जब साजन ने खोली मोरी अंगिया-7
मायके में
मायके में
मैं परीक्षित… एक पाठक ने मुझे अपनी पत्नी की सेक्स समस्या भेजी है, उन्हीं से सुनिए –
मैं दुनिया में बिल्कुल अकेली थी। मेरे माँ-बाप बचपन में ही एक दुर्घटना में चल बसे थे। मेरे मामा ने ही मुझे पाल-पोस कर बड़ा किया था। एम कॉम तक मुझे पढ़ाया था। मेरे मामा भी बहुत रंगीले थे। बचपन से ही वो मेरे शरीर से खेला करते थे। मेरे छोटे छोटे मम्मों को वो खूब दबाते थे। मेरी कम समझ और विपरीत लिंग आकर्षण के कारण मुझे इसमें बहुत आनन्द आने लगा था। बस उन्होंने रिश्तों का लिहाज करके मुझे चोदा नहीं था जबकि मुझे तो चूत में बहुत ही खुजली होती थी।
दोस्तो और प्यारी भाभियो, जवानी की मस्ती में झूम रही जवान लड़कियो…
प्रेषक : निखिल
अन्तर्वासना के सभी दोस्तों को मेरे खड़े लंड का प्रणाम.. हैलो दोस्तों मेरा नाम है विक्की है.. मैं जबलपुर का रहने वाला हूँ। मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ और अन्तर्वासना की कहानियों से प्रेरित होकर अपने जीवन की एक सत्य घटना आप लोगों को बताना चाहता हूँ।
एक बार रंडी बाजार में पुलिस का छापा पड़ गया।
“उफ्फ…अब हट भी जाइये, अब और कितना रगड़ोगे मुझे. आधा घंटा से ऊपर हो गया; मेरा तो दो बार हो भी चुका. थक गयी मैं बुरी तरह से सांस फूल गयी मेरी तो” मेरी रानी ने भुनभुनाते हुए कहा और मुझे परे धकेलने की कोशिश की.
मम्मी मेरा इंतज़ार कर रही थी और हम दोनों ने मिल कर मेरा सूटकेस तैयार कर दिया।
हैलो फ्रेन्ड्स कैसे हो आप सब.. आप सब का बहुत-बहुत धन्यवाद.. जो आपने मेरी पिछली स्टोरी
हमने माहौल को कामुक बनाया और सामूहिक चुदाई की शुरूआत कर दी।
मेरा नाम पिंकी है. मैं दिल्ली की रहने वाली हूँ. आज मैं आप सब को अपनी चुदाई की एक सच्ची सेक्स भरी हिन्दी कहानी सुनाने जा रही हूँ कि कैसे मैंने शादी के बाद अपने देवर से चुदवाया और कैसे मुझे बड़ा मजा आया.
मैं रोहन शर्मा भोपाल का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 24 साल है इस कहानी की नायिका मेरी माँ सुनीता शर्मा उम्र 42 साल है। माँ की लंबाई 5 फीट 4 इंच होगी रंग गोरा ओर शरीर की बनावट ऐसी की मेरी गली के छोटे से लेकर बूढ़े तक माँ को गिद्ध की तरह भूखी नज़रों से देखते हैं। माँ अक्सर साड़ी या सूट ही पहनती है साड़ी को नाभि के 2 इंच नीचे बांध कर जब निकलती है तो गाली के सभी लंड सलामी देते हैं। माँ का फिगर 38-32-42 के करीब होगा, अब बिल्कुल सही तो नहीं बता सकता, माँ है मेरी, कभी नापा नहीं है उसका फिगर।
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मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ. पहली बार मुझे मौका मिला है अपनी कहानी अन्तर्वासना पर प्रकाशित करवाने के लिए… आप सभी तक अपनी सेक्स स्टोरी भेज रहा हूँ. मुझे कुछ चूक हो जाए, तो माफ कर दीजिएगा.
कॉलेज में हड़ताल होने की वजह से मैं बोर हो कर ही अपने घर को कानपुर चल पड़ा. हड़ताल के कारण कई दिनो से मेरा मन होस्टल में नहीं लग रहा था. मुझे माँ की बहुत याद आने लगी थी. वो कानपुर में अकेली ही रहती थी और एक बैंक में काम करती थी. मैं माँ को आश्चर्यचकित कर देने के लिये बिना बताये ही वहाँ पहुँचना चाहता था.
दोस्तो, इस कहानी का नाम पढ़ कर आपको भी अजीब लगेगा कि एक औरत किसी मर्द की गान्ड कैसे मार सकती है?
प्रेषक : ज़ूज़ा जी
भाभी ने खेला मेरे बर्थडे पर चुदाई का खेल-1
कहानी का पिछला भाग: इत्तेफाक से जेठ बहू के तन का मिलन-2
दोस्तो, मैं फेहमिना आप सबके सामने एक नई कहानी लेकर उपस्थित हूँ। लेकिन यह कहानी सच्ची नहीं है, यह सिर्फ एक सपना था जो मैंने एक रात आएशा के साथ लेस्बियन सेक्स करने के बाद देखा था।
निम्न कहानी का पूरा मजा लेने के लिए एक बार पूर्व-प्रकाशित कहानी
हैलो दोस्तो, आज आपके सामने मैं लेकर आया हूँ, सुरेंदर सिंह पूनिया की कहानी। कहानी नहीं ये असल में घटी घटना है। सुरेंदर सिंह ने जो मुझे सुनाया वो मैं थोड़ा और मसाला डाल कर लिख कर आपके सामने पेश कर रहा हूँ, तो मजा लीजिये।
हाई जान… उस डायरेक्टर की करतूतों को दुनिया के सामने लाकर मैं बहुत खुश हूँ, ना ही सिर्फ मैं बच गई बल्कि वो सभी लड़कियाँ जिन्हें उसने अपना सेक्स स्लेव बना रखा था… डिस्गस्टिंग… एनी वेज़… मेरे घर लौटने के बाद मुझे एक ऐसा सरप्राइज मिला जो बिलकुल भी अनएक्सपेक्टेड था।
प्रेषिका : परी