Sex Story – मेरा गुप्त जीवन-40
परी की कुंवारी सुरीली चूत
परी की कुंवारी सुरीली चूत
चक्रेश यादव
मैं मज़े से उनकी चूत चाट रहा था लेकिन मुझे चूत को अच्छी तरह से चाटने में परेशानी हो रही थी।
आज मैं अपने जीवन की ससुर बहु सेक्स की सच्ची कहानी लिख रही हूँ, चाचा ससुर ने बहु की चुदाई कैसे की.
मराठी मुलगी की प्यासी चूत में लंड की सेक्सी कहानी-3
प्रेषक – नन्द कुमार
मेरा नाम स्मिथ है। जो मैं कहानी आप को सुनाने जा रहा हूँ वो बिल्कुल सच्ची है। मैं हिमाचल में रहता हूँ मनाली में ! अन्तर्वासना पढ़ने वालों को सभी को मालूम होगा मनाली की हसीन वादियों के बारे में !
सुबह के 3:30 बजे हुए थे मैं सो गया।
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दिल पर जोर नहीं-1
अन्तर्वासना पर लोग अपनी चुदाई की कहानियों को शेयर करते हैं, मैंने भी सोचा कि मैं भी अपनी कहानी शेयर कर दूँ।
सुरेखा की तरफ देखती हुई नर्स बोली- तू भी अपनी चूत साफ़ रखा कर ! झांटे देख कितनी बड़ी बड़ी हो रहीं हैं। सन्डे की सन्डे झांटे साफ़ करने की क्रीम लगा कर डेटोल से चूत साफ़ करा कर।
अभी तक आपने गांड चुदाई की देसी कहानी में पढ़ा कि रवि के घर में उसके साथ मेरी दूसरी सुहागरात शुरु हो चुकी थी और उसकी लोअर में तने लंड को चूमने चाटने के बाद मैंने उसकी छाती को नंगा करवा कर छाती के बालों को चूमा, उसकी गर्दन पर प्यार से किस किया और फिर उसने टी-शर्ट निकाल दिया और मैंने उसके दोनों हाथों को पीछे फैलवा कर उसके अंडरआर्म के बालों को जी भर के चाटा और उस मर्द की जवानी का रस पीया।
मैं सुदेश.. मेरी उम्र 25 साल है। मैं भोपाल में एक प्राइवेट मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करता हूँ।
मैं सुशान्त… अपने दोस्त की बहन की चुदाई की कहानी लेकर हाज़िर हूँ। मेरे बारे में तो आप लोग सब कुछ जानते ही हैं तो मैं अब ज्यादा क्या बताऊँ, बस सीधे अपनी कहानी सुनाता हूँ।
या सर्व पकारात एक गोष्ट मात्र हिच्या लक्षात आली नव्हती. ती म्हणजे या खुलाश्यामुळे माझ तिच्यावरच प्रेम द्विगुणीत झाल होत. कारण मुक्त सेक्स हा माझाच फंडा होता. ग्रुपमध्ये हा विचार मांडण्यासाठी मला जे भगीरथ प्रयत्न करावे लागले, ते मलाच माहित होते. कारण मला निरनिराळ्या स्त्री देहांना भोगण्याची आवड होती. पण त्यात एक मेख होती. माझा लवडा पैसे देवून बोलावलेल्या कुठल्याही रांडेकरता कधीच उठत नव्हता. त्याला चूत पाहिजे होती, पण ती रांडेची नाही तर एखाद्या घरगुती बाईची. कारण तो लवडा होता. हेपण्याचे मशीन नाही.
अब तक आपने पढ़ा..
फिर थोड़ी देर बातें करने के बाद गुड नाईट विश करके उसे अभी जल्दी सोने और सुबह जल्दी तैयार होने के लिए कहा।
वे एकसाथ तीनों मिल कर उसे रगड़ने लगे। राकेश ने भी लिंग निकाल लिया और उसके होंठ चूसने लगा। तीनों ही उसे बुरी तरह रगड़ रहे थे, चाट रहे थे और चूस रहे थे… उसके होंठ, वक्ष, चुचुक, योनि और नितंब कुछ भी महरूम न रहा और बार-बार तीनों में से कोई न कोई अपना लिंग उसके मुंह में दे देता, जिसे वह चपड़-चपड़ कर चूसने लगती।
नया शहर और नोटबंदी…
मेरी और पलक की चुदाई का जो तूफान उठा.. वो मेरे झड़ने के बाद ही खत्म हुआ।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार।
दोस्तो, कैसे हो आप सब लोग, मैं विपुल कुमार उत्तरप्रदेश के एक नगर में रहता हूँ गोपनीयता बनाए रखने के लिए मैं नगर का नाम नहीं लिख रहा हूँ। दोस्तो समय नहीं मिल पाने के कारण कहानी नहीं लिख पा रहा था जिन लोगों ने मेरी पिछली कहानी
अन्तर्वासना पर कहानी पढ़ने वाले सभी मित्रों और भाभियों को कुमार का नमस्कार. जिन्होंने मेरी पहले की कहानी
प्रेषक : हैरी बवेजा