दोस्त की प्यारी बहन की चूत चुदाई की कहानी
बात उस समय की है जब मैं गुरूग्राम में रहता था और जिम में फिटनेस ट्रेनिंग देता था।
बात उस समय की है जब मैं गुरूग्राम में रहता था और जिम में फिटनेस ट्रेनिंग देता था।
किरण आँटी की चुदाई से मैं ऊब चुका था। उनकी बेटी नेहा जवान हो रही थी। बड़ी-बड़ी चूचियाँ, उभरी हुई गाँड, क़यामत लगती थी। ख़ैर किरण आँटी मुझे उसके पास फटकने भी नहीं देती थी।
Chut Chudai ka Kautuhal
अंजलि मैडम की चुदासी चूत की चुदाई
‘क्या आप इस संडे को मिल सकते हैं?’ उसने एक पल भी गँवाए बगैर पूछा।
अब तक मैंने आंटी को बिस्तर पर लाकर अपने वश में कर लिया था.
आप सभी पढ़ने वालों और वालियों को मेरा नमस्कार। मेरी पिछली कहानियों पर मुझे काफी मेल्स मिले। कुछ ने नंबर पाने की भी चेष्टा की। माफ़ी चाहूंगा क्यूंकि मैं खुद दुनिया के सामने नहीं आना चाहता। आप बस मेरी कहानियों को पढ़ें और आनंद लें और अपना प्यार बनाये रखें।
हैलो दोस्तो, मैं पुणे महाराष्ट्र से राजू हूँ. अन्तर्वासना पर मैं अपनी शादीशुदा बहन किरण के जीवन से जुड़ी कहानी लिख रहा हूँ.
जैसा कि मैंने आपसे कहा था, मैं पलक और अंकित की अधूरी कहानी लेकर आप के सामने हाजिर हूँ..
हैलो फ्रेन्ड्स कैसे हो आप सब.. आप सब का बहुत-बहुत धन्यवाद.. जो आपने मेरी पिछली स्टोरी
योनि की जगह से उनकी कच्छी पूरी गीली हो गई थी, मैडम की चूत पूरी पनिया गई थी, मैंने अपना हाथ कच्छी के अंदर घुस दिया और उनकी चूत के दाने को मसलने लगा।
कमरे में हम चारों चुदाई का खेल खेल रहे थे।
चुत चुदाई स्टोरी की इस साईट पर आप सबको मेरा नमस्ते.. मेरा नाम दीपक है, मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। मेरे परिवार में मॉम-डैड, दीदी और मुझे मिला कर हम 4 लोग हैं।
हैलो पाठको, आप सभी को मेरा प्रणाम..
प्रेषक : राहुल पटेल
राज का मन बार बार रूपल को सोच सोच कर तड़प जाता था। जाने रूपल में क्या ऐसी कशिश थी कि उसका दिल उसकी ओर खिंचा जाता था। साहिल की तकदीर अच्छी थी कि उसे ऐसी रूपमती बीवी मिली थी। आज भी राज का लण्ड उसके बारे में सोच सोच कर तन्ना उठा था। अंजलि राज की पत्नी थी, पर कहते हैं ना दूसरो की चीज़ हमेशा अच्छी लगती है, शायद राज का यही सोचना था। उधर अंजलि भी साहिल पर शायद मरती थी। ऐसा नहीं था था रूपल और साहिल भी राज और अंजलि की तरफ़ आकर्षित नहीं थे, उनका भी यही हाल था।
प्रेषिका : परमजीत कौर
दोस्तो! मेरा नाम राज शर्मा है. मेरी पिछली कहानी
मेरा नाम अरुण है, मुम्बई का रहने वाला हूँ। आज मैं आपको अपनी आत्मकथा बताऊँगा।
शाम को वापिस आया तो मामी मेरी प्रतीक्षा कर रही थी, मेरे कदम घर में पड़ते ही उन्होंने दरवाज़ा बंद कर चिटकनी लगा दी तथा मुझसे चिपक कर मेरे होंठों पर अपने होंठ चिपका कर चुम्बन लेने लगी।
मेरा नाम राहुल है, मैं आज आपको अपनी सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ। यह कहानी सुन कर आपका अंग-अंग कामुक हो जाएगा।
हाय दोस्तो, मेरा नाम महेश है, मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ।
प्रेषक : रॉकी
प्रेषक : राज सिंह
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