साली जीजा से शादी करना चाहती थी-1
मैं प्रथम अपनी हिंदी सेक्स स्टोरी लेकर हाज़िर हूँ। यह वाकिया अभी से कुछ दिनों पहले का ही है.. जब मेरा किसी काम से बाहर अपनी साली के गाँव में जाना हुआ।
मैं प्रथम अपनी हिंदी सेक्स स्टोरी लेकर हाज़िर हूँ। यह वाकिया अभी से कुछ दिनों पहले का ही है.. जब मेरा किसी काम से बाहर अपनी साली के गाँव में जाना हुआ।
मेरा नाम रेयान है, जीनत मेरी बीवी है। हमारी शादी को दस साल हो चुके हैं। हम लोग लखनऊ के एक पॉश एरिया में रहते हैं।
चाचा का उपहार-1
हमारे कमरे का दरवाजा बाहर से बन्द देख सभी आश्चर्य में थे केवल एक अमित जीजा को छोड़कर… उसकी कुटिल मुस्कान भी बता रही थी कि ऐसी हरकत उसी ने की है।
नमस्कार दोस्तो, मैंने कम्प्यूटर पर सेक्सी ब्लू फिल्म दिखा कर अपनी घरेलू काम वाली की चूत को चोदा.
प्रेषिका : सीमा
हाय, मैं ऋतु.. अन्तर्वासना पर मैं अपनी चूत की अनेक चुदाईयों के बारे में बताने जा रही हूँ.. मज़ा लीजिएगा।
मैंने अपने जीवन की व्यथा गाथा अपनी पहली कहानी ‘शराबी पति‘ के तीन भागों में लिखी थी।
हिंदी सेक्स कहानी पढ़ने वाले मेरे प्यारे दोस्तो, मैं फेहमिना इकबाल एक बार फिर आप सबके सामने अपनी नई कहानी लेकर हाजिर हूँ।
दोस्तो, मैं आपको अपने बारे में बताता हूँ, मैं बहुत स्मार्ट और सुंदर हूँ और लड़कियाँ मुझे देखकर ‘आहें’ भरती हैं।
मैं पूरा जोर लगा कर तीव्र धक्के लगा रहा था तभी चाची की योनि एकदम से सिकुड़ गई और वह मेरे लिंग को जकड़ कर अंदर खींचने लगी।
एक दिन ई-मेल देखते समय मैंने देखा कि किसी प्रिया नाम की लड़की का मेल आया है। मैंने वह मेल खोला और पढ़ने लगा। वह मेल किसी प्रिया नाम की लड़की का था और वह मुम्बई में रहती थी। उसने लिखा था- मैंने आपकी कहानी पढ़ी और मुझे बहुत अच्छी लगी, आप बस ऐसे ही कहानियाँ लिखते रहो और कृपया मुझे मेरी ई-मेल पर भेजो। मुझे ऐसी कहानियाँ बहुत पसन्द हैं।
दोस्तो, मैं अपनी सुहागरात की सच्ची कहानी ज्यों की त्यों लिख रहा हूँ, इसमें कोई भी बनावटी बातें नहीं हैं।
(एक रहस्य प्रेम-कथा)
प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए
अभी तक आपने पढ़ा..
नमस्कार मित्रो, मैं परीक्षित कुमार, आपके समक्ष उपस्थित हूँ बहुत दिनों के बाद मेरी नई फ्री हिंदी सेक्स स्टोरी के साथ. काम, परिवार के साथ समय का कुछ पता ही नहीं चलता है.
वो हुस्न की कोई परी नहीं थी। न ही वो मेरे उम्र की थी.. मुझसे सतरह साल छोटी उस लड़की को मैं कैसे और किस लिए पसंद आया.. ये मेरी समझ से बाहर है। उसका नाम था नीलम..
लेखक : अरुण
सभी पाठकों को मेरा नमस्कार।
लेखक : प्रेम गुरू
दोस्तो, आज मैं आप सभी को अपनी जिन्दगी की एक ऐसी घटना के बारे में बताना चाहता हूँ जिसके बाद से मुझे प्यार और सेक्स क्या है यह असली में समझ में आया।
नलिनी भाभी- क्या अंकुर? खुद तो सोते रहते हो पर यह हमेशा जागता ही रहता है?
प्रेषक : डिक लवर