स्नेहल के कुँवारे बदन की सैर -8
हम दोनों काफी थक चुके थे तो पता ही नहीं चला कि कब हम दोनों ही नींद के आगोश में चले गये।
हम दोनों काफी थक चुके थे तो पता ही नहीं चला कि कब हम दोनों ही नींद के आगोश में चले गये।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार। मैं अभी आपको गुजरात के सूरत में अपनी एक दोस्त पायल की चुदाई की कहानी बता रहा हूँ। अभी मैं उसकी चुदाई से निपटा हूं और अब कल के बारे में सोच रहा हूं जब उसका पति अपना काम करके वापस लौटेगा। पायल के कहने से मैं उसके भाई कादोस्त बनने को तैयार तो हो गया हूं, पर मन में यह डर बना रहा कि यदि उसका पति मेरी इस पहचान से संतुष्ट नहीं हुआ तो एक नई मुसीबत खडी हो जाएगी। यही सोचते हुए मुझे नींद आ गई।
दोस्तो, मैं अमित दुबे सबसे पहले आपने जो मेल किये उसके लिए आपका आभारी हूँ.
कहानी का पिछला भाग : मेरी पहली मांग भराई-1
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प्रेषक : नितिन गुप्ता
नमस्कार दोस्तो.. सभी कुँवारी लड़कियों और मस्त-मस्त भाभियों को मेरे खड़े लण्ड का प्रणाम.. मेरा नाम राहुल है.. मैं आगरा के पास एक छोटे से शहर सिकोहाबाद का रहने वाला हूँ.. मेरी हाइट 5 फीट 10 इंच है और मेरा लौड़ा 6 इंच लंबा व 2 इंच मोटाई वाले व्यास का है।
मेरा नाम राहुल है, बिहार का रहने वाला हूँ। मैं आपको एक असली कहानी सुनाने जा रहा हूँ। जो मेरे साथ एक साल पहले घटित हुई थी।
फ़ुलवा
मैंने सलोनी को अपनी गोदी में उठाया तो उसने तुरन्त अपनी गोरी, लंबी चिकनी टांगों को मेरी कमर पर कस दिया, उसकी टाँगें लगभग नंगी थी उसके शॉर्ट्स हमेशा बहुत छोटे होते हैं और सिर्फ़ मुख्य भाग यानि चूत को ही ढकते हैं।
अभी तक इस गे सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि रवि की तलाश में हिसार जाकर मैं संदीप के साथ बाइक पर जाखोद खेड़ा गांव की तरफ जा रहा था. रात हो चुकी थी. हम पहुंचने ही वाले थे लेकिन संदीप मुझे नेवली खुर्द गांव की तरफ एक सुनसान रास्ते पर वीराने में एक कोठरी में ले गया जहाँ पर उसके दो दोस्त जग्गी और राजू पहले से ही दारु की पी रहे थे. जग्गी ने मेरे मुंह में लंड दिया और पीछे से राजू और संदीप ने एक साथ अपने लौड़े मेरी गांड में धकेल दिये, मैं दर्द के मारे बेहोश हो गया.
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार।
अब तक की इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि सुमन के पापा ने उसको मॉल में ले जाकर किसी दूसरे की बेटी के लिए कह कर सुमन से ही उसके लिए बहुत शॉपिंग करवा ली थी।
अगले दिन किसी कारण मार्केट में हड़ताल हो गई तो मैंने अपनी बीवी से बात की और घर चल दिया।
कामवाली की 18 साल की बेटी की गांड की चुदाई
हाय, यह कहानी बिल्कुल सच्ची है और सारी कहानी की घटना जयपुर पिंक सिटी में हुई है. मेरा नाम अभय है (बदला हुआ) मैं 27 साल का हूँ, 5 फुट 7 इंच लम्बा हूँ. मेरा लण्ड 7 इंच लम्बा है.
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प्रेषक : सोमी रघुवंशी
दोस्तो, मैं आपकी ‘इंसेस्ट क्वीन’ सोनाली आप सभी पाठकों का अन्तर्वासना पर स्वागत करती हूँ।
रेखा चुदासी हो रही थी, उसने समीर को कहा की जाने से पहले घर होकर जाना।
मैं विकी, अपनी मम्मी की सहेली की चुदाई की कहानी बता रहा हूँ कि कैसे मैंने आंटी की मस्त फ्री मूड से सेक्स किया, आंटी को चोदा.
रात को खाना इत्यादि में ग्यारह बज गए तो मैंने रीना रानी को इशारा किया कि अपने रूम में जाये!
प्रिय भाइयो, मेरा नाम अजय है लोग मुझे आर.जे. के नाम से जानते हैं। मेरी उम्र 23 साल है। रंग गेहुंआ है, मेरे बाल और आंखें भी हल्की भूरी हैं। मेरा कद 5’5” है और ऊपर वाले ने शक्ल भी ऐसी बनाई है कि लड़कियां जल्दी पट जाती हैं।
लेखिका : उषा मस्तानी