जब तक है शान.. चोदेंगे रांड
मेरा नाम प्रेम है, मैं आपको अपने दोस्त की कहानी बताने जा रहा हूँ, उसका नाम आयुष है, वो दिखने में सुन्दर व आकर्षक है। वो देखने में ऐसा है कि जो लड़की उसे एक बार देख ले.. उस पर मर मिटती है, वो ऐसा ही करिश्माई लड़का था।
मेरा नाम प्रेम है, मैं आपको अपने दोस्त की कहानी बताने जा रहा हूँ, उसका नाम आयुष है, वो दिखने में सुन्दर व आकर्षक है। वो देखने में ऐसा है कि जो लड़की उसे एक बार देख ले.. उस पर मर मिटती है, वो ऐसा ही करिश्माई लड़का था।
हैलो दोस्तो.. मैं अन्तर्वासना पर लगभग रोज ही कहानियां पढ़ता हूँ। मैं पहली बार कहानी लिख रहा हूँ कोई गलती हो तो माफ़ कर देना।
फ्री सेक्स कहानी का पहला भाग
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मेरी बीवी करीब 22 साल की, बहुत सुन्दर, पढ़़ी लिखी और भोली भाली महिला है और मैं अक्सर चुदाई के बीच सोचता रह जाता हूँ कि काश उसे कोई और चोद रहा हो और मैं उसे चुदता देखूँ।
दोस्तो.. यह मेरी पहली चुदाई की कहानी है जो मेरे साथ घटी है।
हैल्लो दोस्तो, मैं राज शर्मा एक बार फिर आपके सामने अपनी जीवन में घटी हुई घटना आपके सामने लेकर हाजिर हूँ।
प्रेषक : सनी पहलवान
दोस्तो.. इस बार की कहानी मुझे भोपाल के सलिल ने भेजी है। उन्हें अपनी बात लिखने में मुश्किल हो रही थी इसलिये मुझे ईमेल करके अपना किस्सा लिख भेजा… मैंने उकी कड़ियाँ पिरोकर कहानी का रूप दे दिया।
लेखिका : उषा मस्तानी
दोस्तो, कैसे हैं आप!
पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मैंने और मेरी कोटा की फेसबुक फ्रेण्ड साक्षी गोयल ने रात भर होटल में चुदाई की।
दोस्तो, मेरा नाम राहुल है, उम्र 20 साल है, मेरी हाईट 5 फुट 8 इंच है। मैं चंडीगढ़ में रहता हूँ। मैं शांत स्वभाव का हूँ।
इस मजेदार सेक्स कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि हम चारों होली की मस्ती भरे इस दंगल में कामुक रोमांस की शुरूआत कर चुके थे.
सन्ता किसी शहर में पहली बार घूमने के लिए गया तो होटल में कमरा लेने के बाद वह बार में व्हिस्की लेने के लिया गया।
दोस्तो, आज आपके सामने सविता भाभी कार्टून शृंखला की चौथी कड़ी पेश है।
दोस्तो मेरा नाम समीर है, मैं दिल्ली का रहता हूँ। वैसे हम लोग लोग उ. प्र. के रहने वाले हैं, मेरा मूल निवास वहीं का है।
दोस्तो, मैं एक जवान हट्टा-कट्टा युवक हूँ और अपने परिवार के साथ रहता हूँ। मैं बहुत दिनों से अपनी भाभी की छोटी बहन निशी को चोदने की ताक में था। निशी एमबीए की पढ़ाई के लिए शहर आई हुई थी और हमारे साथ ही रहती थी। मैं जानता था कि अपनी ही भाभी की छोटी कुंवारी बहन को चोदने की इच्छा करना ठीक नहीं है.. पर लौड़े की जिद के आगे मज़बूर था।
मेरा बेटा दही लेकर आ गया था. मैं भी फ्रेश हो के नहा के आ गया और सबने मिल के नाश्ता किया. हमारी ट्रेन अगले दिन शाम को थी.
प्रेषक : आशु
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प्रेषक : सुनील कश्यप
मैं चंद्रप्रकाश हूँ. फिल्म देखने की चाह ने मुझे सत्यम का शिकार बना दिया था. सत्यम ने लपक के मेरी गांड मारी और मुझे अपना मूसल लंड चुसवाया. उसी दिन से मेरे अंदर की लड़की जाग गयी और मैं गांडू बन गया. यह बात आपने मेरी प्रिय वेबसाइट अन्तर्वासना पर मेरी पहली कहानी
दोस्तो, मेरा नाम राहुल गांडू इन्दौरी है, मैं 6 महीने पहले ही इंदौर में आया था, मैं यहाँ अपने मामा मामी के यहाँ रहता हूँ.
नमस्कार, दोस्तो, मैं रवि आप का एक बार फिर से स्वागत करता हूँ, और आप सभी का धन्यवाद करता हूँ कि अपने मेरी कहानियों को पढ़ कर मुझे बहुत प्यार दिया।