एक लड़के को देखा तो ऐसा लगा … -1
सभी पाठकों को हिमांशु बजाज का हृदय से प्रणाम! गुरू जी और अंतर्वासना पाठकों के साथ सम्बंध इतना गहरा हो चुका है कि ज्यादा दिन अब दूर रहा नहीं जाता. इसलिए एक बार फिर से पाठकों के समक्ष एक नई कहानी लेकर आया हूँ.
सभी पाठकों को हिमांशु बजाज का हृदय से प्रणाम! गुरू जी और अंतर्वासना पाठकों के साथ सम्बंध इतना गहरा हो चुका है कि ज्यादा दिन अब दूर रहा नहीं जाता. इसलिए एक बार फिर से पाठकों के समक्ष एक नई कहानी लेकर आया हूँ.
मेरी पिछली कहानी
अब तक की कहानी में आपने पढ़ा..
अब तक की इस हिंदी सेक्स कहानी में आपने जाना था कि मेरी शक्ल देख कर शायद मेरे भैया के बॉस का मन फिसल गया था तो उन्होंने भैया को एक बड़ी पोस्ट का ऑफर दे दिया था.
प्रेषक : जय चौहान
मेरे प्यारे दोस्तो और अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज के प्रशंसको, मेरा नाम राहुल है. यह मेरी पहली सच्ची चुदाई की कहानी है. अगर कोई ग़लती दिखे तो माफ़ कर दीजिएगा.
सनी गाण्डू
हैलो दोस्तो, मैं सन्नी आहूजा एक बार फिर से हाज़िर हूँ.. आपके सामने अपनी एक नई कहानी लेकर..
इस बीच रेखा का मोबाइल बजा।
आप सभी पाठकों को मेरा नमस्कार, दोस्तो, इतने दिनों तक मैंने कहानी को रोके रखा इसके लिए माफ़ी चाहता हूँ.. क्योंकि पिछले कुछ दिनों से काम के चलते मैं अपनी कहानी को नहीं बढ़ा सका। अब आप सभी का मनोरंजन करने के लिए मैं फिर से हाज़िर हूँ..
दोस्तो.. मैं वरुण राय जयपुर में पढ़ने आया हूँ और किराए से कमरा लेकर रहता हूँ। पढ़ाई के मैं साथ पार्ट टाइम जॉब करता हूँ।
प्रिय मित्रो, आज मैं आपको एक बहुत ही मज़ेदार बात बताने जा रहा हूँ। किसी किसी इंसान पर उसकी किस्मत इतनी मेहरबान होती है के वो खुद हैरान होता है, और उसकी किस्मत को देख कर और लोग जलते हैं।
नमस्कार दोस्तो, आपका संदीप साहू कहानी का अगला भाग लेकर एक बार फिर हाजिर है। आप लोगों के ईमेल मुझे लगातार प्राप्त हो रहे हैं, सभी का जवाब दे पाना संभव नहीं है, इसलिए इस कहानी में मैंने सभी को एक साथ जवाब देने का प्रयत्न किया है।
प्रणाम दोस्तो, एक बार फिर से आपका गांडू सनी आपके लिए अपनी चुदाई लेकर हाज़िर है। मुझे बहुत ज़रूरी काम के लिए आगरा जाना पड़ा, एक तो पहले से ही स्टेशन पर ही एक लंड ने मेरी गांड गर्म कर दी, मेरी बुकिंग थी छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस की लेकिन बीस नंबर वेटिंग में मिला था, मुझे वहाँ टी.सी। ने कहा था कि तुम काउंटर टिकट खरीद लो, जब ट्रेन चलेगी तो वहाँ ट्रेन वाले टी.सी को थोड़ा बहुत सेवा पानी देकर कोई सीट कन्फर्म करवा लेना।
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम मनीष है और मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ। यहाँ की अधिकतर कहानियाँ मुझे अच्छी लगती हैं। यहाँ की कहानियाँ पढ़ कर मुझे अपनी कहानी लिखने की इच्छा हुई। इसीलिए मैं आज अपनी कहानी के साथ आपके सामने हाजिर हूँ, जो कि एकदम सत्य घटना है और मेरे साथ दो साल पहले घटित हुई।
लेखक : सनी
हैलो दोस्तो, मैं आपका राज.. नई दिल्ली से हूँ.. मैं 5’9” की हाइट का हूँ.. रंग गोरा और बॉडी एकदम कसरती है क्योंकि मैं रेग्युलर जिम जाता हूँ।
प्रेषक : प्रणय
मेरे सभी पाठकों को नमस्कार। अन्तर्वासना के माध्यम से में अपनी आपबीती घटनाए लाता रहा हूँ। बहुत से ईमेल आये इसलिए अगली घटना बताने से पहले एक बात बताना चाहता हूँ प्लीज सूसन, मारिया, शर्मीला या ऋतु या किसी के नंबर मत मांगिए, वे मेरी दोस्त हैं। कुछ लोग तो गाली गलौच करने लगते हैं जब मैं मना करता हूँ। आप में से कई, जो सभ्य हैं, की ईमेल मैंने उन्हें फॉरवर्ड की हैं, वो चाहेंगी तो आप से सीधे संपर्क करेगी।
नमस्ते साथियो,
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार। मैं रोमा फिर से बुर चुदाई की कहानी लेकर आई हूँ। दोस्तों आप सभी ने मेरी कहानियां पढ़ीं और उन कहानियों को बहुत पसंद भी किया.. उसके लिए आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा सादर प्रणाम! मेरा नाम सोनू कुमार है, मैं 22 साल का सांवला रंग, मैं दिखने में मध्यम शरीर का हूँ। उस समय मैं दक्षिण भारत में पढ़ता था और अपने घर बिहार छुट्टियों में आया हुआ था.
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दोस्तो, आपने पिछले भाग में पढ़ा कि कैसे संध्या ने अपने काम जीवन में नए रंग भरने के लिए पहले अपनी सास के साथ समलैंगिक समबन्ध बनाए और फिर मोहन को उसके बचपन की चाहत उसकी माँ की चूत दिलवा दी। आखिर मोहन मादरचोद बन गया।
दोस्तो, मेरा नाम राज है और मैं पटना से हूँ, मेरी हाईट पांच फीट सात इंच, रंग सामान्य पर मैं हैंडसम हूँ इसलिए लड़कियाँ मुझे पसंद करती हैं।