हसरत-ए-लंड बेइन्तहा
नदी किनारे घटना घटी, घटना थी गंभीर..
नदी किनारे घटना घटी, घटना थी गंभीर..
मेरा नाम पूनम है, मेरी उम्र 19 साल और शरीर का साइज़ 38-36-38 है। मेरी मोटी गांड, गोल-गोल चूतड़ हैं, गुलाबी-गुलाबी होंठ.. गाल पर तिल.. और एकदम गोरा रंग है।
यह सेक्सी स्टोरी उन दिनों की है जब मैं 12वीं क्लास में पढ़ रही थी। मेरा नाम अलीशा है.. मैं क्लास में हमेशा अव्वल आती थी। मुझे मेरे मोहल्ले के लड़के हमेशा घूरते रहते थे.. पर मुझे समझ नहीं आता था कि ये क्यों घूरते हैं।
नया शहर और नोटबंदी…
दोस्तो, मेरा नाम रवि है. मैं जोधपुर राजस्थान का रहना वाला हूँ. ये कोई कहानी नहीं, बल्कि एक सच्ची घटना है, जो कि मेरे ओर मेरी बड़ी कजिन के बीच घटी थी.
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हाय दोस्तो, आशीष हाजिर है आपके लिये एक मस्त सेक्सी स्टोरी लेकर। आशा करता हूँ कि आपको पसंद आएगी।
अब तक आपने पढ़ा…
नमस्कार दोस्तो, कहानी की अगली कड़ी लेकर मैं एक बार फिर आप सबके सामने हाजिर हूँ। अभी हम कहानी के आखरी पड़ाव में नहीं हैं, बल्कि शुरुआत में ही पहुंचे हैं। जो कुछ भी आपने अभी तक पढ़ा वह महज कहानी की भूमिका थी। जो कहानी के अगले हिस्सों से जुड़ी हुई है।
सिकदा प्रियंका के पास आई तो प्रियंका खड़ी हो गई और अपनी मैक्सी को कमर तक उठा ली।
अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा प्यार और धन्यवाद ! आप लोगों को मेरी पिछली कहानी बहुत पसंद आई।
लेखक : सन्दीप शर्मा
आसाम की हरी भरी वादियों में यदि आप जायें तो आपका मन झूम उठेगा। मैं अपने पति के साथ आसाम के एक ओयल फ़ील्ड में हूं। 15 दिनों तक लगातार यहाँ फ़ील्ड में रहना होता है। केम्प से 3 किलोमीटर दूर ड्रिलिंग मशीन काम कर रही है। उसके लिये उन्हें लाने ले जाने के लिये वाहन की व्यवस्था है।
मैं विकी, अपनी मम्मी की सहेली की चुदाई की कहानी बता रहा हूँ कि कैसे मैंने आंटी की मस्त फ्री मूड से सेक्स किया, आंटी को चोदा.
सगे भाई बहन की चुदाई की अब तक की कहानी
लड़कपन में मैं बुरी संगत में रहकर बिगड़ गया था, लड़कियों की नंगी तस्वीरें देखना.. गन्दी बातें करना.. टॉकीज़ में एडल्ट फ़िल्म देखना.. ये सब किया करता था।
तीसरे दिन सुनील को आना था दोपहर को … तो यह तय हुआ कि मनोज अपने ऑफिस से सुनील को लेता हुआ घर आ जाएगा और लंच कर के वो सुनील को लेकर ऑफिस चला जाएगा. वहां से वो लोग घूम फिर कर रात को घर आयेंगे.
कहानी का पिछ्ला भाग: गाँव की गोरी और डॉक्टर-1
अब तक आपने पढ़ा..
प्रेषक : राजवीर
मैं विशाल एक बार फिर हाज़िर हूँ आप सबके सामने, आजकल मैं गुडगाँव में रह रहा हूँ अपनी जॉब की वजह से !
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मुझ प्रभा रांड का जिस्मानी प्रणाम स्वीकार हो.
पापा मेरी फुर्ती और व्याकुलता देखकर हैरान रह गये।
अभी तक आपने पढ़ा कि गगन से मेरी लड़ाई हो गई थी और मैं बिना बताए उसको सरप्राइज़ देने उसके घर चला गया। जब घर पहुंचा तो उसने पहले से एक नाइजीरियन ब्लैक को अपनी गांड मरवाने के लिए घर में बुला रखा था। उस नाइजीरियन के सामने तो मैंने कुछ नहीं कहा लेकिन मुझसे वहाँ पर रुका भी नहीं गया। थ्रीसम करना तो दूर मुझे वहां सांस लेने में भी घुटन सी महसूस होने लगी, एक अजीब सी घबराहट अंदर पैदा हो गई मानो कोई चीज़ मुझे अंदर से कचोट रही हो।
आख़िरकार उसके लौड़े ने लावा उगल दिया, गर्म गर्म वीर्य की धार जब ज़न्नत की चूत की दीवारों पे लगी तो उसका बाँध भी टूट गया