दोस्त की बुआ के घर में तीन चूत-4
आरती चुद चुकी थी, अब मेरी नजर दिव्या की चूत पर थी, पूरी उम्मीद थी कि आज रात दिव्या की चूत भी चुदने वाली थी।
आरती चुद चुकी थी, अब मेरी नजर दिव्या की चूत पर थी, पूरी उम्मीद थी कि आज रात दिव्या की चूत भी चुदने वाली थी।
नमस्कार, मैं आपका दोस्त राज फिर से हाजिर हूँ, अपनी पिछली कहानी कही ले चलो का दूसरा भाग लेकर !
प्रेषक : समीर
दोस्तो.. उम्मीद है कि आप सब लोग ठीक होंगे!
🔊 यह कहानी सुनें
अब तक आपने पढ़ा..
प्रेषक : अभिनय शर्मा
मेरा नाम है वरिंदर, मैं गाज़ियाबाद का रहने वाला हूँ, मैं अन्तर्वासना का बेहद शौक़ीन आदमी हूँ। इसकी हर चुदाई को पढ़-पढ़ कर मुझे बहुत आनंद आता है।
यह कहानी मेरी दीदी की है, दरअसल दीदी और मैं, हम दोनों अकेले ही हैं पापा और मम्मी हमारे बचपन में गुजर गये तो मुझे बचपन में ही जॉब करनी पड़ी और मेरी दीदी ने पढ़ाई की, अब वो कॉलेज जाने लगी।
ज्योति को जॉब ज्वाइन किए एक हफ्ता हो गया था और वो और सास बहुत खुश थे। एक दिन सास ने मुझसे कहा- आप हमारा कितना ख्याल रखते हैं कि ज्योति को अच्छी सी जॉब दिला दी।
🔊 यह कहानी सुनें
हैलो मेरा नाम आनन्द है। मैं जो कहानी आपको बताने जा रहा हूँ वो एकदम सत्य तो है ही, साथ ही यह घटना मेरे साथ सिर्फ़ 6 दिन पहले हुई है।
दोस्तो, मैं आपको अपने बारे में बताता हूँ, मैं बहुत स्मार्ट और सुंदर हूँ और लड़कियाँ मुझे देखकर ‘आहें’ भरती हैं।
हैलो दोस्तो, मेरा नाम किशोर है, मैं राँची से हूँ। जिम करने की वजह से मेरा शरीर काफ़ी फिट और गठीला है। यह एक सच्ची घटना है, जो आज से तीन महीना पहले मेरे साथ हुई।
यह बात तब की है जब मैं 12वीं में पढ़़ती थी. मैं एक को-एड स्कूल में पढ़़ती थी जिस में लड़के और लड़कियाँ दोनों साथ में पढ़़ते हैं और हमारे स्कूल में लड़के पैंट शर्ट और लड़कियाँस्कर्ट शर्ट पहनते हैं टाई के साथ. वो मेरे स्कूल के सबसे सुनहरे दिन थे. मैं अपनी क्लास में सबसे सुंदर थी, ऐसा मुझे कई लड़के कह चुके थे पर मैं ये बात किसी और के मुंह से सुनना चाहती थी.
मेरी सेक्स स्टोरी के पहले भाग
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम प्रशांत जैन है, मैं जमशेदपुर झारखंड का रहने वाला हूं. मैंने अंतर्वासना पर बहुत सारी कहानियां पढ़ी हैं और कहानियां पढ़कर कई बार लंड हिलाया भी है.
मैं राकेश रवर, उम्र 25 साल है, मैं गुजरात से हूँ और अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ, अन्तर्वासना की हर कहानी पढ़ कर बहुत अच्छा लगता है और मन करता है कि मैं भी अपनी कहानी लिखूँ।
‘क्या आप इस संडे को मिल सकते हैं?’ उसने एक पल भी गँवाए बगैर पूछा।
मेरा नाम मोहित कुमार है, मैं 23 साल का हूँ और पुणे में कम्प्यूटर की पढ़ाई कर रहा हूँ।
हमने जो पैकेज चुना था उसके मुताबिक वो आठ लौड़े बदल-बदल कर हमारे लिये हाज़िर रहेंगे ताकि एक घंटे तक एक वक्त में बिना रुकावट उनमें से कोई भी दो लौड़े हमारी खिदमत में मौजूद हों।
अब तक आपने पढ़ा कि कैसे सचिन ने दिन में ही मौका देख कर अपनी बहन को चोद दिया था। उसे रूपा और पंकज के रिश्ते के बारे में पता नहीं था इसलिए उसने सोनाली से ये वादा भी करवा लिया था कि वो अपने पति और उसकी बहन की चुदाई करवाने में सचिन की सहायता करेगी।
उस दिन माँ का फोन सुबह सवेरे ही आ गया ‘बेटा.. कैसे हो.. इस बार होली पर आ रहे हो ना.. कितने साल हो गए घर आए हुए?’
मैं पेशे से एक जॉब कंसलटेंट हूँ और नागपुर, महाराष्ट्र में मेरा अच्छ खासा काम है.
दोस्तो नमस्कार,