दोस्त की बुआ के घर में तीन चूत-4
आरती चुद चुकी थी, अब मेरी नजर दिव्या की चूत पर थी, पूरी उम्मीद थी कि आज रात दिव्या की चूत भी चुदने वाली थी।
आरती चुद चुकी थी, अब मेरी नजर दिव्या की चूत पर थी, पूरी उम्मीद थी कि आज रात दिव्या की चूत भी चुदने वाली थी।
सुबह जीजा साली दोनों साथ नहाए और नाश्ता करके मनस्वी 8 बजे तक निकल गया।
नमस्कार मेरा नाम सारिका है। मैंने अपने बारे में पहले ही बता दिया है। कहानी ‘यौन लालसा तृप्ति अमर रस से‘ में।
फारूख खान
मेरी सेक्स कहानी के दूसरे भाग
आज के दिन का ज़रूर मेरी जिंदगी से कोई गहरा नाता है, दो साल पहले यही दिन था जब मैंने पहली बार किसी स्त्री को नग्न देखा था, वो भी जबरदस्त ढंग से चुदाई करवाते हुए लाइव… आज फिर से देखने का मौका मिल सकता है.
🔊 यह कहानी सुनें
दोस्तो.. मैं अन्तर्वासना का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ, मैं अपनी यह पहली कहानी पेश कर रहा हूँ।
दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मुझ प्रभा रांड का जिस्मानी प्रणाम स्वीकार हो.
प्रेषक : अरुण
Railway Rest House me Sewa
पिछले भाग में आपने पढ़ा –
दोस्तो, मेरा नाम राहुल है और मैं गया बिहार से एक 25 साल का तंदुरुस्त लड़का हूँ। इस चुदाई की कहानी पर मैं आपके कमेन्ट जरूर पाना चाहता हूँ।
सारे दोस्तों को मेरा नमस्कार…
मेरा नाम संजू है, हरियाणा का रहने वाला हूँ पर पिछले दो साल से दिल्ली में रह रहा हूँ।
मेरा नाम मनीषा है और मैं दिल्ली में रहती हूं अपने पति संजय के साथ। मेरी कहानी बहुत ही अजीब है पर है सच्ची।
अनीता के घर से लग रहा था कि वो अपर मिडल क्लास को बिलोंग करती है, अनीता का कमरा ऊपर था, वो सीढ़ियाँ चढ़ने के लायक नहीं थी, मैंने उसे सहारा दिया, उसको खड़ा करके उसका एक हाथ अपने गले में डाला और अपना एक हाथ उसकी कमर में डाला, फिर उसको लेकर सीढ़ियाँ चढ़ने लगा।
फिर मैंने अपने हाथ उसके टॉप के अंदर घुसा दिए और जैसे उसके नग्न बदन को मेरे हाथों ने स्पर्श किया उसके और मेरे बदन में एक अजीब सी सिरहन दौड़ गई और मेरा लंड मैंने इतनी स्पीड से खड़ा होते हुए और कठोर होते हुए मैंने कभी नहीं महसूस किया था। इतना ज्यादा कि वो मेरी पैंट में फंस गया और सलोनी को भी चुभने लगा।
नमस्कार दोस्तो, मैं राहुल, वाराणसी का रहने वाला हूँ। वैसे तो मैं मिर्ज़ापुर का हूँ लेकिन यहाँ रहकर पढ़ाई कर रहा था। पहले मैं अपने बारे में बता दूँ; जुलाई में मैं 20 साल का हो गया हूँ।
परिवार में चुदाई की इस कहानी में अब तक आपने पढ़ा कि सचिन ने रूपा को न केवल चोदा बल्कि ऐसा चोदा कि इतनी अनुभवी रूपा भी उससे प्यार करने लगी और दोनों ने सारा जीवन साथ बिताने की कसमें भी खा लीं।
कहानी का पहला भाग: बेटा और देवर-1
दोस्तो, मैं श्रेया आहूजा एक बार फिर आपके सामने पेश हूँ !! इतने दिन तक गायब रहने का कारण मेरे भाई की शादी थी ! उसकी शादी कनाडा में हुई आपकी दुआ से !
हाय, मैं राकेश शर्मा.. आपने मेरी कहानी ‘खान चाचा ने चुदाई का चस्का लगाया’ https://antarvasnax.com/gandu-gay/khan-chacha-ne-chudai-ka-chaska-lagaya-1/ पढ़ी होगी। आपको पता चल ही गया कि मुझे गाण्ड और चूत का चस्का कैसे लगा।
कामवाली की मंझली बहू-1