आंटी ने सिखाया-4
प्रेषक : अमन वर्मा
प्रेषक : अमन वर्मा
मेरी तरफ से अन्तर्वासना के सभी पाठकों को नमस्कार!
हैलो हॉट बाय्स और गरम सेक्सी गर्ल्स.. मेरा नाम विक्की है और मुझे हिंदी में हॉट सेक्स कहानियां और चुटकुले पढ़ना पसंद हैं. मैं लखनऊ में रहकर पढ़ाई करता हूँ.
अगली सुबह से ही मैंने रोहन की उस फेसबुक आईडी पर निगाह रखना शुरू कर दिया।
प्रेषक – माही सक्सेना
और बुर वालियों तुम्हारे बुर का क्या हाल-चाल हैं?
दोस्तो, मैं सनी वर्मा!
नमस्कार मित्रो, मैं अनिल, मेरी उम्र चौबीस साल है, ये मेरी पहली कहानी है. उम्मीद है आप सभी को पसन्द जरूर आएगी.
Talakshuda Fuddi ki Pyas Bujhai-1
इस हिंदी सेक्सी स्टोरी में मैं आपको हमारे खानदान की सबसे अन्दर की बात बताने जा रहा हूँ मेरे हिसाब से मैंने कुछ बुरा किया नहीं है हालांकि कई लोग मुझे पापी समझेंगे। कहानी पढ़ कर आप ही फ़ैसला कीजिएगा कि जो हुआ वो सही हुआ है या नहीं?
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दोस्तो, आप सबको मेरा नमस्ते, मैं सागर, गुजरात से हूँ. मैं आज जो आपको नोनवेज स्टोरी बताने जा रहा हूँ, वो मेरी और मेरी सग़ी बहन ज्योति की है.
दोस्तो, मैं किंशुक फिर हाजिर हूँ, मैं काफी स्मार्ट हूँ, ऐसा मैं नहीं मेरे दोस्त कहते हैं। मेरा कद 5’10” हैं और मेरा लन्ड काफी लंबा और मोटा है जो किसी भी लड़की की चूत को फाड़ सकता है।
लेखिका : उषा मस्तानी
हैलो चूत के पुजारियो और लण्ड की दीवानियो.. कैसे हो आप सब.. आशा करता हूँ.. सब चूत के मज़े.. लंड के रस पी रहे होंगे। बहुत-बहुत धन्यवाद आप सबका.. जो मेरी पिछली कहानियां आप सबने बहुत पसंद की।
सभी चूत और लण्ड धारियों को मेरा लण्ड उठाकर नमस्कार। मेरा नाम प्रेमराज है.. मैं नेपाल से हूँ, मैं 5’10” का नौजवान हूँ। मेरा लण्ड का साइज़ 8 इन्च लम्बा और 3.5 इन्च गोलाई में मोटा है। मैं देखने में सामाऩ्य ही हूँ और अभी 29 वर्ष का हूँ।
सभी अन्तर्वासना पढ़ने वालों को और प्यारे गुरु जी को काजल का खुली जवानी की अंगडाई लेते हुए नमस्कार !
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विजय पण्डित
फोन लेकर कम्मो बहुत खुश नजर आ रही थी. हम रेस्तरां के केबिन में बैठे थे.
मेरा नाम कमल सेन है.. अपनी पढ़ाई के लिए मैं पार्टटाइम जॉब हेतु महिलाओं के जिस्म की बॉडी मसाज का काम करता हूँ। अपने काम से मैंने कई मेमों.. गर्ल्स को खुश किया है.. उनके बदन का दर्द हो या चूत का.. दोनों को मैं पूरी मेहनत से दूर करता हूँ।
अपनी असफलता से दुखी होकर मैंने वंदना की आँखों में देखा और उसने मेरी मुश्किल को भांप लिया… अब हम दोनों ने एक दूसरे के होठों को आजाद कर दिया था और मैं इस उधेड़बुन में था कि वो खुद अपने कुरते को निकलेगी या फिर मुझे कोई इशारा देगी…
कथा : शालिनी भाभी (राठौर)
मिताली और उनके पति पंकज सहारनपुर में रहते थे, पंकज सरकारी बैंक में नौकरी करते थे, लेकिन उनका तबादला पटियाला हो गया था तो वे अपना कुछ सामान पटियाला लेकर जा रहे थे, वैसे तो काफ़ी सामान उन्होंने छोटे ट्रक से भेज दिया था पर कांच की कुछ चीज़ें, क्रॉकरी आदि अपनी कार से लेकर जा रहे थे।
मुझे मयूरी से मिले हुए दो दिन हो गए थे हमें ऐसा कोई अवसर नहीं मिला पर हाँ हम एक दूसरे को देख जरूर लेते थे, पर जब- जब मैं उसको देखता था तो मेरी लंड की प्यास ओर भी बढ़ जाती और शायद मयूरी का भी यही हाल था।