कामवासना की तृप्ति- एक शिक्षिका की जुबानी-2
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हैलो… मेरा नाम रोहित है और यह कहानी पूरी तरह काल्पनिक है.. इसका कोई भी किरदार सच्चा नहीं है।
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जब मैं एक एक करके अपने कपड़े उतार रही थी तब अजीब सी बेचैनी हो रही थी! पूरे कपड़े उतरे तो शीशे के सामने मैंने खुद को देखा!
दोस्तो, मेरा नाम अर्पित है, उम्र छब्बीस वर्ष और मैं नोएडा का रहने वाला हूँ। दिखने में बिल्कुल सामान्य हूँ लेकिन अपनी काबिलियत से मैं हमेशा सबका चहेता रहा हूँ। मैंने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है और बहुत ही अच्छी जॉब में हूँ, यह मेरी पहली सच्ची कहानी है, विश्वास है कि आप सभी को पसंद आएगी।
Mera Hansta Khelta Sukhi Parivar-1
बीते दिनों की बात है, मैं हमेशा की तरह ट्रेन में सफ़र कर रहा था, बारिश के कारण ट्रेन में भीड़ नहीं थी। एक डिब्बे में सिर्फ 5-6 लोग अलग अलग बैठे थे। मैं छुप-छुप कर सेक्सी कहानियों वाली किताब पढ़ रहा था और उस पर मैंने एक कवर चढ़ा रखा था जिससे किसी को पता न चले। मेरे बाजू वाली सीट खाली थी।
सुबह सासूजी रेडी हो गई थीं.. उन्होंने सफ़ेद रंग की साड़ी और मैचिंग का ब्लाउज पहना हुआ था.. और अन्दर सफ़ेद रंग की ही ब्रा पहनी हुई थी।
अब तक की चुदाई की स्टोरी में आपने पढ़ा था कि मेरे बेटे आशीष के दोस्त चंदर ने मुझे चोदने के लिए अपने कमरे में बुलाया था, जहां आशीष भी था. उन दोनों ने मुझे भंभोड़ते हुए बेरहमी से चोदा और इसके बाद आशीष उस कमरे में मुझे चंदर के पास पूरी रात चुदने के लिए छोड़ गया.
बेटी- पापा, मैं माँ बनने वाली हूँ।
Bua Bhatiji Ka Choot Yuddh
मेरा नाम डॉक्टर संजीव है। मैं मूलरूप से असम के एक गांव प्रीतपुरा का निवासी हूँ। प्रीतपुरा गांव में जंगली आदिवासी लोग रहते हैं। जो कि शहर से करीब 150 किलोमीटर दूर स्थित है।
यह सेक्स कहानी दो दोस्तों के बीच पहले प्रेम और बाद में आगे बढ़कर हुए संबंधों के बारे में चर्चा करती है!
कहानी का पिछला भाग: कुक्कू आंटी-1
दोस्तो, आपने अब तक पढ़ा था कि मैं चण्डीगढ़ से पूनम को लेकर अजमेर के निकल पड़ा था। सफ़र की शुरूआत चण्डीगढ़ में ही एक होटल में चूत चुदाई से हुई थी।
मेरी ये कहानी मेरी एक ई-मित्र को समर्पित है – प्रेम गुरु
हाय अन्तर्वासना के चाहने वालो,
यह घटनाक्रम मेरे एक पाठक राजवीर (छद्म नाम) की आपबीती है। वे स्वयं पाठकों के समक्ष नहीं आना चाहते तो उन्होंने मुझसे इस कहानी को आप तक पहुँचाने का अनुरोध किया है। इसलिए यह मेरी नहीं उनकी कृति है। मेरी कहानी के अभ्यस्त पाठकों को हो सकता है थोड़ी अलग-सी या कम लगे, लेकिन इसकी घटनाएँ रोचक हैं और वास्तव में घटित हुई हैं। इसे आपके सामने लाने के पहने इसकी भाषा में मुझे थोड़ा-बहुत सम्पादन करना पड़ा है।
अब तक आपने पढ़ा..
इस इन्सेस्ट कहानी के पहले भाग
मैं चंदन टीनू फिर एक कहानी लेकर आया हूँ. आशा है कि आप सभी को पसंद आएगी कि कैसे मैंने घमंडी ललिता को चोद कर उसका घमंड तोड़ा.
लेखक: हिमांशु
दोस्तो, मेरा नाम राज है… मैं हरियाणा का रहने वाला हूँ… मैं भी आप लोगों की तरह अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ. मैं करीब 4-5 साल से अन्तर्वासना से जुड़ा हुआ हूँ. मैंने अन्तर्वासना पर बहुत सारी कहानी पढ़ी हैं, उनमें से कुछ तो हकीकत कहानी हैं और कुछ झूठी भी लगती हैं!
सुबह की पहली किरण के साथ जब मेरी नींद खुली तो देखा कि एक तरफ बापू अभी भी लुढ़का हुआ है और माँ शायद पहले ही उठ कर जा चुकी थी।
प्रेषक : सैम