नयना और दीप्ति संग वासना का खेल -1
दोस्तो, आज
दोस्तो, आज
मैंने झट से गाउन उठा कर पहना, वहाँ बिखरे साड़ी, कपड़े उठा कर छिपाए, बाल ठीक किए, दरवाजा खोला तो सामने श्रेया ! सरप्राइज़.. श्रेया मेरी पेईंग गैस्ट !
दोस्तो.. मेरा नाम मोनू जैन है.. मैं 23 साल का हूँ.. मैं यहाँ पर अपनी जो स्टोरी लिख रहा हूँ.. वो कहने को तो रियल है.. पर मैं ऐसा कहूँगा नहीं.. क्योंकि ऐसा सभी कहते हैं.. आप खुद ही तय कीजिएगा कि मेरी कहानी में कितनी सच्चाई है।
नमस्कार दोस्तो, मेरी पहली और सच्ची दास्ताँ
रात के 12 बज चुके थे, मैं अपने 2 शानदार और जानदार यारों के साथ गाड़ी में नंगी बैठी थी। अब तो मैं 2-2 लौड़ों से चुदने के बेताब हो चुकी थी लेकिन वो दोनों जल्दी नहीं कर रहे थे, पता नहीं क्यों?
नेहा वर्मा
प्रेषक – गणेश
कामपिसाची का मतलब है- बहुत ज्यादा सेक्स की प्यासी..
दोस्तो, मेरा नाम रॉकी है, मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ. मैं आज अपनी पहली सेक्स स्टोरी आप लोगों को बताने जा रहा हूँ कि कैसे मैंने अपने दोस्त की शादी में स्वीटी को पटाया और उसके साथ सेक्स किया.
करीब पौने दो साल बाद फिर हाज़िर हूँ आपके बीच। अगर भूलें न हों याद दिला दूँ और पढ़ी न हों तो पढ़ लें.. मेरी पिछली कहानी
फार्म हाउसला आम्ही पोहचलो तेव्हाच दृश्य तुम्हाला वाचून माहित असेलच. सदाने जणू राखीला आपल्या लवड्याच्या झुल्यावर बसवले होते. तिचे दोन्ही थान त्या प्रकारामध्ये गदगद हलत होते. राखी सित्कारून त्याचे खाली बसणारे ठोके सहन करत होती. सदा तसाच राखीला घेऊन फार्महाउस मध्ये गेला. तिथे तिला बेडवर टाकून त्याने तिच्या फोद्यावर असा काही हल्ला चढवला कि तिथे हजर असणार्या सार्यांचा उत्तेजना एकदम वाढल्या . अचानक त्या दिवाणखान्यात आह, स्स्स, बापरे, आणखी आत टाक, फाड रे सालीला,भडव्या गांड मार न माझी, ये आता आत, अशा प्रकारच्या उद्गाराची लाटच आली .
लेखक : राज कार्तिक
सोनिया बोली- तुम तो मेरी सहेली तनीषा को जानते ही हो, उसने अपने घर पर कल रात हुए एक बहुत ही उत्तेजक घटना के बारे में मुझे बताया, जिसके कारण मैं बहुत गर्म हो गई हूँ। नीचे से पूरी तरह से गीली हो गई हूँ और मेरी पेंटी मेरी चूत के पानी से भीग गई है।’
अन्तर्वासना के सभी दोस्तों का ढेर सारा प्यार मिला उनके ई-मेल के ज़रिये ! काफी अच्छा लगा इतने सारे ईमेल देख कर ..
मेरी पिछली कहानी
भाभी की तो अभी आग ठीक से जली भी नहीं थी और मेरा खेल ख़त्म हो चुका था।
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अब तक आपने पढ़ा..
मेरा नाम अनुराग शर्मा है, मैं इन्दौर में रहता हूँ।
मैं चाहती थी कि वो पहले मुझे चूमे चाटे और मेरे शरीर के सारे अंगों को सहलाए और उन्हें प्यार करे,
मैं 24 साल की हूं।
अब तक आपने पढ़ा..
हाय दोस्तो, मैं शशिकांत राठौर.. उम्र 29 वर्ष.. ऊँचाई 5’8”.. रंग सांवला.. लंड साइज बहुत बड़ा है।
मैंने सर को पकड़कर अपने ऊपर खींच लिया, वो भी मेरे ऊपर आकर मेरे से लिपट गए, मेरे चेहरे को थामकर मेरे होंठों का रसपान करने लगे। उनका खड़ा लंड मुझे अपनी नाभि के पास चुभता महसूस हो रहा था।
दोस्तो, मेरी कहानी के चौदहवें भाग में आप पढ़ चुके हैं कि