मेरा बदन उनके दोस्त की बाँहों में
लेखिका : शालिनी
लेखिका : शालिनी
दोस्तो, आज आपके लिए एक नई कहानी पेश है।
🔊 यह कहानी सुनें
एक दिन रात को 11 बजे अनीता ड्रिंक लेकर लड़खड़ाते हुए घर आई, उसने पर्स में सिगरेट निकालने के लिए हाथ डाला पर पैकेट में
मेरी सेक्स कहानी के पहले भाग
विनय पाठक ने आणन्द, गुजरात से अपनी आप बीती को एक लेख के रूप में मुझे भेजी है. वैसे तो यह आम सी बात है और बहुतों की जिंदगी आपसी समझ की कमी से कुछ इसी तरह की हो जाती है और अलगाव बढ़ जाता है. पर फिर जिंदगी में कोई आ जाता है तो दुनिया महक उठती है रंगीन हो जाती है.
🔊 यह कहानी सुनें
पिछले भाग में आपने पढ़ा कि मेरे छोटे भाई विक्रम और उसकी बीवी ने मेरे साथ ही गजब का खेल कर दिया जिसके बारे में मैं अंदाजा भी नहीं लगा सकता था. वो दोनों भी अदला-बदली की चुदाई का आनंद लेना चाहते थे और जब मैंने हम चारों के साथ चुदाई का आनंद लेने के लिये हामी भर दी तो वो दोनों खुशी से उछल पड़े.
एक लड़का था, हट्टा-कट्टा, लम्बा चौड़ा, लम्बाई छः फुट चार इंच, 56 इंच चौड़ी छाती, विशालकाय मांसल भुजाएँ और जाँघें, छाती, जाँघों व हाथ-पाँव पर बाल, यानि डील-डौल लाखों में एक और नाम था अर्जुन यादव।
सरला भाभी मुझे चुदासी आवाज में कह रही थी- आ मेरे चोदू, ठोक दे अपना मोटा लंड मेरी मचलती चूत में! इतनी जोर से मुझे चोद कि उठने के काबिल न रहूँ!
दोस्ती यारी में बहन की चुदाई फिर बीवी की चूत चुदा ली-2
पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे रज़िया मेरे और नितिन के साथ मज़े लेने के लिये तैयार हो गयी थी और मैं उसे नितिन के कमरे में ले आया था और हमने मज़े शुरू कर दिए थे.. अब आगे पढ़ें-
Hum to Aapka Dudh Piyenge-2
अपने कहे अनुसार अब पूजा की कहानी पर आता हूँ।
सुबह नाश्ते के बाद निशा ने मुझे एक लिस्ट दी.. इस लिस्ट में कुछ नाम और पते लिखे थे।
🔊 यह कहानी सुनें
मेरे दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का पाठक हूँ. यह भाभी स्टोरी मेरी जिन्दगी की बिल्कुल सच्ची घटना है. और मेरी सबसे पहली कहानी है, कोई गलती हो.. तो माफ़ करना.
दोस्तो, मैंने पिछले दिनों अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ीं तो मेरा भी मन हुआ कि मैं भी अपने अनुभव आपके साथ बाटूँ। मैं आपको अपने बारे में बताती हूँ.
दोस्तो ! मैं अपने मित्र सुमित को विशेष रूप से धन्यवाद कहना चाहता हूँ जिसने इस कहानी के हिंदी रूपांतरण में मेरी सहायता की।
मुझे मयूरी से मिले हुए दो दिन हो गए थे हमें ऐसा कोई अवसर नहीं मिला पर हाँ हम एक दूसरे को देख जरूर लेते थे, पर जब- जब मैं उसको देखता था तो मेरी लंड की प्यास ओर भी बढ़ जाती और शायद मयूरी का भी यही हाल था।
हाय दोस्तो,
मैंने सर को पकड़कर अपने ऊपर खींच लिया, वो भी मेरे ऊपर आकर मेरे से लिपट गए, मेरे चेहरे को थामकर मेरे होंठों का रसपान करने लगे। उनका खड़ा लंड मुझे अपनी नाभि के पास चुभता महसूस हो रहा था।
🔊 यह कहानी सुनें
दोस्तो, मेरा नाम समीर है. मैं मुंबई का रहने वाला हूँ. मैं अभी 25 साल का हूँ और मेरी कद काठी बहुत मजबूत, बिल्कुल एक जिमनास्ट की बॉडी जैसी है. ऊपर से बनाने वाली की कृपा से और पॉर्न मूवीस की बदौलत मेरे लंड की साइज़ भी काफ़ी ठीक है. यह सात इंच का है.
🔊 यह सेक्स फॉर फ्री कहानी सुनें