मासूम यौवना-8
लेखिका : कमला भट्टी
लेखिका : कमला भट्टी
मैं बहुत ही दुबला पतला हूँ, मेरे शरीर पर नाम मात्र के बाल हैं। झांट और सर के बाल के अलावा छाती या हाथ पैर पर बाल नहीं हैं। मतलब यह है कि मैं अगर साड़ी में भी आ जाऊँ तो लोग मुझे पहचान नहीं पाएंगे, मेरी आवाज़ भी वैसी ही लड़कियों वाली है।
मैं सोनू, प्रभा रंडी का बेटा और शीतल का बड़ा भाई।
आपने मेरे इस सत्य घटना के पहले भाग में पढ़ा कि किस तरह मैंने योजना बनाकर पंचर वाले की गांड मारी।
इस सेक्स स्टोरी के दूसरे भाग
दोस्तो, मेरी कहानियों पर बहुत से अनजान मित्रों के मेल आते रहते हैं। यह कहानी उन्हीं में से एक मित्र की है जो उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।
‘ओह… चोद मेरे हरजाई कुत्ते भाई और ज़ोर से चोद… ओह… कस कर मार… और ज़ोर लगा कर धक्का मार… ओह… मेरा निकल जाएगा, सीईईईई… कुत्ते, और ज़ोर से चोद मुझे… बहन की बुर को चोदने वाले बहन के लौड़े हरामी… और ज़ोर से मार… अपना पूरा लंड मेरी चूत में घुसा कर चोद कुतिया के पिल्ले… सीईईईई… मेरा निकल जाएगा।’
पार्वती :श्रुति, कहां है तू, सुबह से ढूंढ रही हूं तुझे कहां चली गयी थी तू।
सम्पादक जूजा
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दीपाली देर तक सोती रही क्योंकि आज स्कूल तो था नहीं और कल की चुदाई से उसका बदन दुख रहा था।
प्रिय पाठको, मैं सोनू कुमार इस बार अपनी कहानी नहीं लिख रहा हूँ, मेरे एक मित्र की बड़ी तीव्र इच्छा थी कि उसकी सेक्सी कहानी मेरे द्वारा सम्पादित हो तो मैंने अपने दोस्त की इच्छा को मान कर इस सम्पादित करने का जिम्मा लिया है!
अब तक आपने जो पढ़ा उसमें आंटी और मेरे बीच प्यार के अहसास थे, फिर मैंने ‘आयय हायय मेरी जानेमन…’ कहते हुए मैंने आंटी को अपनी बांहो में उठा लिया और मकान के उस चौथे कक्ष की ओर बढ़ गया जिसे हम लोगों ने इलाज और इस काम के लिए ही आरक्षित कर रखा था।
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यह मेरी पहली सेक्सी स्टोरी है। आज मैं इसे आप सब से शेयर कर रहा हूँ.. मुझे उम्मीद है कि आपको ये सेक्सी स्टोरी पसंद आएगी।
मेरी हिंदी सेक्स कहानी के प्रथम भाग
प्रणाम पाठको, मेरे आशिक़ो, मेरे चोदने वालों सबको सनी का प्रणाम…
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दोस्तो, मैं मानश फिर हाजिर हूँ नई कहानी के साथ। मैं सेक्स का बहत शौक़ीन हूँ। मेरे लण्ड आकार 6 इंच, 2 इंच मोटा है जो हर लड़की को अच्छी तरह से संतुष्ट कर देता है।
अब तक आपने पढ़ा..
लेखक : राज कमल
बीवियाँ हालाँकि अपने रिश्तों के प्रति ईमानदार थीं लेकिन खेल के माहौल में दूसरे मर्द के गुप्तांग का नजारा उनकी आँखों और दिमाग़ में चढ़ गया।
यह चोदन कहानी तब की है जब मैं 12 वीं में पढ़ता था। मैं घर से दूर कमरा किराये पर लेकर रहता था।
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम जैस है और मैं जयपुर से हूँ. मेरी हाइट 6 फीट है.. और मेरे लंड का नाप 6.5 इंच है. मैं रंग का गोरा और हैंडसम हूँ.. मेरी बॉडी स्लिम है.
मेरी प्यासी चूत की कहानी के पहले भाग