दो बीवियों ने एक दूसरी के पति से चूत चुदवाई
मेरा नाम माया पटेल है मगर मेरा घर का नाम नैन्सी है, शादीशुदा बाल बच्चेदार औरत हूँ। देखने में सुंदर हूँ,दो बच्चों की माँ होने के बावजूद मैंने अपने शरीर बेडौल नहीं होने दिया खुद को फिट रखा है।
मेरा नाम माया पटेल है मगर मेरा घर का नाम नैन्सी है, शादीशुदा बाल बच्चेदार औरत हूँ। देखने में सुंदर हूँ,दो बच्चों की माँ होने के बावजूद मैंने अपने शरीर बेडौल नहीं होने दिया खुद को फिट रखा है।
सन्ता और बन्ता पड़ोसी थे। सन्ता कुंवारा था पर बन्ता की पत्नी जीतो से उसका टांका भिड़ा हुआ था।
मेरा नाम राज किशोर है.. मैं फतेहाबाद हरियाणा में रहता हूँ। वैसे तो मैं एक इंजीनियर हूँ.. पर ज़्यादा पैसे कमाने के लिए बॉडी मसाज भी करता हूँ।
दोस्तो सभी को मेरे खड़े लंड का नमस्कार, जैसा कि कहानी के नाम से प्रतीत होता है.. कहानी गुजरात की है और लंड के साइज़ से प्रतीत होता है लिखने वाला हरियाणा का है।
प्रणाम पाठको, कैसे हो! उम्मीद है सभी कुशल मंगल होंगे।
उस दिन जब हम बिग बाज़ार में थे तो अचानक मेरी पत्नी की नज़र एक सुंदर सी औरत पर पड़ी और उसने आवाज़ लगाई- रागिनी!
प्रेषिका : अंकिता यादव
इस कहानी के पात्र व घटनाएँ काल्पनिक हैं।
अन्तर्वासना के तमाम पाठकों को राहुल का नमस्कार। यह मेरी पहली कहानी है। दोस्तों मैं अपने बारे में बता दूँ, पेशे से मैं एक इंजीनियर हूँ, उम्र तेईस साल, कद छः फुट, रंग गोरा है और स्मार्ट कितना हूँ, यह तो आप मिल कर ही देख लेना।
अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज के सब पाठकों को मेरा नमस्कार, मैं करण फिर से एक घटना लेकर आपके सामने प्रस्तुत हुआ हूं. मेरी पुरानी कहानी
हैलो मेरा नाम कनु है, मैं पेशे से डॉक्टर हूँ, मैं त्वचा-विकार, चर्म-रोग, कॉस्मेटिक सर्जरी और गुप्त रोगों से सम्बंधित बीमारियों का इलाज करता हूँ.. इस कारण मेरे पास ज्यादातर सुंदर लड़कियां ही आती हैं।
फरहान और मैं कमरे में आपी के इन्तजार में ब्लू-फिल्म देख रहे थे।
प्रेषक : इमरान खान
अवधेश रिंकू
मम्मी की भड़कते जिस्म को देख मेरा मन उत्तेजित हो हरेक रात उनकी दमदार चुदाई के सपने देखने लगा हालांकि उससे दोगुना मजा उनकी असल चुदाई करके मैंने महसूस किया।
कम्मो पारो की चूत चुदाई गार्डन में
Bathroom Ka Band Darwaja Khola-4
मैंने सोनू के काम में धीरे से कहा कि मैं छोटे मामा के घर की तरफ जा रहा हूँ तुम भी चलोगी क्या?
जब मैंने टाइम देखने के लिए फोन उठाया तो पता चला कि मेरा फोन तो चालू ही रह गया था और शायद विनोद ने बात सुन ली है।
प्रेषक : प्रेम सिंह सिसोदिया
Mere Yaun Jiwan-ki-Shuruat-2
दोस्तो आप सब को नए साल की बधाई, दुआ करता हूँ कि कोई भी पुरुष या महिला, लड़की या लड़की जो कोई भी अन्तर्वासना पे कहानियाँ पढ़ता या पढ़ती है, ऊपर वाला उन सबकी इच्छा पूरी करे, किसी को हाथ से करने की ज़रूरत न पड़े, सब को एक साथी मिले, सब चुदें चुदवाएँ, ज़िंदगी की मज़े लें!
मैं संजय एक बार फिर अपनी आपबीती आपको बताना चाहता हूँ. मेरी पहले की कहानी आप लोगो को बहुत पसंद आई, उम्मीद है आपको यह भी पसंद आएगी.
नमस्ते भाइयो, लड़कियो, भाभियो और सभी चुत वाली माल.. आप सभी को मेरे तने हुए लंड का सलाम. ये कहानी मेरे एक पाठक ने मुझे भेजी है, मजा लीजिएगा.
तब हम चलते हुए किश्ती से थोड़ी दूर हो गए और तब मैंने शानू को एक साइड ले जाकर कहा- मैंने फैसला लिया है कि आज रात की पार्टी मेरे कमरे में होगी। आप चारों वहीं आ जाना। क्यों ठीक है न?