पतिव्रता नारी-1
लेखिका : नेहा वर्मा
लेखिका : नेहा वर्मा
प्रेषिका : माया रानी
अन्तर्वासना के सभी लोगों को मेरा नमस्कार. मेरा नाम महेन है. मैं राजस्थान का रहने वाला हूँ. मेरी हाइट 5 फुट 9 इंच की है, रंग गोरा है. मैं दिखने में आकर्षक हूँ. मैंने कई बार ये महसूस किया है कि मुझे एक बार कोई लड़की या भाभी देख भर ले, फिर वो वापस देखे बिना नहीं रह पाती.
दोस्तो, मेरा नाम श्याम है, मैं ग्वालियर में रहता हूँ। मैं अन्तर्वासना की हिंदी चुदाई कहानी पढ़ना बहुत अच्छा लगता है.. मैं इसका एक नियमित पाठक हूँ।
मैं अपने रूम पर गई, दरवाज़ा खुल हुआ था, बेड पर ज़ीनत सो रही थी, उसके जिस्म पर एक उसकी सफ़ेद शर्ट था जो देखने से मालूम पड़ रहा था कि किसी लड़के का था।
बात दो साल पुरानी है, मैं 26 साल का था और नयना 30 की, वो मेरे बराबर वाले फ्लैट में ही अपने पति के साथ रहती थी। हम दोनों एक ही कंपनी में काम करते थे। हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त बन गए थे।
मेरा नाम अमित है और मैं 21 साल का एक युवक हूँ, मेरी दीदी का नाम संगीता है। उसकी उम्र करीब 26 साल है। दीदी मुझसे 5 साल बड़ी हैं। हम लोग एक मध्यम वर्ग परिवार से हैं और एक छोटे से फ्लैट में मुंबई में रहते हैं।
लेखक : नामालूम
प्रिया ने दीपाली को फ़ोन लगाया तो उसकी मम्मी ने उठाया और दीपाली को दे दिया।
हाय जानू
नमस्कार दोस्तो, सबसे पहले अन्तर्वासना को धन्यवाद मेरी कहानी
दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है, आशा करता हूँ आप लोगों को पसंद आएगी।
हाए AV के दोसतो और पयरि सहेलिओ मेरा नाम विक्की मित्तल है और मैंने IIT Roorkee से एनगिनीरिनग करनेय केय बद ईम, अहमेदबद सेय मबा किया है और देलहि मेन अपनेय परिवार कि हि एक एक्सपोरत इमपोरत सोमपनी मेन बहुत अस्सह्हि पोसत पर करया करता हून और 7-8 लसस वरशिक सलरी लेय रहा हून। मेरि उमरा 29 वरश है और मैं देखनेय मेन कफ़ि समरत और हनदसोमे हून बुस बोदी थोदि सि बुलकी है परनतु मेरि हेघत 5फ़त 10 इनच होनेय के करन मैं मोता नहि लगता हून। मैंने अभि तक शदि नहि कि है इस लिये मे पुरे थत केय सथ सौथ एक्स मेन रेहता हून।वैसे भि मैं उ।प। कि एक बहुत हि बदि ज़मिनदार परिवर सेय समबनध रखता हून और मैंने सौथ एक्स मेन हि अपना 4 बेद रूम फ़लत खरिद लिया है और मैं पूरि मौज मसति मैं रेहता हून। मैं भि इस्स का रेगुलर पथक हून और सरि कहनिया बरेय धयन सेय पधता हून। मुझे ये लगभग सरि कहनिया ( बुस कुछ एक 10% कहनिया छोद कर) बिलकुल कलपनिक लगति है। मैंने कुछ पोइनतस निकलेय हैन अगर उन पर गौर किया जये तो आप भि मनगेय कि वोह कहनिया बिलकुल कलपनिक हैन। उन पोइनतस का जिकरा मैं अगलि दफ़ा करूनगा। मैं भि बरा हि रसिक मिजज का हून 15-16 वरश कि अयु से हि चुदै का मजा लेय रहा हून।अब तक मैं 50 सेय जयदा लरकिया चोद चुका हून जिनकि कहनि मैं अप सब को अवशय सुनौनगा और अज मैं अपको अपनि पहलि वलि सुदयि कि कहनि सुना रहा हून।
नमस्कार दोस्तो, आंटियो, भाभियो,
प्रेषक : उमेश
मेरा नाम रजनीश है, मेरी उम्र 23 साल है।
संसार का सब से पुराना या अनादिकाल से जो खेल चला आ रहा वह खेल चूत और लंड का ही होगा। पता नहीं कब कैसे इसका ज्ञान अपने आप लड़के और लड़की को लग जाता है। आज तो नेट का जमाना है और सब कुछ वहीं से जानकारी मिल जाती है मगर यह जानकारी तब भी मिल जाती थी जब नेट नहीं था।
अब तक आपने मेरी हिंदी चुदाई कहानी में पढ़ा था कि अशोक और उसका अनाड़ी दोस्त दोनों मिलकर मेरी चुत चुदाई में लगे हुए थे.
बारहवीं कक्षा पास करने के बाद जब मैंने कॉलेज में दाखिला लिया तो वहाँ नई सहेलियाँ बनीं. दो चार दिन में ही उनकी बातें सुन सुनकर मुझे यह एहसास हो गया कि मैं कितने पिछड़े क़िस्म के स्कूल से पढ़ कर आई हूँ. उनकी बातें और अनुभव सुनकर मेरे अन्दर भी किसी से प्यार करने की इच्छा जागृत हो गई, सीधे शब्दों में कहूँ कि मैं चुदवाने के लिए बेताब होने लगी.
अन्तर्वासना के सभी नर और नारियों को राहुल श्रीवास्तव का प्यार भरा नमस्कार!
आपने मेरी पिछली कहानी
कहानी का पहला भाग : मेरी माँ सेक्सी माँ-1
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लड़की की शादी में अचानक ढेरों काम ऐसे निकल आते हैं जिनका पहले से पता नहीं होता, जिनकी कोई तैयारी नहीं होती.
कहानी के पहले भाग