कुंवारी गर्लफ्रेंड की जम कर चुदाई-1
मेरा नाम देवांशु है मैं बिलासपुर छतीसगढ़ का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 20 साल है और गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज का स्टूडेंट हूँ.. मेरी हाइट 5 फीट 10 इंच है और मैं दिखने में गोरा और स्मार्ट बन्दा हूँ।
मेरा नाम देवांशु है मैं बिलासपुर छतीसगढ़ का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 20 साल है और गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज का स्टूडेंट हूँ.. मेरी हाइट 5 फीट 10 इंच है और मैं दिखने में गोरा और स्मार्ट बन्दा हूँ।
मैं अन्तर्वासना का दैनिक पाठक हूँ, यह एक ऐसी जगह है जहाँ लोग अपने दिलों की अनकही इच्छाएँ व बातें लिख सकते हैं।
अब तक आपने पढ़ा..
प्रेषक : आशीष
हैलो मेरा नाम कृष्णा है.. मैं उ.प्र. के फ़िरोज़बाद का रहने वाला हूँ।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों और गुरुजी को मेरी तरफ से यानि कि पम्मी की तरफ से प्रणाम ! यह अन्तर्वासना पर मेरी तीसरी कहानी है। लोगों की चुदाई की कहानियाँ पढ़ पढ़ कर चूत गीली हो जाती है। पहली कहानी में जिस तरह मैंने बताया था कि मेरे पति एक फौजी हैं। और मेरे घर में काम करने वाले एक सीरी ने किस तरह दोपहर में मेरी प्यास बुझाई ! आज मैं वहीं से आगे शुरु करने जा रही हूँ।
मेरा नाम राहुल देव सिन्हा है, मैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ और पेशे से इंजीनियर हूँ. दोस्तो मैं अन्तर्वासना का बहुत पुराना और नियमित पाठक हूँ. अनुभव तो बहुत हैं जो आप लोगों से शेयर करना चाहता था लेकिन पहले हिंदी में टाइप करने में हमेशा दिक्कत होती थी, लेकिन अब तो दुनिया भर के तरीके आ चुके हैं, तो अब कब तक आप से छुपाउंगा.
मेरी पिछली कहानी
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सम्पादक – इमरान
दोस्तो, जैसा कि आपने मेरी कहानी
मेरा नाम विवेक है, लम्बाई 5’10”, रंग गोरा, शरीर स्वस्थ, लंड की लम्बाई उस वक्त 5 इंच, हालाँकि अभी 6.5 इंच है, मोटाई 3 इंच।
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शादी के बाद अपने पति और अपनी सेक्स लाइफ से नाखुश होने पर टीचर ने अपनी चुत चुदाई अपनी कोचिंग पर आने वाले एक लड़के से करवा ली!
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बनारस में कहावत है कि किसी जवान लड़की की गाण्ड देख कर अगर लौड़ा खड़ा नहीं हुआ तो वो बनारसी नहीं है। यहाँ लोग गाण्ड के दीवाने होते हैं। कोई चिकना लौण्डा हो तो भी लण्ड फ़ड़फ़ड़ा उठता है। फिर मैं और नसीम तो जवान, कम उम्र, और सुपर गोल गाण्ड वाली लड़कियाँ थी, किसी की नजर पड़ गई तो समझो लण्ड से नहीं तो उनकी नजरों से तो चुद ही जाती थी। हम दोनों ऐसी नजरें खूब पहचानती थी।
दोस्तो… आपको मेरी कहानियाँ पसंद आती हैं, आपके ढेर सारे मेल इसका सबूत हैं, धन्यवाद!
मेरा नाम स्वयम् है, मैं पुणे का रहने वाला हूँ. मैं एक सॉफ्टवेयर कंपनी मैं काम करता हू. जो पुणे के हिन्जेवाड़ी आईटी पार्क एरिया में है.
रात के साढ़े ग्यारह बज रहे थे, होस्टल सुनसान सा हो गया था, मैं बैठ के कुछ पढ़ रही थी तो पड़ोस के रूम में रहनेवाली रिमी आयी। मीता भी सोयी नहीं थी। रिमी सुन्दर थी और बातें बहुत अच्छी अच्छी करती थी। मैने उसे देखके चोंक गयी क्योंकि वो सिर्फ़ एक हाफ़ पैंट और ब्रा में थी। मैने कहा, “क्या हुआ रिमी, कपड़े कहां गये?” तो वो हंसी और मीता बोली ये तो उसकी नाइट ड्रेस है। वो सीधी गयी और मीता के साथ बैठके बातें करने लगी और मैने अपनी पढ़ाई पर ध्यान दिया। वो दोनो हंस रही थीं, थोड़ी देर बाद रिमी बोली, “क्या यार हमेशा पढ़ती रहती है? क्या कलेक्टर बनने का इरादा है?” मैने अपनी किताब को बंद करके बोली “नहीं अभी सोने जा रही हूं, सुबह स्कूल में बच्चों के एक्ज़ाम जो लेने है?” वो फिर हंसती हुई बोली, “तू तो ऐसे पढ़ रही थी मानो बच्चों का नहीं तेरा एक्ज़ाम हो।”
प्रेषक : हरेश जोगनी
नमस्कार दोस्तो, समय के अभाव के कारण मैं अपनी पसंदीदा साइट अंतर्वासना सेक्स स्टोरीज़ से काफी समय तक दूर रहा।
जीजू की चचेरी बहन की बुर चोदन की कहानी-1
सारे पाठक दोस्तों को नमस्कार!
चूतनिवास
लेखक: राघव पवार