मेरा नौकर राजू और मेरी बहन-5
मेरी सेक्स कहानी के पिछले भाग
मेरी सेक्स कहानी के पिछले भाग
टॉम हुक
बड़ी बहन को पटाया और छोटी चुद गई-1
सबसे पहले सभी प्यासी चूतों और जानलेवा लंडों को मेरे लंड की ओर से नमस्कार।
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आधे घंटे में हम घर पहुँच गए। भाभी हम दोनों को देखकर बोलीं- रजनी क्या हो गया था? तेरे होटल से फोन आया था, तीन लड़कियाँ धंधा करते हुए पकड़ी गई हैं, उनमें तू भी है।
अन्तर्वासना के पाठक पाठिकाओं को नमस्कार!
मैं अन्तर्वासना का बहुत पुराना पाठक हूँ, मैंने बहुत कहानियाँ पढ़ी, फ़िर मुझे लगा कि मुझे भी अपनी कहानी लिखनी चाहिए और मैंने लिखना शुरु कर दिया।
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सम्पादक जूजा
हेलो दोस्तो ! मैं अरशद, एक बार फिर से आपका अन्तर्वासना में स्वागत करता हूँ। सभी पढ़ने वालों को नमस्कार ! आप सभी का धन्यवाद कि आपने मेरी कहानी “मेरा पहला अनुभव” को काफी सराहा।
अब तक आपने पढ़ा..
लेस्बियन सहेली की कहानी में पढ़ें कि मेरी एक नयी बनी सहेली मुझमें ज्यादा रूचि लेने लगी थी. उसने मेरी एक खूबसूरत सहेली को देखा तो …
मैं अक्सर मुम्बई जाता रहता हूँ.. मैं इस बार मुम्बई गया तो एक अजीब अनुभव मिला।
जब आँख खुली …काफी दोपहर हो चुकी थी, दोनों को भूख भी लगी थी, दोनों ने साथ-साथ जल्दी से नहा कर हल्के से कपड़े पहन लिए। दोनों बहुत खुश थे और हर समय एक दूसरे को चूम कर छूकर अपनी ख़ुशी का इज़हार कर रहे थे।
इस चुदाई में मुझे इतना आनन्द आया कि मेरे लंड ने इतना वीर्य स्खलित किया कि मुझे खुद हैरानी हुई कि इतना वीर्य?
प्रेषिका : सुनीता
दोस्तो, मैं इस आंटी सेक्स स्टोरी में आपको मालिश से चुदाई तक की सेक्सी स्टोरी सुना रहा हूँ।
मेरी भाभी की उम्र 21 साल की थी, और मैं 18 साल का था। भाभी ने बीए फ़ाईनल की परीक्षा दी थी और मुझे रिजल्ट लेने भाभी के साथ उज्जैन जाना था। उज्जैन में ही कुछ ऐसा हुआ कि मैं और भाभी बहुत ही खुल गए।
मैंने हालात के आगे आत्मसमर्पण करते हुए सामूहिक चुदाई को स्वीकार कर लिया था। शायद मैं खुद भी ये सब चाहती थी, तभी तो मैंने ऐसी मजेदार चुदाई पाकर मुंह से विकास का लंड निकाला और कहा- वाह..! आज तो सच में मजा ही आ गया।
मैंने बड़े प्यार से अजय के लंड को चूसना शुरू कर दिया। अजय को मज़ा आने लगा, तब मैंने होंठ कस कर बंद कर लिए और उसको इशारा किया कि अब झटके मार..
रानी मधुबाला
फिल्मों से यारी, चूत की भरमारी-1
दोस्तो, मेरा नाम अरविंद शर्मा है और मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मैं अन्तर्वासना को 2007 से पढ़ रहा हूँ। मैं पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हूँ, काम की व्यस्तता के चलते और कुछ झिझक के चलते मैं आप को अपनी आपबीती नहीं सुना सका। मगर आज मैं आपको अपनी आपबीती सुना रहा हूँ।
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