शिल्पी की चुदाई?
प्रेषक : रमा शंकर
प्रेषक : रमा शंकर
“मुझे सिगरेट की महक बड़ी अच्छी लगती है …. वैसे तुम लोगों ने जो बोतलें किचन के कबाड़ वाले केबिन में छुपाई हैं …. वे भी देखी मैंने। कहो तो ले आऊं …. मेरी वजह से तुम्हारे शौक क्यों मरें। भाई ने बताया था कि रोज रात को पीने की आदत है तुम लोगों को!”
हय जानू… इस बार जो कन्फेशन मैं तुमसे शेयर कर रही हूँ, वो मैंने आज तक किसी को नहीं बताया। यह कन्फेशन हमारे मॉडलिंग इंडस्ट्री की एक सच्चाई है।
लेखक : प्रेम गुरु
प्यारे दोस्तो, आज आपके लिए पेश है मामा भांजी के सेक्स की एक काल्पनिक कहानी जो सिर्फ आपके मज़े के लिए लिखी गई है।
दोस्तो, मेरा नाम मोनू (परिवर्तित नाम) है। मैं शादीशुदा हूँ तथा मेरी शादी को आठ साल हो चुके हैं। मेरी सरकारी नौकरी है।
आज मैं अपनी पहली कहानी लेकर उपस्थित हुआ हूँ, आशा है कि मेरी कहानी पाठकों को पसंद आएगी।
हाय जान…
मेरी इस सेक्स कहानी के पहले भाग में आपने पढ़ा कि मैं तब सिर्फ 36 साल की थी कि मैं विधवा हो गयी थी. मैं अपनी जवानी की प्यास कालबॉय से बुझती रही. का भी. लेकिन मेरा बेटा जब जवान हो गया तो मेरी नजर उसकी जवानी पर पड़ी. मैंने अपने बेटे को अपने जवान जिस्म के कुछ जलवे दिखाए और उसके साथ शिमला घूमने जाने का कार्यक्रम बना लिया.
मैं सोनू रुड़की उत्तराखंड का रहने वाला हूँ, हमारे पड़ोस में ही मेरी गर्लफ़्रेंड रहती है, मैं अपनी गर्लफ़्रेंड से बहुत प्यार करता हूँ।
मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मैं इसमें प्रकाशित हर कहानी को पढ़ता हूँ और इन कहानियों को पढ़ते हुए मैंने सोचा क्यों न आज मैं भी अपनी कहानी यहाँ लिख भेजूँ ताकि आपको भी मजा आए।
लेखक : जो हन्टर
दोस्तो, मेरा नाम सविता सिंह है, मैं हरियाणा में रहती हूँ, 27 साल की शादीशुदा औरत हूँ। मेरी शादी हो गई है इसलिए अपने लिए औरत शब्द का इस्तेमाल कर रही हूँ, वरना लड़कपन तो मुझमें अभी भी बहुत है। आज भी मैं बच्चों जैसे चुलबुली हरकतें करती हूँ, इसी लिए अपने मायके और ससुराल में सबको प्यारी लगती हूँ।
सुबह नाश्ते के बाद निशा ने मुझे एक लिस्ट दी.. इस लिस्ट में कुछ नाम और पते लिखे थे।
भाभी की चुदाई की इस कहानी के पिछले भाग
रवि ने धीरे से आँख खोल कर देखा तो ड्रेसिंग टेबिल के सामने शालू भाभी खड़ीं थीं, उनके बालों से पानी की बूंदें टपक रहीं थीं, भाभी ने अपने नंगे बदन को एक बड़े तौलिये से ढक रखा था। भाभी की चिकनी पतली टांगों से पानी की बूंदें नीचे बह रहीं थी।
अब चोद भी डालो ना !
मेरा नाम दीपक है। मैं अभी दिल्ली की एक कम्पनी में काम करता हूँ।
मुजफफरपुर में मेरी नीतू रानी रंडियों की तरह चुदी, साली ने चूत खोल कर मज़े लिए … मस्त जवानी चढ़ी है कुतिया को. वैसे भी औरत जब लंडखोर हो जाए, तो बिना चुदे नहीं मानती. उसका गोरा बदन, भारी चूतड़ और बड़े पपीतों के साइज की चूचियां लेकर जब वो अपने कमर को हिलाते हुए बल खा कर चलती है, तो मेरा दिल करता है कि साली को पटक कर पेल दूँ.
दोस्तो, मैं बेबू आपके लिए अपनी पहली हिंदी सेक्स कहानी लेकर हाजिर हूँ. आप सोच रहे होंगे कि ये बेबू कैसा नाम है, ये मेरी लाइफ की पहली गर्लफ्रेंड ने दिया जिसका नाम अंशु था और मैं उसे कट्टो कहकर बुलाता था.
ये ममेरी बहन की चुदाई कहानी पूरी तरह से काल्पनिक सोच पर आधारित है.
मेरी इस सेक्स कहानी के पिछले भाग
दोस्तो, मैं भी अन्तर्वासना की कहानियों को नियमित पढ़ता हूँ, मैंने सोचा मैं भी अपनी कहानी आप सबको बताऊँ। यह मेरी पहली कहानी है, उम्मीद तो यही है कि सभी कुंवारी चूतें फड़फ़ड़ा जायेंगी और मेरे भाइयों के लण्ड फड़क उठेंगे उनको फाड़ने के लिए।