लागी लंड की लगन, मैं चुदी सभी के संग- 49
हम दोनों नीचे होटल से बाहर आ गये, जीवन ने ड्राइवर से किसी जगह का नाम बताते हुए वहाँ चलने को कहा।
हम दोनों नीचे होटल से बाहर आ गये, जीवन ने ड्राइवर से किसी जगह का नाम बताते हुए वहाँ चलने को कहा।
मेरा नाम सिद्धार्थ है। मेरी उम्र 18 साल है। मेरा रंग बहुत ही गोरा है। मेरे घर में पापा-मम्मी और 3 बहनें हैं। मेरी बड़ी बहन काजल 24 साल की बहुत ही सेक्सी है.. उसकी 34 साइज़ की चूचियां हैं उठी हुई गाण्ड है.. और रंग गोरा है।
दोस्तो, अभी तक मैंने तीन सच्ची कहानियाँ आप लोगों को अन्तर्वासना के माध्यम से पहुँचाई हैं, अब आप लोगों को मैं एक और भाभी की चुदाई की कहानी बता रहा हूँ और कहानी के शीर्षक के अनुसार कैसे मौका मिला और मैंने कैसे चौका मारा यही बताऊँगा !
मेरी माँ बेटा सेक्स कहानी के पहले भाग
नमस्ते पाठको,
मेरी सेक्स कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि हमारे भाई साहिल ने मुझे और मेरी छोटी बहन को चोदा।
🔊 यह कहानी सुनें
नमस्कार.. आदाब.. मेरा नाम मयूरा है.. मैं 38 वर्ष की वैवाहिक जीवन बिताती हुई एक महिला हूँ और मैं मुंबई में रहती हूँ।
यह कहानी है मेरे पहले चोदा चोदी के खेल की! मेरा नाम पूर्वी है.. हमारे घर के पास एक फैमिली रहती है.. वे सब हमारे परिवार से काफी घुल-मिल गए हैं। एक तरह से हमारे परिवार एक रिश्ते की डोर से बंध गए थे।
दोस्तो, आप सभी लोगों ने मेरी कहानी
सम्पादक – जूजा जी
🔊 यह कहानी सुनें
प्रेषक : आर्यन सिंह
दोस्तो, मैं आपका अपना राज गर्ग!
दोस्तो, आपको मेरी पिछली कहानी
मेरी तरफ से अन्तर्वासना के सभी पाठकों को नमस्कार!
लेखिका : शालिनी
🔊 यह कहानी सुनें
दोस्तो, मेरा नाम हर्ष चौधरी है और सभी मुझे प्यार से हर्षु कह कर बुलाते हैं। मेरा घर तो हरियाणा में है परंतु मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ता हूँ और हर रोज आना जाना दूर पड़ता है इसलिए मैंने कॉलेज के पास में ही एक रूम किराये पर ले लिया रहने के लिए।
कहानी का पिछला भाग: मेरा प्रेमी-2
मैंने मुस्कुरा कर कहा- अगर तुम मेरे सामने अपनी पैन्टी भी खोल कर अपना बदन पोंछो… तो ! असल में मैं तुम्हारी बुर पर निकले बालों को देखना चाहता हूँ, कभी तुम्हारे जैसी लड़की की बुर नहीं देखी है न आज तक !
मैं एक नए शहर में जब अकेले घूमने निकला तो मैं चलते चलते एक वेश्याओं की गली में पहुंच गया। मैंने देखा कि बहुत सी लड़कियाँ छोटे छोटे मकानों के सामने खड़ी थी। मैंने समझा कि सभी किसी त्यौहार की तैयारी करके कहीं जाने की तैयारी कर जा रहे होंगी। सभी सजे धजे थे । मुझे कुछ समझ न आया और आगे बढ़ता चला गया। गली में पहुंच कर देखा कि वहाँ सभी इशारों में बुला रहे थे। मैंने देखा कि एक आंटी मुझे बुला रही है। तो मैंने सोचा कि शायद आंटी को किसी प्रकार की मदद चाहिए।
🔊 यह हॉट सेक्सी स्टोरी सुनें
अब तक आपने पढ़ा..
प्रेषक : पीयूष त्रिपाठी