चुदाई की कहानी शबनम भाभी की-2
हाय अन्तर्वासना के चाहने वालो,
हाय अन्तर्वासना के चाहने वालो,
मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था। मेरे दिमाग़ में एक बात चल रही थी- माँ चुदाए कुसुम.. आज मैं भाभी के साथ ही मज़े लूँगा!
कहानी का पहला भाग: बेटा और देवर-1
प्रिय दोस्तो, आप सबका प्यार हर बार मुझे अपनी एक दास्तान सुनाने के लिए आप के पास खींच लाता है। हर बार चूत का रसिया आपका दोस्त राज शर्मा आपको अपनी कहानी बताने के लिए बेकरार हो जाता है।
नमस्कार दोस्तो, मैं अभिषेक.. 2007 से अन्तर्वासना का पाठक रहा हूँ..
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अपनी बहन के साथ सेक्स करना बुरा नहीं है अगर आप दोनों अपनी मर्जी से करते हैं क्योंकि हर इन्सान को खुश रहने का हक़ है।
अन्तर्वासना के पाठकों को आपकी प्यारी नेहारानी का प्यार और नमस्कार।
अब तक आपने पढ़ा..
नमस्कार दोस्तो, मैं कमल राज सिंह, आपका पुराना दोस्त, एक बार फिर अपनी कहानी लेकर हाज़िर हूँ।
हैलो मेरे सभी चोदू, चुदक्कड़ साथियो, मैं वन्द्या …. आप मेरे बारे में मेरी पिछली कहानी में जान चुके थे. मगर मैं जानती हूँ कि अन्तर्वासना जैसी फेमस साईट पर इतनी अधिक रोचक और मनोरंजक सेक्स कहानियां प्रकाशित होती हैं कि आप लोग किसी एक कहानी को याद नहीं रख पाते होंगे.
दोस्तो, मैं सन्नी आहूजा एक बार फिर से आपके सामने हाज़िर हूँ। मुझे नहीं पता था मेरी कहानी बहन की सहेली को चोदा को इतना अच्छा रिस्पॉन्स मिलेगा..
प्रेषिका : सिमरन सोधी
सम्पादक – इमरान
इस हिंदी सेक्स स्टोरी के पहले भाग
‘देखो तुम मेरे बेटे से मिलो, उसे अपना बॉय फ्रेंड बना लो। बहुत हेंडसम है वो। मेरा तो अब समय चला गया है तुम जैसी लड़कियों से फ्लर्ट करने का…’ उन्होंने मुझे अपनी गोद से उठाते हुए कहा- देखो यह ऑफिस है। कुछ तो इसकी तहज़ीब का ख्याल रखा कर। मैं यहाँ तेरा बॉस हूँ। किसी ने देख लिया तो पता नहीं क्या सोचेगा कि बुड्ढे की मति मारी गई है।’
मैं एक कॉलेज में तैराकी का प्रशिक्षक था, मेरा काम लड़कियों को तैराकी का प्रशिक्षण देना था।
सभी पाठकों को मेरा नमस्कार, पाठिकाओं को मेरे खड़े लंड का सलाम! मैं रोनी सलूजा आपके समक्ष फिर से हाजिर हूँ! मेरी उम्र तीस साल है मैं मकानों की ठेकेदारी करता हूँ। सेक्स करने का शौक 20 साल की उम्र से है सेक्स के लिए साथी भी मिल जाते हैं बड़े सरल तरीके से, बस धैर्य और इंतजार सबसे ज्यादा जरुरी है।
ये कहानी आज से सिर्फ 2 महीने पहले की है, जो एकदम सत्य घटना है उसी पर मैं ये नोन वेज हिंदी गे स्टोरी लिख रहा हूँ. इसमें एक प्रतिशत भी झूठ नहीं लिखा गया है.
वो समझ रहा था कि कमल मेरा पति है, मैंने भी नहीं बताया कि वो मेरा भाई है।
अब तक की इस सेक्स स्टोरी के पहले भाग
सम्पादक : इमरान
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मैं नेहा भाभी की चुदाई करके यूं ही निढाल लेटा हुआ था, कुछ देर आराम करने के बाद मैंने नेहा से कहा- जान पहला राउंड कैसा लगा?
मेरा नाम जूही परमार है, मैं मुरैना की रहने वाली हूँ, पढ़ने में होशियार और होनहार लड़की हूँ। मैं एक छोटे से कस्बे से ताल्लुक रखती हूँ इसलिए एक बड़े शहर इंदौर में पढ़ने आई हूँ। इस शहर में मेरा कोई जान-पहचान वाला नहीं है तो मेरे पापा ने मुझे हॉस्टल में रुकने की आज्ञा दे दी थी।