मेरे लन्ड को मेरी साली पसंद आ गयी
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मेरी उम्र जब जवानी की हठखेलियाँ लेने लगी तब पहली बार मैंने अपने पापा को मम्मी की चुदाई करते देखा तब मेरे मन में अपने ही पापा से चुदवाने की इच्छा जाग उठी.
अब तक आपने आश्रम से जुड़े रहस्यों के बारे में पूर्ण रूप से जान लिया।
अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार… साथ ही अन्तर्वासना को मेरी पहली कहानी को दीर्घकालीन बहु-लोकप्रिय रसभरी कहानियों के संग्रह में शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
अंधेरे में एक साया एक घर के पास रुका और सावधानी से उसने यहाँ-वहाँ देखा। सामने के घर की छोटी सी दीवार को एक फ़ुर्तीले और कसरती जवान की तरह उछल कर फ़ांद गया और वहाँ लगी झाड़ियों में दुबक गया।
सुबह मेरी नींद बाथरूम के शॉवर से गिरते हुए पानी की आवाज से खुली, जब मैं अपनी पूरे होश में आया तो पाया कि नीलू बाथरूम में नहा रही है।
हाय दोस्तो! मैं राज फ़िर कोलकाता से. मेरी पिछली दो कहानियाँ
मैने आप सबकी स्टोरी पढ़ी तो मुझे भी ऐसा लगा कि मैं भी आपनी बात कहुं सो लिख दिया।
अन्तर्वासना के सारे पाठकों को मेरा नमस्कार। यह कहानी मेरी और मेरी एक दोस्त नेहा की है। नेहा मेरे ऑफिस में ही काम करती थी और मेरी टीम की रिपोर्ट बनाती थी।
नीलम रानी की चूत लेने का फितूर मेरे दिल-ओ-दिमाग पर छा गया था। हालांकि मुझे कोई चुदाई की तकलीफ नहीं थी, रोज़ अपनी खूबसूरत, सेक्सी पत्नी की चुदाई करता ही था लेकिन नई चूत का मज़ा लेने का ख्याल एक नशा बनकर मुझ पर चढ़ गया था।
मेरी असिस्टेंट लीना की चुदाई करने के लिए मैं तड़फ रहा था, पर कोई मौका ही नहीं मिल रहा था।
कहानी का पिछ्ला भाग : अचानक ही चाची की चूत चोदने को मिल गई-1
अब तक आपने पढ़ा..
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अभी तक आपने पढ़ा था कि अंकल ने मेरी कच्ची जवानी को एकदम गरम कर दिया था. मुझे खुद उनसे ये सब करवाने में मजा आने लगा था. आज मेरी चूत के इलाके की चुम्मी लेने का दिन था.
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार.
दोस्तो, मेरा नाम राज शर्मा है. मैं चण्डीगढ़ में रहता हूँ. मैं अर्न्तवासना का नियमित पाठक हूँ. आप सब लोगों ने मेरी पिछली कहानियों को बहुत सराहा और बहुत ज्यादा संख्या में मेल करके अपनी राय मुझे बताई, इसके लिए आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद. अर्न्तवासना से मेरी कहानियों को पढ़कर बहुत से लोग फेसबुक पर मुझसे जुड़कर मेरे बहुत अच्छे दोस्त बने हैं, इसलिए इस साइट का भी बहुत बहुत धन्यवाद.
अब तक की कहानी में आपने पढ़ा…
हैलो मेरा नाम आनन्द है। मैं जो कहानी आपको बताने जा रहा हूँ वो एकदम सत्य तो है ही, साथ ही यह घटना मेरे साथ सिर्फ़ 6 दिन पहले हुई है।
अब तक आपने पढ़ा..
प्रेषक : मुन्ना लाल गुप्ता
दोस्तो, मैं आपकी नई दोस्त, प्रीति शर्मा; एक ऐसी दोस्त, जिसकी चूत में हर वक़्त आग लगी रहती है। ये समझ लो कि बस जब मुझे महीना आता है, उन 5 दिनों में ही मजबूरी होती है, तो मैं अपनी चूत में कुछ नहीं डालती, वरना मुझे रोज़ अपनी चूत में लंड चाहिए। मेरे तन में कामुकता कूट कूट कर भरी थी.
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लेखक : सनी