बिहारी ने पंजाबन कमसिन की सील तोड़ी
Bihari ne Punjaban Kamsin ki Seal Todi
Bihari ne Punjaban Kamsin ki Seal Todi
मेरा नाम प्रैटी है और मैं एक स्टूडेंट हूँ। मेरी ऊँचाई 5’9″ है और मेरे लण्ड का नाप 8 इंच और 2.5 इंच मोटा है।
जवानी के दौर में हर लड़के के दिमाग में चुदाई के अलावा कोई ख़याल आता ही नहीं है। यह वह समय होता है जब उसका लंड उसका सबसे प्रिय खिलौना होता है। मौका मिलते ही वो उसके साथ खेलने लगता है।
अपनी पत्नी की मम्मी यानि मेरी सास की अन्तर्वासना के हल के बारे में सोचते सोचते हमें नींद आ गई और सुबह आठ बजे खुली तब मैं जल्दी से उठ कर तैयार होकर ऑफिस चला गया।
दोस्तो, मेरी कहानी कमसिन भांजी की कुँवारी बुर का दूसरा हिस्सा मैं आपके सामने पेश कर रहा हूँ।
गाण्ड मराये बेगम दण्ड भरे गुलाम – मतलब किसी के गुनाह की सजा किसी दूसरे को देना यानि चोरों का दण्ड फकीरों को।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को निखिल शर्मा का नमस्कार!
जूही परमार
मेरे प्रिय मित्रो, कैसे हैं आप सब! काफी दिनों बाद आज फिर मैं शिव राज आप सबके लिए एक सच्ची कहानी लेकर आया हूँ.
जीत शर्मा
अब तक आपने जाना कि पायल मेरे साथ चुम्बन में सहयोग करने लगी थी। अब आगे..
मैं दीप पुणे से हूँ, मेरी उम्र 26 साल की है। मैं पहली बार कोई चुदाई की कहानी लिख रहा हूँ। मैं हमेशा अन्तर्वासना पर कहानी पढ़ता रहा हूँ। इसलिए मुझे भी अपनी चुदाई की कहानी लिखने का मन हुआ और आज मैं अपनी एक सच्ची घटना आप सबके सामने लाया हूँ।
अब तक आपने पढ़ा..
डीके की और मेरी दोस्ती हाल ही में बनी थी. हम कभी मिले नहीं थे, पर अक्सर चैट किया करते थे. एक दिन यूं ही चैट करते करते मैंने डीके से कहा कि मुझे सफेद रंग के लोग (यूरोप वासी जैसा रंग) बड़े अच्छे लगते हैं. वैसे तो मैं कुछ ऐसी वैसी हरकत करता नहीं हूँ, पर दूध की तरह सफेद स्किन देखता हूँ तो मन में कुछ कुछ होता है.
दोस्तो, मेरा नाम मीत है, मैं मुंबई में रहता हूँ। अब तक मैंने बहुत महिलाओं को चोदा है खासकर 30 साल से 60 साल की महिलायें मुझे बहुत पसंद हैं चोदने में, क्योंकि वो मजा भी पूरा देती है और कोई शर्म भी नहीं और चोदने में झिझक भी नहीं!
लेखक : सनी
‘क्या हुआ मेघा क्यों उदास है तू?’ हॉस्टल के रूम में अपना क्लास करके आई मेरी सहेली जीनत ने पूछा।
मुम्बई के एक एरिया में एक भाई रहता था, उस एरिया के सभी लोग उसे गबरू भाई कह कर बुलाते थे, उसक इलाके में उसी की हुकूमत चलती थी। उस एरिया में जो भी लफड़ा होता था, पुलिस से पहले उसे गबरू भाई की अदालत में ले जाया जाता था।
Bhavana Ka Yaun Safar-4
दोस्तो, मेरी बीवी का नाम रुखसार है, जब हमारा निकाह हुआ तो वह बहुत घरेलू लड़की थी, वह केवल सलवार सूट पहनती थी और चुप और शान्त रहती थी, ज्यादा बात नहीं करती थी।
मैं आपको एक नई कहानी सुनाने जा रही हूँ जो कि बिल्कुल सच्ची कहानी है।
अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट काम पर मेरी दूसरी कहानी
कार में वसुन्धरा ने मुझसे कोई बात नहीं की अपितु सारे रास्ते वसुन्धरा अधमुंदी आँखों के साथ मंद-मंद मुस्कुराती रही, शायद उन लम्हों को मन ही मन दोहरा रही थी. वसुन्धरा के रुख पर रह-रह कर शर्म की लाली साफ़-साफ़ झलक रही थी. वसुन्धरा की आँखें बार-बार झुकी जा रही थी, होठों पर हल्की सी मुस्कान आ गयी थी और माथे पर लिखा 111 कब का विदा ले चुका था, आवाज़ में से तल्ख़ी गायब हो चुकी थी और उस के हाव-भाव में आक्रमकता की बजाये एक शालीनता सी आ गयी थी.
पर-पुरुष सम्मोहन से आगे:
वो मेरे पड़ोस में रहने वाली 18 साल की लड़की है जो कक्षा 11 या 12 में पढ़ती है और शाम में कॉलोनी के बाकी बच्चों के साथ छुपा छुपी खेलते समय अक्सर मेरे घर में या आस-पास आकर छुप जाती है.