पड़ोसन आंटी की चूत फाड़ दी
Padosan Aunty ki Choot Faad Di-1
Padosan Aunty ki Choot Faad Di-1
मेरा नाम राज है। मेरी उमर इस समय 24 साल की है। शादी के 3 साल बाद ही एक रोड दुर्घटना में भैया का स्वर्गवास हो गया था। मैं भाभी के साथ अकेला ही रहता था। मेरी भाभी का नाम ॠतू है। हमारा अपना खुद का बिजनेस था। भैया के स्वर्गवास होने के बाद मैं ही बिजनेस की देखभाल करता था।
दोस्तो, पिछले भाग में आपने जाना कि कैसे मैंने आंटी को पटाया और चोदा।
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मीना ने बताया कि अश्वनी के अलावा यहाँ पर जितने मर्द हैं, सबके लंड उसकी चूत में जा चुके हैं। वो बस अश्वनी से अपनी चूत की चुदाई करवाना पसंद करेगी।
नमस्कार दोस्तो, मैं सचिन शर्मा.. आप सब कैसे हैं..
अब तक इस हिंदी नोन वेज स्टोरी में आपने पढ़ा था कि गुलशन जी ने पक्का सोच लिया था कि वो सुमन को जरूर चोदेंगे और अब उनकी आत्मा भी गायब हो गई थी. इससे आपको समझ आ गया होगा कि अब सुमन के रंडी बनने की घड़ी नज़दीक आ रही हैं. उधर गोपाल के साथ मोना ने नीतू को लेकर जो खेल खेला था अब उसी खेल को देखते हैं. आज वहां भी बहुत कुछ मसालेदार होने वाला है.
कहानी का चौथा भाग : एक कुंवारे लड़के के साथ-4
लेखिका : उषा मस्तानी
हाय मेरा नाम रुचि है, मेरी उम्र 22 साल है। मैं एक बहुत सुंदर और जवान युवती हूँ, मेरा कद 5 फुट 6 इंच है और मेरा रंग बहुत साफ़ है, मेरा जिस्म बिल्कुल किसी कारीगर की तराशी हुई संगमरमर की मूर्ति की तरह है, लोग मुझे इस डर से नहीं छूते कि मेरे शरीर पर कोई दाग ना लग जाए, मेरा फिगर 36-24-36 है और मेरी चूचियाँ मस्त गोल, सुडौल और सख्त हैं, गोरे रंग की चूचियों पर गहरे भूरे रंग की डोडियाँ !
मैं राजवीर राजस्थान से, मैं 25 साल का हूँ, मेरा लण्ड 8 इन्च लम्बा है।
प्रेषिका : राखी शर्मा
मेरा नाम पूनम है, दिल्ली की रहने वाली हूँ, उम्र लगभग 24 है।
सम्पादक- इमरान
दोस्तो नमस्कार. मैं राज शर्मा एक बार फिर अपनी कहानी को लेकर हाजिर हूं. आपने मेरी पिछली कहानी
विराज कुमार
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मेरा नाम तुषार है, मैं महाराष्ट्र के जलगांव का रहने वाला हूँ, बात आज से 15 साल पुरानी है, मेरी उम्र तब 22 साल की थी, हम किराये के मकान में रहा करते थे, घर में मैं, बड़ा भाई, मम्मी पापा थे, मम्मी पापा भाई जॉब करते थे तो 10 बजे घर खाली हो जाया करता था।
अब तक आपने पढ़ा कि कार में मुझे उन तीनों अंकल ने लंड से चोदा तो था, पर अधूरा चोद कर छोड़ दिया था. इसके बाद जब मैं मॉल में गई तो बिना पेंटी की मेरी चूत ने फर्श पर रस टपका दिया था. जिसे उस मॉल के दो युवकों ने समझ लिया था और उन दोनों ने मुझे शीशे में उतार लिया था. वे दोनों मुझे चोदना चाहते थे और मैं भी उनके साथ राजी हो गई थी.
अब तक आपने पढ़ा..
हैलो मेरे प्यारे प्यारे दोस्तो, मैं राज आर्या, एक बार फिर से एक सच्ची सेक्स कहानी लेकर हाज़िर हूँ, जो अभी एक महीने पहले मेरे साथ घटित हुई.
जब एक बार यह तय कर लिया कि उन दोनों को छूट देनी ही है तो फिर मन से सब नैतिक अनैतिक निकाल दिया। कभी शादी से पहले यह सब वीणा ने भी किया ही था और मेरी बेटी भी इंग्लैंड में रह रही है तो क्या करती न होगी। यह सब जवानी की सहज स्वाभाविक प्रतिक्रियायें हैं जिनका आनंद सभी ले रहे हैं। मैं नहीं ले पाया तो यह मेरी कमी थी. पर अब अगर दूसरों को लेते देख मुझमें वह खुशी, वह उत्तेजना पैदा हो रही है तो क्यों मैं नैतिक अनैतिक के झंझावात में उलझ कर उस सुख से वंचित होऊं।
दो दिन बाद ऑफिस में:
आप भी सोचते होंगे कि ये पिंकी लड़की होकर गंदी कहानी कैसे लिख लेती है. यह तो एक कला है दोस्तो…