पेंटिंग टीचर
मेरी उम्र 28 साल है। मैं दिल्ली में एक पेंटिंग टीचर हूँ और एक खास तरह की पेंटिंग सिखाता हूँ जिसका मैं आपको नाम नहीं बता सकता क्यूंकि हो सकता है कि यहाँ मुझे कुछ लोग पहचान जायें।
मेरी उम्र 28 साल है। मैं दिल्ली में एक पेंटिंग टीचर हूँ और एक खास तरह की पेंटिंग सिखाता हूँ जिसका मैं आपको नाम नहीं बता सकता क्यूंकि हो सकता है कि यहाँ मुझे कुछ लोग पहचान जायें।
हाय दोस्तो, मेरी उम्र 27 साल है, मैं कोइम्बटोर तमिलनाडु में नौकरी करता हूँ।
अन्तर्वासना के प्रबुद्ध पाठको, मेरी बात ध्यान से पढ़िए और अपनी राय मुझे दीजिए।
सबसे पहले आप सब पाठकों को सादर प्रणाम!
रात के बारह बज़ चुके थे। छोटे से गाँव राजापुर में बहुत ही सन्नाटा छ गया था। राजापुर गरीब की बस्ती है। इसी बस्ती के एक कोने में हरिया का घर है। हरिया की उमर 45 साल की है। और उसकी बीबी की उमर 40 साल की है। हरिया एक गरीब किसान है।
यह कहानी मेरे एक दोस्त की है जो मैं आपसे शेयर कर रहा हूँ। इस कहानी का एक भाग शराबी की जवान बीवी आप पहले ही पढ़ चुके हैं, आगे की कहानी मेरे दोस्त की जुबानी…
सुनीता ने सुनील का लिंग मुँह में ले लिया, मैंने रवि का! सुशील अकेला था तो सुनील ने उसको पास बुलाया और सुनील ने सुशील का लिंग मुँह में ले लिया। सब मजे कर रहे थे।
हाय मेरा नाम अबनेश है, मैं बदायूँ उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ, मेरी उम्र बीस साल है, मेरा कद पांच फुट नौ इंच है, मेरा रंग गोरा व मेरे लन्ड की लम्बाई 8 इंच है।
ख्वाहिशें सच में बहुत अजीब होती हैं। अन्तर्वासना पर लेखकों की ख्वाहिश कि बस लड़कियों के ढेर सारे मेल आयें और दिन रात मैं सम्भोग के असीम पलों का आनन्द लेता रहूँ..
अन्तर्वासना की कहानी पढ़ने वाले मेरे यारो,
अन्तर्वासना सेक्सी स्टोरी पढ़ने वालों के सेवा में चूतनिवास के लंड से इकत्तीस तुनकों की सलामी!
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम अनिल भारद्वाज है।
अन्तर्वासना पर हिंदी सेक्सी स्टोरी पढ़ने वाले मेरे प्यारे दोस्तो, आशा करता हूँ कि आप सब अच्छे ही होंगे।
प्रेषक : हैरी बवेजा
मैं भावना मेघवाल, राजस्थान की रहने वाली हूँ, मेरी उम्र बाईस साल है लेकिन यह बात तब की है जब मैं अठारह साल की थी। मैं बारहवीं पास करके नई नई कॉलेज में आई थी। हमारे कॉलेज में मेरी एक सहेली बन गई जिसका नाम सपना चौधरी था। वो सीकर से थी जबकि मैं बीकानेर से।
उस दिन शाम को हम बाहर घूमने गए थे, घूमते घूमते हम बाज़ार में पहुँच गए। फ़िर शीला को पता नहीं क्या हुआ, मुझसे बोली- तुम कॉफ़ी शॉप में रुको ! मैं आधे घंटे में आती हूँ !
हाय दोस्तो,
मैं सबसे पहले गुरूजी का धन्यवाद करता हूँ कि मेरी कहानी काम में मज़ा आया? को अन्तर्वासना पर जगह दी।
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इमरान
अब तक आपने पढ़ा..
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मैंने बड़े प्यार से अजय के लंड को चूसना शुरू कर दिया। अजय को मज़ा आने लगा, तब मैंने होंठ कस कर बंद कर लिए और उसको इशारा किया कि अब झटके मार..
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समय का पता ही नहीं चला और 6 बज़ गए मैं भाभी को चोद कर हटा ही था कि हमें घंटी की आवाज़ सुनाई दी।