चुदाई की कहानी बस में मिली एक अनजान लड़की की
यह मेरी चुदाई की कहानी है.. पहली बार लिख रहा हूँ, कोई ग़लती दिखे तो माफ़ कर दीजिएगा।
यह मेरी चुदाई की कहानी है.. पहली बार लिख रहा हूँ, कोई ग़लती दिखे तो माफ़ कर दीजिएगा।
सबसे पहले सेक्सी लड़कियों और भाभियों को मेरा नमस्ते।
मेरा नाम अरुण है। मेरे दफ़्तर में एक मधु नाम की लड़की थी। वो सच में बला की खूबसूरत थी। जब से वो मेरे दफ़्तर में काम करने के लिए आई, मैं तो बस उसको ही देखता रहता था। उसकी फ़ीगर कमाल की थी और लम्बे लम्बे बाल थे। उसके बड़े बड़े बूब्स देख कर तो मैं पागल ही हो जाता था और हर वक्त सोचता रहता था कि कब मैं इन बूब्स को चूस पाऊंगा। मैं अपने केबिन से छिप छिप कर उसको देखता रहता और उसके साथ सेक्स करने के सपने देखता रहता था। उसने भी मेरी यह बात पकड़ ली थी मैं उसको देखता रहता हूँ लेकिन उसने कभी कुछ नहीं कहा। शायद वो भी मेरी तरफ़ आकर्षित थी।
प्रिय पाठको, आपने मेरी साली की चूत चुदाई की पिछली कहानी
प्रेषक : पवन कुमार
हाय दोस्तो, कैसे हैं आप लोग.. मैं हूँ हिरेन..
तब हम चलते हुए किश्ती से थोड़ी दूर हो गए और तब मैंने शानू को एक साइड ले जाकर कहा- मैंने फैसला लिया है कि आज रात की पार्टी मेरे कमरे में होगी। आप चारों वहीं आ जाना। क्यों ठीक है न?
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कहानी का पिछला भाग: मैडम एक्स और मैं-3
मैं आकाश गुजरात से अपको एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूं, जो मेरे साथ हुई थी, मेरी एक मौसी बहुत ही सेक्सी और मस्त लेकिन मैंने उनको कभी इस नज़रों से देखा नहीं था, लेकिन एक दिन की बात, मैं गर्मियों की छुट्टियों में उनके घर गया था अकेला, उनके परिवार में वो, मेरी मौसाजी और एक छोटी लड़की थी, मौसी देखने में गोरी, चिट्टी और बहुत सेक्सी थी, उनका फ़ीगर 38-32-38 था थोड़ी मोटी थी लेकिन अच्छी थी उनकी उमर 45 साल थी।
लेखिका : शालिनी
दोस्तो, मैं आपका संचित तलवाड़ा, होशियारपुर (पंजाब) से एक बार फिर हाज़िर हूँ। आज मैं अपनी एक और नई कहानी ‘शादीशुदा गर्लफ्रेंड की चूत में लन्ड’ लिखने जा रहा हूँ. आप लोगों के बहुत सारे मेल मिले थे जिनमें मेरी हिंदी सेक्स स्टोरीज को काफ़ी पसंद किया गया है जिसके लिए मैं आप सबका दिल के साथ शुक्रिया अदा करता हूँ.
प्रेषक : सूरज कुमार जोशी
लेखक : मुकेश कुमार
नमस्ते दोस्तो, मैं अभिजीत हूँ मेरी उमर 19 साल है, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ, मैं मुंबई में रहता हूँ। लोगों की कहानी पढ़ कर सोचा आपको मेरी कहानी के बारे में भी लिखूँ।
मेरी रोमांटिक कहानी के पहले भाग
प्रिया कुतिया बन जाती है.. पैरों को ज़्यादा चौड़ा कर लेती है जिससे उसकी चूत का मुँह खुल जाता है।
प्रेषिका : रत्ना शर्मा
तभी अंकल मेरी पैंटी की इलास्टिक पकड़ कर नीचे उतारने लगे. जैसे ही मेरी पैंटी उतरी, मैं अंकल और सुरेंद्र जीजा के सामने पूरी नंगी खड़ी हो गई, अब मुझे बहुत शर्म आई तो मैंने अपनी दोनों हथेली अपनी चूत के सामने रख ली और चूत छुपाने की कोशिश करने लगी।
प्रेषक : नामालूम
इमरान
मेरे घर में 5 लोग रहते हैं। मॉम-डैड, दीदी, मेरा छोटा भाई और मैं। मेरे डैड एक बिजनेसमैन हैं, हमारा कॉटन मिल है। मेरी मॉम हाउसवाइफ हैं। दीदी का अभी MBA कंप्लीट हुआ है और उसकी शादी की तय हो चुकी है। मैं BA कर रहा हूँ।
हेलो दोस्तो, मैं मन्नु शर्मा एक बार फिर अपना नया अनुभव आप लोगों के साथ शेयर कर रहा हूँ जो अभी 2 महीने पहले का है और आप सभी पाठकों से क्षमा प्रार्थी भी हूँ क्योंकि ऑफिस के व्यस्त कार्यक्रम के कारण बहुत दिनों के बाद कहानी लिख रहा हूँ।
लेखिका : दिव्या डिकोस्टा
दोस्तो, मेरा नाम राकेश उर्फ़ रॉकी है. मैं दिल्ली में रहता हूँ. मेरे घर में मेरे मम्मी पापा और मेरी बड़ी बहन रूबी है. मेरी उम्र 28 वर्ष है. मेरी बहन इस समय 30 वर्ष की है. यह घटना आज से लगभग 10 साल पहले की है. बहुत हिम्मत करके आप सब को यह कहानी भेज रहा हूँ. कृपया अपने विचार मुझे पर जरूर भेजें.