उज्जैन की वो रात
प्रेषक : राहुल वर्मा
प्रेषक : राहुल वर्मा
सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार ! मैं अपनी पहली कहानी लेकर आया हूँ।
वैसे तो मेरा नाम ही काफ़ी है गुजरात की औरतों की चूत में हलचल पैदा करने के लिये वैसे आप सभी दोस्त मुझे जानते ही हो।
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लेखिका : कामिनी सक्सेना
सम्पादक : इमरान
मेरे मसाला-कारखाने में सुनन्दा दो साल से काम कर रही थी। मैं उस से 2-3 बार मिल चुका हूँ।
कहानी का पिछ्ला भाग: जिस्म की मांग-1
विनय ने होटल में पहले ही चारों का डिनर पैक करके रखने का आर्डर दे रखा था।
मयूरी ने अपने बाप से गांड मरवाने के बाद उसका लंड मुंह में लिया तो उसे अपनी गांड की महक और स्वाद के साथ अपने बाप का लंड का स्वाद आने लगा. थोड़ी ही देर में अशोक के लंड से वीर्य की बाढ़ निकली और मयूरी का मुँह उससे भर गया.
हैलो दोस्तो, आप सबको मेरा नमस्कार..
दोस्तो, मैं फेहमिना एक बार फिर आप सबके सामने अपनी नई कहानी लेकर हाजिर हूँ।
दोस्तो मेरा नाम विनोद है और मैं दिल्ली में रहता हूँ और बी टेक का स्टूडेंट हूँ। घर में हम चार लोग हैं, मम्मी, पापा, दीदी (जो इंदौर में मेडिकल में पढ़ती है) और मैं।
अभी तक आपने पढ़ा..
इस रात की सुबह नहीं-1
ट्विंकल जल्दी से गया और एक रम की बोतल और गिलास भी ले आया। उसने आधा गिलास रम का मुझे दे दिया और आधा गिलास रम वो खुद पी गया।
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अनुजा ने बहुत कोशिश की मगर दीपाली चुदने को राज़ी ना हुई।
प्रेषिका : रत्ना शर्मा
विराज कुमार
Meri Sahyogi ne Mujhe Blackmail Kiya Sex Kiya
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम राहुल है, मेरी हिंदी गे कहानी आपके लिए पेश कर रहा हूँ.
अब तक आपने पढ़ा..
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा बिट्टू यानि कि दलबीर का नमस्कार, और साथ ही अन्तर्वासना डॉट कॉम के इस पटल का भी धन्यवाद जिसने हमारे जैसे लोगों की मन की पुरानी दबी हुई यादों को व्यक्त करने का मौका दिया।
दोस्तो! मुझे लगता है मैं कोई पिछले जन्म की अभिशप्त आत्मा हूँ। पता नहीं मैं अभी तक अपनी सिमरन को क्यों नहीं भूल पा रहा हूँ? सच कहूं तो मिक्की, पलक, अंगूर, निशा, सलोनी और अब गौरी, मीठी या सुहाना में कहीं ना कहीं मुझे सिमरन का ही अक्स (छवि) नज़र आता है। जब भी मैं सुतवां जाँघों के ऊपर कसे हुए नितम्ब देखता हूँ मुझे बरबस वह सिमरन की याद दिला देती है।