सलहज जीजा भाई बहन का ग्रुप सेक्स-1
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मेरा नाम अजय राज है और मैं रेल गाड़ी से भोपाल से मुम्बई जा रहा था मेरे आरक्षित बर्थ के सामने वाले बर्थ पर एक खूबसूरत कमसिन लड़की बैठी हुई थी। उसके माता पिता शायद ऊपर वाली बर्थ पर थे.
प्रिय मित्रो, आपने इस सेक्स कहानी के पिछले भाग में
अभी तक आपने पढ़ा..
अनिल उमा की गांड पर चुटकी काटते हुआ बोला- उमा जी, जरा तुम्हारी गांड मार ली जाय! बहुत सुंदर लग रही है और बहुत दिन से किसी लोंडिया की गांड भी नहीं मारी है! चलो रानी, जरा कुतिया बन जाओ!
अब तक आपने स्वाति की सैम और रेशमा से करीबी के बारे में जाना, फिर रेशमा का उसके भाई के साथ सेक्स संबंध पढ़ा, और अब स्वाति भी सेक्स सुख की दहलीज पर आ खड़ी हुई है, अपने अतीत और प्रथम सहवास की कहानी खुद स्वाति अपने मुंह से सुना रही है..
हैलो फ्रेंड्स, मैं रोहित पटना से हूँ, मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ. मैंने यहां प्रकाशित बहुत सारी कहानियां पढ़ी हैं. सेक्स स्टोरी पढ़ने के बाद मुझे लगा कि मुझे अपनी भी एक कहानी लिखना चाहिए. ये मेरी लाइफ की रियल सेक्स स्टोरी है कि कैसे मैंने अपनी मौसी को उनके घर में ही चोदा.
अब तक की इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि ग्रुप सेक्स में सब फ्लॉरा के शरीर के मज़े लेने लगे।
सम्पादक – इमरान
सुहागरात
कहानी का पहला भाग : मेरी सगी बहन और मुंहबोली बहन -1
Peon ki choot chod kar Maa Banaya
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दीवाली के दिन चल रहे थे.. और गाँव में कार्तिक का मेला लगा हुआ था। मेरे लिए यह मेरी शादीशुदा गर्लफ्रेंड मीना भाभी को चोदने का बड़ा सही मौका था। मीना भाभी को चोदना मुझे बहुत अच्छा लगता था और मीना थी ही ऐसी कि उसे देख कर चोदने का मन हो जाता था।
आज मैं भी आप लोगों के सामने एक सत्य घटना रख रहा हूँ।
दोस्तो, यह कहानी है मेरी गर्लफ्रेंड के साथ सेक्स की … मेरा नाम राज है और मैं मन्दसौर सिटी का रहने वाला हूँ. मैं अन्तर्वासना का बड़ा प्रशंसक हूँ. मुझे सेक्स करना बहुत पसंद है.
मैं राज एक बार फिर अपने दोस्तों के लिए एक दिलचस्प सच्चा किस्सा ले कर आया हूँ। हर बार की तरह इस बार भी मैंने इस किस्से को थोड़ा मसालेदार बनाने के लिए कुछ बाते इस में जोड़ दी है। पर इससे मूल कहानी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। तो अब कहानी शुरू करता हूँ :
मेरी सेक्स कहानी के पहले भाग
उनके होठों की नर्मी और साँसों की गर्मी ने मुझे पिघलने पर मजबूर कर दिया और अनायास ही मैंने भी अपनी बाहें फैलाकर उन्हें अपने आप में समेटते हुए उसके चुम्बन का जवाब चुम्बन से देने लगा।
प्रेषक : मयंक
प्रेषक : सुज़ान कौर
हेल्लो दोस्तो,
Kunvari Ladkiyon Ko Nahi Chahiye Kunvara Pati
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तीन चार किलोमीटर चलने के बाद मैंने देखा कि सड़क से कुछ दूर पर कोई खड़े होकर शायद आवाज़ दे रहा है।