कली से फूल-2
लेखक : रोनी सलूजा
लेखक : रोनी सलूजा
हैलो फ्रेंड्स… मैंने अपने पड़ोस की एक देसी भाभी की चूत की चुदाई का मजा कैसे लिया, आप इस सेक्सी कहानी में पढ़ें. अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली सेक्सी कहानी है और मैं अन्तर्वासना की सेक्स स्टोरीज का एक नियमित पाठक हूँ।
अगली सुबह 10 बजे हमारी ट्रेन थी भोपाल की… सभी लोग सुबह 7 बजे उठकर नहा धोकर तैयार हो गए और हम 9:40 पर स्टेशन पहुँच गए थे।
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दोस्तो, मैं आपका अपना सरस एक बार अपनी कहानी के अगले भाग के साथ फिर से हाजिर हूं. मेरे जिन पाठकों और पाठिकाओं ने कहानी का पहला भाग नहीं पढ़ा हो, वो
प्रेषक : राजेश मिश्रा
आप सभी को रवि का खड़े लंड से नमस्कार। मैं आप सभी का धन्यवाद करता हूँ जो मुझे याद करते रहते हो और मेरी कहानियों को इतना प्यार देते हो। सभी लड़कियों और औरतों का भी धन्यवाद.. जो मेरी कहानियाँ पढ़ने के बाद मुझसे बातचीत करती हैं। बहुत से कपल दोस्त.. जो मुझसे लगातार जुड़े रहते हैं और अन्तर्वासना की कहानियों को और दूर तक भेजते हैं.. उनका भी तहे-दिल से बहुत ज्यादा धन्यवाद।
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मैं 20 साल का 6 फ़ुट कद, रंग गेंहुआ, प्रणय हूँ।
Bhai Bahan Xxx कहानी में पढ़ें कि अब्बू अम्मी के बाद मैं और भाईजान ही थे. जवानी में मुझे बॉयफ्रेंड की कमी लगी. भाई को मैं पसंद करती थी. मैंने उनको कैसे उकसाया?
फ्री देसी सेक्स गर्ल स्टोरी में पढ़ें कि मैं अपनी कामवाली की जवान बेटी को पटाने के चक्कर में उसे दाने पे दाना डाले जा रहा था. लग रहा था कि चिड़िया जाल में फंस जायेगी.
प्रेषिका : श्रेया अहूजा
दोस्तो, मेरी कहानियों पर जो आपके प्यार भरे मेल आते हैं इसके लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद ! हाँ एक बात मुझे आपसे भी कहना है कि कृपया कहानी में वर्णित लड़कियों के मोबाईल नंबर की मांग ना करें। एक-आध को छोड़कर मेरी अधिकांश कहानियाँ काल्पनिक होती हैं, आप तो बस कहानियों के मजे लो।
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प्रेषिका : श्रेया अहूजा
प्रेषिका : लवीना सिंह
प्रेषक : मनीष जैन (रुबीन ग्रीन)
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मेरा नाम राज शर्मा है, पहले मैं दिल्ली में रहता था अब जॉब चेन्ज करने के कारण चण्डीगढ़ शिफ्ट हो गया हूँ। मैं अन्तर्वासना चोदन कहानी का नियमित पाठक हूँ। दोस्तो इस बार कहानी लिखने में ज्यादा देर हो गई इसलिए आप सभी से माफी मांगता हूँ। नई जगह नौकरी होने के कारण कुछ ज्यादा ही व्यस्त रहा, जैसे ही समय मिला, आपके सामने नई कहानियां लेकर हाजिर हूँ।
रात के बारह बज़ चुके थे। छोटे से गाँव राजापुर में बहुत ही सन्नाटा छ गया था। राजापुर गरीब की बस्ती है। इसी बस्ती के एक कोने में हरिया का घर है। हरिया की उमर 45 साल की है। और उसकी बीबी की उमर 40 साल की है। हरिया एक गरीब किसान है।
दोस्तो, मैं आपकी दोस्त संजना, लुधियाना से एक बार फिर आपके के लिए एक और कहानी लेकर आई हूँ। यह कहानी काल्पनिक नहीं है, कुछ-कुछ सच है और बाकी मेरी कल्पना है।
प्रेषक : सुरेश
बात उन दिनों की है, जब मैं अपने छोटे से कस्बे से शिफ्ट होकर एनसीआर में रहने लगा। चूंकि किराए का फ्लैट तलाशने से लेकर जरूरत की चीजें खरीदवाने में मेरा दोस्त हर्ष हर समय मेरे साथ रहा, इसलिए हमारी दोस्ती स्वाभिविक तौर पर गाढ़ी होती चली गई। वैसे भी मेरी वाइफ नीना के एक करीबी रिश्तेदार से हर्ष के साथ बहुत अच्छे ताल्लुकात रहे, लिहाजा अपने साथ भी उनके बेहतर रिलेशन बनने लगा।
मेरा नाम इमरान है, मैं नागपुर से हूँ, मैं नागपुर में अकेला रहता हूँ और गवर्नमेंट जॉब में हूँ।