अन्तर्वासना की प्रशंसिका की लेखक से मुलाकात-4
मैं- मैंने हर्ष सर के साथ जो किया था, नादानी में किया था, मेरी भूल थी पर आज तो मैंने सोच समझ कर अपने दिल से किया है तभी शायद मैं दिल से खुद को तृप्त महसूस कर रही हूँ। थैंक्स यू राहुल!
मैं- मैंने हर्ष सर के साथ जो किया था, नादानी में किया था, मेरी भूल थी पर आज तो मैंने सोच समझ कर अपने दिल से किया है तभी शायद मैं दिल से खुद को तृप्त महसूस कर रही हूँ। थैंक्स यू राहुल!
हमारे ऑफिस में मेरे साथ बहुत से लड़के भी काम करते हैं। उनमें से कई शादीशुदा हैं और कई कुँवारे।
लेखक : माइक डिसूज़ा
तभी नमिता ने फरमान जारी किया- हमें भी सभी मर्दों की गांड चुदाई देखनी है। और अगर तुम लोग मना करते हो तो हमारी चूत और गांड भी भूल जाओ और गेम यहीं बन्द कर दो। इसके अलावा मैं किसी बाहरी मर्द से चुदने को राजी हूँ, पर तुममें से किसी को भी अपनी चूत और गांड नहीं दूंगी।
मैं आज आप सभी के सामने एक कहानी रख रहा हूँ.. आप ही निर्णय लें कि ये सही है या काल्पनिक!
प्रेषक : जो हन्टर
प्रेषक – लक्ष्य
अब तक आपने पढ़ा कि भैया ने शराब के नशे में मुझे भाभी समझ कर पकड़ लिया था।
खुशबू
नमस्कार दोस्तो, आज मैं आपको एक हकीकत बताने वाला हूँ जिसे मैंने कई सालों से अपने दिल में ही छिपा रखा है। यह बात उन कुछ सालों की है जब मैंने बचपन से जवानी में कदम रखा।
Bhabhi ko Chod Kar Virya daan diya
अब तक की इस फ्री सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि जॉन ने फ्लॉरा को बातों में बहका कर उसकी चुत में अपना मूसल लंड पेल कर उसकी चुत की सील तोड़ दी थी. लेकिन फ्लॉरा की टाईट चुत के कारण जॉन का लंड भी छिल गया था जिससे उसने लंड बाहर निकाल लिया था.
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम महेश कुमार है, मैं सरकारी नौकरी करता हूँ। मैं आपको पहले भी बता चुका हूँ कि मेरी सभी कहानियाँ काल्पनिक हैं जिनका किसी से भी कोई सम्बन्ध नहीं है अगर होता भी है तो यह मात्र एक संयोग ही होगा।
सारिका कंवल
मैं आकाश गुजरात से अपको एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूं, जो मेरे साथ हुई थी, मेरी एक मौसी बहुत ही सेक्सी और मस्त लेकिन मैंने उनको कभी इस नज़रों से देखा नहीं था, लेकिन एक दिन की बात, मैं गर्मियों की छुट्टियों में उनके घर गया था अकेला, उनके परिवार में वो, मेरी मौसाजी और एक छोटी लड़की थी, मौसी देखने में गोरी, चिट्टी और बहुत सेक्सी थी, उनका फ़ीगर 38-32-38 था थोड़ी मोटी थी लेकिन अच्छी थी उनकी उमर 45 साल थी।
वो बाथरूम से अच्छे से पौंछ कर बिना कपड़ों के ही बाहर आ गये।
मास्टरजी क्योंकि पीठ की मालिश में मग्न थे, प्रगति की योनि गीली होने का दृश्य नहीं देख पाए। उनकी नज़र पीठ की तरफ और ध्यान चूतड़ों से स्पर्श करती अपनी निकर पर था जिसके कारण उनका लिंग कठोर से कठोरतर होता जा रहा था।
जूजा जी
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प्रीतो- कंडोम का पैकेट देना !
69 का खेल
अब तक आपने पढ़ा..
प्रेषक : अक्षय राठौर
मैं श्रुति 23 साल की हूँ, उन्नीस साल की उम्र में मुझे अपने पड़ोस के एक लड़के से प्यार हो गया था लेकिन इससे पहले की हमारी प्रेम कथा आरम्भ होती किसी दूसरी लड़की से उसकी शादी हो गई।
आप सभी प्यारे दोस्तों, देवरों और मेरे प्यारे मुँहबोले पतियों को आपकी मधु का प्यार भरा नमस्कार।