया।
प्रेषक : राहुल शाह
दोस्तो, मैं नीतीश, अन्तर्वासना का बहुत बड़ा फैन हूँ। मैं करीब 15 वर्ष से अन्तर्वासना में कहानियाँ पढ़ रहा हूँ। बहुत दिनों से मेरे मन में भी ये विचार आ रहा था कि मैं भी अपनी प्यार की कहानी अन्तर्वासना पर भेजूँ। खैर, आज मैं अपनी चुदाई की कहानी आप सबों के साथ बाँटने जा रहा हूँ।
दोस्तो, मेरा नाम जगत है, मैं आज आपको एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ, यह कहानी मेरी बड़ी बहन के बारे में है।
कहानी का पहला भाग : मेरी माँ सेक्सी माँ-1
यह प्रेम भरी सेक्सी कहानी मेरी प्रेमिका की है. मेरा नाम राहुल है, पटना में रहता हूँ, अभी 26 साल का हूँ. मैं दिखने में कुछ खास नहीं हूँ और ना ही इतना खराब हूँ, कहने का मतलब यह कि ठीक-ठाक हूँ. मेरा कद लगभग 5 फुट 3 इंच है, चौड़ी छाती, मजबूत भुजाएँ हैं और आकर्षक हूँ.
हैलो गाइज, मैं ऐ के, पुणे से हूँ. दरअसल मैं पुणे के पास एक शहर है, वहां से हूँ.. लेकिन अभी मैं पुणे में रहता हूँ. मैं दिखने में हैंडसम हूँ और मैं बिस्तर में बहुत मजेदार हूँ. किसी भी लड़की भाभी या आंटी को पूरा खुश कर सकता हूँ. ये सेक्स स्टोरी मेरी खुद की है.. और एकदम सच में आपबीती है.
दोस्तो, मेरा नाम राज शर्मा है। यह कहानी मेरी मकान मालकिन की सहेली की है.. जो उसके साथ ही बैंक में नौकरी करती थी। जैसा कि मेरी मकान मालकिन ने कहा था कि मैं अपनी सहेली को भी तुमसे चुदवाऊँगी।
Lambi Chudai-1
हम दोनों एक होटल में रुक गए और मैंने अर्श को कमरे में जाते ही अपनी बाँहों में भरके एक चुम्बन ले लिया।
आप इस कहानी का शीर्षक पढ़कर ही समझ गए होंगे, आज आपको मैं अपने दुखी दिल की बात बताने जा रही हूँ।
दोस्तो, आपने पिछले भाग में पढ़ा कि कैसे संध्या ने अपने काम जीवन में नए रंग भरने के लिए पहले अपनी सास के साथ समलैंगिक समबन्ध बनाए और फिर मोहन को उसके बचपन की चाहत उसकी माँ की चूत दिलवा दी। आखिर मोहन मादरचोद बन गया।