सेक्स की प्यासी आंटी और दोस्त की बहन की साजिश-3
दोस्तो, इस चुदाई की कहानी में अब तक आपने जाना कि नम्रता आंटी और अंजू दोनों ही मुझे पसंद करने लगी थीं।
दोस्तो, इस चुदाई की कहानी में अब तक आपने जाना कि नम्रता आंटी और अंजू दोनों ही मुझे पसंद करने लगी थीं।
मैं अन्तर्वासना का दैनिक पाठक हूँ, यह एक ऐसी जगह है जहाँ लोग अपने दिलों की अनकही इच्छाएँ व बातें लिख सकते हैं।
सबसे पहले सेक्सी लड़कियों और भाभियों को मेरा नमस्ते।
दोस्तो.. मैं अपनी गर्लफ्रेंड की पहली बार की चूत चुदाई की कहानी आपको बता रहा हूँ।
लेखक : रोहित
नमस्कार दोस्तो, मैं आपका एक बार फिर से स्वागत करता हूँ एक नई कहानी में, मेरी कहानी का नायक है राहुल और नायिका अनामिका है.
नमस्कार दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ और यहाँ पर अपनी चुदाई कहानी प्रस्तुत करने वाला आपका नया दोस्त हूँ।
अब तक आपने पढ़ा..
पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मुझे दिखाने के बहाने राशिद ने अहाना का योनिभेदन किया था. लेकिन वो नजारा देख कर मेरी कामुकता पूरी उफान पर आ गयी. तभी एक दिन घर में मैं अपनी बहना के साथ अकेली रह गयी तो मेरी बहन ने मुझे बिना मर्द के योनि की खुजली मिटाने का तरीका सिखाने का फैसला किया.
राकेश
Kajal Ki Chudasi Javani
घर पहुँची तो सभी लोग मेरा इंतजार कर रहे थे।
हाय. आय ऍम सोनिया. इससे पहले कि आप ये स्टोरी पढ़ें, आपको इसका भाग १ पढ़ना जरूरी है। ये स्टोरी जहां रुकी थी मैं वहीं से शुरु करती हूं।
मैंने एक तरफ से कामना का नाइट गाऊन उसके नीचे से निकालने के लिये जैसे ही खींचा कामना से अपने नितम्ब ऊपर करके तुरन्त नाइट गाऊन ऊपर करने में मेरी मदद की। मैंने कामना के ऊपरी हिस्से को बिस्तर से उठाकर नाइट गाऊन को उसके बदन से अलग कर दिया…
अन्तर्वासना के सभी दोस्तों को मेरे खड़े लंड का प्रणाम.. हैलो दोस्तों मेरा नाम है विक्की है.. मैं जबलपुर का रहने वाला हूँ। मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ और अन्तर्वासना की कहानियों से प्रेरित होकर अपने जीवन की एक सत्य घटना आप लोगों को बताना चाहता हूँ।
दोस्तो, एक बार फिर राज का दिल और खड़े लण्ड से नमस्कार। जो कहानी अब भेज रहा हूँ, यह मेरी एक दोस्त की है।
यह उस समय की बात है जब मैं कुछ दिनों के लिए दिल्ली रहने के लिए गया था। रोहिणी में मैंने किराये पर एक कमरा और रसोई ले रखी थी। खुद ही पका कर खाता था। नौकरी की तलाश चल रही थी। मेरा एक दोस्त था कबीर। उम्र मेरे जितनी ही थी चौबीस साल। वो अपनी माँ के साथ मेरे बगल वाले कमरे में रहता था। उसके पास भी एक कमरा और रसोई ही थे। उसकी नौकरी एक प्राइवेट कंपनी में लगी हुई थी और वो मेरी नौकरी के लिए भी मेरे साथ था। मुझे दिल्ली आये तीन महीने हो चुके थे और पर नौकरी थी कि मिल ही नहीं रही थी। मैं अक्सर इस बात के लिए परेशान रहता था।
नॉनवेज स्टोरी में पढ़ें कि कैसे एक ससुर अपनी जवान और हसीन बहू को अपनी कामवासना का शिकार बनाना चाह रहा है. जब उसकी बेटी को अपने पिता की नियत का पता चला तो …
दोस्तो, मेरा नाम राजू है, उम्र 34 साल!
लेखक : जो हन्टर
लेखक : यो यो सिंह
लेखक : मनी परिहार
मैं एक लम्बे अरसे से अन्तर्वासना का पाठक हूँ और पहली बार अपनी आपबीती आप सब तक भेज रहा हूँ।
मेरा नाम स्वयम् है, मैं पुणे का रहने वाला हूँ. मैं एक सॉफ्टवेयर कंपनी मैं काम करता हू. जो पुणे के हिन्जेवाड़ी आईटी पार्क एरिया में है.
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