अब तो मेरी रोज़ गांड बजती है-4
आपका प्यारा सा सनी गांडू
आपका प्यारा सा सनी गांडू
दोस्तो, मेरा नाम मोहित है और मैं लखनऊ शहर का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र बीस वर्ष है और वर्तमान में लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक (ग्रेजुएशन) कर रहा हूँ।
लेखिका : कमला भट्टी
मेरी उम्र 40 साल है और मैं अपने भाई-भाभी के साथ रहता हूँ। मैं पुष्ट और गठीले शरीर का स्वामी हूँ। कसरत आदि करते रहने से फिट रहता हूँ।
दोस्तो.. आज मैं आपके सामने अपनी एक सच्ची कहानी लेकर आया हूँ.. लेकिन उससे पहले मैं अपने बारे में बता दूँ.. मेरा नाम राज है और मैं उत्तरप्रदेश के सहारनपुर में रहता हूँ। इस वक़्त मेरी उम्र 35 साल हो गई है।
मेरे विवाह की अजब गजब हिंदी चुदाई स्टोरी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मेरा विवाह अजब हालातों में होने जा रहा था. कैसे मैं अपने दादा जी से मिला और उन्होंने कैसे मुझे निहायत ही कामुक प्रलोभन देते हुए भाभी कामिनी से शादी के लिए कहा और बुआ रज्जो, चाची रम्भा, को साथ में रखैल बना कर रखने को कहा और कैसे मैंने उनको साथ में चचेरी बहन मधु को भी चोदने की इच्छा कही.
अन्तर्वासना के इस सेक्स दरबार में मेरा एक वाकया!
एक बार फिर से देविन हाजिर है अपनी नई कहानी के साथ ! पिछली कहानी में मैंने कम गर्म शब्दों का प्रयोग किया था लेकिन इस कहानी में आप पूरा मजा लेंगे। पिछ्ली कहानी की तरह यह भी एकदम सच्ची है, अब थोड़ा बहुत तो बदलना पड़ेगा ना यार, नहीं तो मजा कैसे आएगा।
सभी पाठको को मेरा नमस्कार !
चूत में जीभ की कलाकारी से ऐशु रानी मस्ती से हिल उठी, रीना रानी उसके स्तनों का मजा लूट रही थी।
यह कहानी मेरी सहेली ईशा की है, इसे मैं खुद लिख रही हूं तो मैं खुद को ईशा मान लेती हूँ और ईशा का पति राकेश की जगह मैं अपने पति रवि का नाम लिखूंगी।
रात के साढ़े ग्यारह बज रहे थे, होस्टल सुनसान सा हो गया था, मैं बैठ के कुछ पढ़ रही थी तो पड़ोस के रूम में रहनेवाली रिमी आयी। मीता भी सोयी नहीं थी। रिमी सुन्दर थी और बातें बहुत अच्छी अच्छी करती थी। मैने उसे देखके चोंक गयी क्योंकि वो सिर्फ़ एक हाफ़ पैंट और ब्रा में थी। मैने कहा, “क्या हुआ रिमी, कपड़े कहां गये?” तो वो हंसी और मीता बोली ये तो उसकी नाइट ड्रेस है। वो सीधी गयी और मीता के साथ बैठके बातें करने लगी और मैने अपनी पढ़ाई पर ध्यान दिया। वो दोनो हंस रही थीं, थोड़ी देर बाद रिमी बोली, “क्या यार हमेशा पढ़ती रहती है? क्या कलेक्टर बनने का इरादा है?” मैने अपनी किताब को बंद करके बोली “नहीं अभी सोने जा रही हूं, सुबह स्कूल में बच्चों के एक्ज़ाम जो लेने है?” वो फिर हंसती हुई बोली, “तू तो ऐसे पढ़ रही थी मानो बच्चों का नहीं तेरा एक्ज़ाम हो।”
सेक्सी कहानी के पहले भाग
यह ऑडियो दो लड़कियों का है जो आजकल के लड़कों, बॉयफ्रेंड के बारे में अपने विचार बता रही हैं. दोनों लड़कियाँ मस्ती से भरी हुई हैं और लंड, लौड़ा, चूत चुदाई जैसे शब्द और साथ में हर तरह की माँ की, बहन की अश्लील गालियों का प्रयोग कर रही है. बता रही हैं कि लड़के सिर्फ चूत और चुदाई के भूखे होते हैं. उनको अपनी गर्लफ्रेंड नहीं सिर्फ उसकी चूत दिखाई देती है. वे सिर्फ चूत चुदाई के लिए गर्लफ्रेंड बनाते हैं. एल गर्लफ्रेंड से मन भर गया तो छह महीने बाद दूसरी गर्ल फ्रेंड बना लेते हैं और उसे चोदने लगते हैं.
जीवन भी कभी कभी कैसे मोड़ ले लेता है कि बस अचरज होकर रह जाती है. एक खुशहाल जीवन कभी भी उजड़ जाता है और फिर नई शुरूआत करनी पड़ती है. कुछ ऐसा ही मेरे साथ हुआ. जीवन ने ऐसा खेल खेला कि पहले तो सब कुछ ले लिया और रोष या मजबूरी में जब वासना की चौखट लाँघी, तो एक अलग ही दुनिया में पहुँच गयी. फ्रेंड्स मैंने इससे कभी पहले अपनी आपबीती लिखी नहीं है, तो इखने में हुई ग़लतियों को नज़रअंदाज़ कर दीजिएगा.
मैं जॉय लेनिन विजाग से, आपसे अपनी सच्ची सेक्सी एडल्ट स्टोरी शेयर करने जा रहा हूँ. ये सेक्स स्टोरी मेरी एक फ़ेसबुक फ्रेंड सुमीना के साथ की है, जो विजयवाड़ा के पास की एक सिटी में रहती है. वो नॉर्थ ईस्ट सिक्किम से है. उसके उम्र 40+ की होगी. हमारी दोस्ती फ़ेसबुक पर हुई. पहले सुमीना की बहन से मेरी फ्रेंडशिप हुई. उसके बाद सुमीना ने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट की और हम अच्छे दोस्त बन गए और फ़ेसबुक में बहुत चैट करने लगे.
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मैं एक नए शहर में जब अकेले घूमने निकला तो मैं चलते चलते एक वेश्याओं की गली में पहुंच गया। मैंने देखा कि बहुत सी लड़कियाँ छोटे छोटे मकानों के सामने खड़ी थी। मैंने समझा कि सभी किसी त्यौहार की तैयारी करके कहीं जाने की तैयारी कर जा रहे होंगी। सभी सजे धजे थे । मुझे कुछ समझ न आया और आगे बढ़ता चला गया। गली में पहुंच कर देखा कि वहाँ सभी इशारों में बुला रहे थे। मैंने देखा कि एक आंटी मुझे बुला रही है। तो मैंने सोचा कि शायद आंटी को किसी प्रकार की मदद चाहिए।
मैं राजवीर राजस्थान से, मैं 25 साल का हूँ, मेरा लण्ड 8 इन्च लम्बा है।
रोनी सलूजा
सुनीता और अजय दोनों भाई-बहन अपनी दीदी अनीता के यहाँ आ गये थे। अनीता ने भाई बहन की खूब खातिरदारी की।
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Bahan Ke Sath Prem-leela-3
लेखक : राज कार्तिक
आप सभी प्यारे दोस्तों, देवरों और मेरे प्यारे मुँहबोले पतियों को आपकी मधु का प्यार भरा नमस्कार।