Indian Sex Story -चूत एक पहेली -8
अब तक आपने पढ़ा..
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मैं और मेरा एक मित्र एक साथ रहते थे। हम दोनों बहुत घनिष्ट मित्र थे। मेरे मित्र की एक गर्ल फ्रेंड थी। वो आए दिन अपनी और अपनी गर्लफ्रेंड के किस्से सुनाता रहता था। तब एक दिन हम तीन दोस्तों को साथ में ले के एक प्लान बनाया कि अब बहुत कहानियाँ सुन ली, हम तुम्हारी गर्लफ्रेंड की गांड मारेंगे।
मेरी चुदाई कहानी के पहले भाग
दोस्तो, एक बार फिर आप सबके सामने आपका प्यारा शरद एक नई कहानी के साथ हाजिर है।
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आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद, आपने मेरी करवाई गई सभी चुदाइयाँ पसन्द की, कई इमेल्स आ रही हैं, काफी फ्रेंड रिक्वेस्ट याहू पर भी मिलीं, सभी पाठकों का पुनः धन्यवाद, जो मुझे इतना प्यार दे रहे हैं।
कुंवारी कॉलेज गर्ल की हिंदी सेक्स कहानी में आपने पढ़ा कि सुमन ने टीना और फ्लॉरा से उनकी सील टूटने की कहानी सुनने की इच्छा जाहिर की तो टीना ने बताना शुरू किया कि उसकी पहली चुदाई किसने की और कैसे हुई.
हाय! दोस्तो मैं फिर वापस आ गया हूं अपनी अधूरी कहानी लेकर आप, लोगों ने मेरी कहानी को काफी पसंद किया और बहुत सारा मेल भी, इसके लिये धन्यवाद।
प्रेषक : वर्जिन जनरल
Bihari ne Punjaban Kamsin ki Seal Todi
प्रेषक : हैरी
दोस्तो, एक बार फिर मैं अपनी नई कहानी लेकर आपके सामने आया हूँ। इस बार मैंने जब अपनी जॉब चेंज की.. तो मुझे अब नॉर्थ इंडिया में यात्रा करनी होती है..
दोस्तो कैसे हो.. सभी लड़कियों और भाभियों को मेरे लंड का सलाम और सब लड़कों को प्रणाम।
अब एक तरफ तो पापा धीरे धीरे धक्के लगा रहे थे और उनके दोनों हाथ अब कभी मम्मी के अमृत कलशों पर, कभी कमर पर, कभी पीठ पर चल रहे थे और उनके होंठ मम्मी के होंठों से चिपके हुए थे, कभी पापा के होंठ मम्मी के गालों पर फिसल जाते तो कभी गर्दन पर और कभी गर्दन के पीछे वाले भाग पर, कभी कानों पर आ जाते तो कभी कंधों पर तो कभी मम्मी की छाती पर आकर लगातार अपना काम किये जा रहे थे, जिससे पूरे कमरे में पुच पुच की आवाज आ रही थी।
मेरा नाम कमल है, जालन्धर का रहने वाला हूँ। अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है। यह चुदाई की कहानी दस साल पुरानी है। मेरी उमर तब 30 साल थी।
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मेरी एडल्ट स्टोरी के पहले भाग
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मैं देविका हूँ, उम्र 24 वर्ष और लम्बाई 5 फ़ुट 3 इन्च। मैंने अपने बॉब हेयर कट करवा रखे थे। मैं दुबली पतली पर आकर्षक लगने वाली युवती हूँ। मैं मुम्बई की एक निजी कम्पनी में पीए हूं। आईये आपको मैं बताती हूँ कि मुझे कम्पनी में कैसे प्रोमोशन मिला।
ये सब लौड़े और चुत आदि सब कामदेव के हाथ की कठपुतलियां ही हैं. न जाने कब किसी चुत को कब कौन सा लंड मिल जाए, ये तो कोई भी नहीं जानता.
मेरा नाम दिव्या है । मै, पापा और मम्मी बहुत दिनों बाद थियेटर में गये। स्थानीय कलाकार वहां अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे थे। नाच, गाना व नाटक वगैरह चल रहे थे। मुझे एक डांस बहुत प्यारा लगा। कार्यक्रम चल रहा था। हम आगे ही बैठे थे। मैं पानी पीने के लिये स्टेज के पास गई। अचानक मुझे वो डांस करने वाली लड़की वहा मिल गई। मैं तुरन्त उससे जाकर मिली।
मैं एक पत्रकार हूं एक स्त्री होने के नाते कई बातें छिपा कर रखनी होती हैं लेकिन वकील और डॉक्टर से बातें छिपाने पर नुकसान ही होता है।
फ़िल्मी सामूहिक चोदन जारी रहा
जब मैं अश्वनी से फ्री हुई तो देखा कि सब अपने अन्तिम पड़ाव में हैं और सभी औरतें लंड से निकलने वाले रस चाटने का मजा ले रही हैं।
दोस्तो, मैं दीपक, सोनीपत, हरियाणा से एक बार फिर आपकी सेवा में हाजिर हूँ।