पड़ोसन भाभी को नहाते देख छेड़ कर फंसा कर चुदाई की
मेरे प्रिय पाठको,
मेरे प्रिय पाठको,
अभी तक आपने पढ़ा कि मैंने रवि के घर जाकर उसके साथ खाना खाया और उसको अपने दिल की बात बताने की कोशिश की लेकिन उसके दिल में मेरे लिए क्या था, मैं नहीं जान पाया था। वो मेरी परवाह तो करता था लेकिन मेरे अंदर जो लड़की बैठी थी, वो अपनी पलकें बिछाए उस बादल के बरसने के इंतज़ार में गांडू जिंदगी की कड़ी धूप में टकटकी लगाए उसकी आखों में असली प्यार की एक बूंद के लिए तरसती हुई देखती रहती थी कि कभी तो एक बूंद बरसे और उसका ये बरसों का इंतज़ार खत्म हो जाए।
हाय जान…
कहानी का दूसरा भाग: अजीब दास्ताँ है ये-2
मेरी सेक्सी कहानी के पहले भाग
पापा ने मुझे नहलाया और खुद भी नहा कर हम दोनों बाहर आए।
रूठना-मनाना
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मीटर गेज की ट्रेन थी, इसमें एयर कण्डीशन कम्पार्टमेन्ट में सिर्फ़ टू-टियर ही लगता था। कम्पार्टमेन्ट में चार बर्थ थी। सामने एक लगभग 45 वर्ष का व्यक्ति था और उसके साथ में एक जवान युवती थी, करीब 22-23 साल की होगी, साड़ी पहने थी। बातचीत में पता चला कि वो दोनों ससुर और बहू थे।
अन्तर्वासना के सभी पढ़ने वालों को मेरा नमस्कार!
मेरा नाम रीना है। मैं एक खूबसूरत चालू किस्म की लड़की हूँ, बारहवीं की छात्रा हूँ। मुझ पर जवानी का रंग जम कर चढ़ा पड़ा है, मेरी जवानी लड़कों का साथ ढूंढती रहती है। वैसे मैं अब तक तीन बॉयफ्रेंड बदल चुकी हूँ, मैंने दसवीं के बाद ना तो साईंस ना कामर्स ना मैथ लिए, मैंने तो वोकेशनल ग्रुप में से कंप्यूटर के साथ गारमेंट का ग्रुप लिया है क्यूंकि मैं जानती थी कि साईंस मेरे बस की नहीं, ना ही मेरे घर वाले इतना पैसा मुझ पर उड़ाते।
अब तक मैंने उसका साड़ी का पल्लू गिराकर उसके स्तनों पर कब्ज़ा कर लिया था। उन्हें पीछे से पकड़कर मसलने में अनुपम सुख मिलने लगा।
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लेखक : लीलाधर
पहली बार सम्भोग यानि सेक्स करते वक़्त डर लगना स्वाभाविक है। आखिर उन खूबसूरत पलों को कौन यादगार नहीं बनाना चाहता। लेकिन अगर ज़रा सी भी चूक हो जाए तो ये खूबसूरत लम्हे ज़िन्दगी के सबसे डरावने अनुभवों में से एक बन जाते हैं। लेकिन अगर कुछ बातों का ख्याल रखा जाए, तो फर्स्ट टाइम सेक्स को बेहद खुशगवार यादगार बना सकते हैं।
प्रेषक : करन गोयल
अब तक आपने पढ़ा..
आदाब दोस्तो.. मेरी पिछली कहानी ‘मैं चूत और गान्ड मरवा कर रण्डी बनी’ तो आपने पढ़ी ही होगी.. उसमें मेरी जमकर चुदाई हुई थी। सबसे ज्यादा तो हरामी सोनू ने ही की थी और मेरी नंगी तस्वीरें भी खींची थीं।
मूल लेखक : सिद्धार्थ वर्मा
वह अभी तक ना सिर्फ़ अपने बदन से नादान दिखता था बल्कि वह अपने मन से भी काफ़ी नादान ही था।
प्रेषक : राजवीर
प्यारे दोस्तो, आप सभी को सनी वर्मा का प्यार भरा नमस्कार!
अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरीज पढने वाले मेरे दोस्तो, आप सबको नमस्ते!
बहन के साथ चूत चुदाई का मजा-1 का अगला भाग:
छवि और सोनाली की चुदाई