रैगिंग ने रंडी बना दिया-91 – Baap Beti Sex Kahani
अब तक इस बाप बेटी की सेक्स कहानी में आपने पढ़ा सुमन और उसके पापा आज रात अकेले थे क्योंकि उनकी मम्मी अपनी माँ के घर चली गई थीं. साथ ही पापा जी एक पुराने दोस्त ने बियर की बोतलें भी थमा दी.
अब तक इस बाप बेटी की सेक्स कहानी में आपने पढ़ा सुमन और उसके पापा आज रात अकेले थे क्योंकि उनकी मम्मी अपनी माँ के घर चली गई थीं. साथ ही पापा जी एक पुराने दोस्त ने बियर की बोतलें भी थमा दी.
मेरे प्यारे दोस्तो, आप सभी के सामने एक बार फिर से हाजिर है आपकी प्यारी श्रद्धा!
Bahan Ke Sath Prem-leela-6
🔊 यह देहाती सेक्स की कहानी सुनें
दोस्तो, मेरी पिछली कहानी तो आपनी पढ़ी ही होगी.. जिसका नाम था
नमस्कार दोस्तो, मैं आपकी प्यारी कविता, सभी सेक्सी माँ और बेटों को मेरा प्रणाम. मेरी इस सेक्स कहानी के दूसरे भाग में आप लोगों ने पढ़ा था कि मैंने कैसे अपने सगे बेटे को पटाया, उसके साथ शिमला गई और अय्याशी की.
आज मैं आपको अपने एक दोस्त की बताई हुई कहानी सुनाने जा रहा हूँ। मुझे यह कहानी बहुत पसंद आई तो सोचा आपको भी सुना दूँ, शायद आप को भी पसंद आए।
दोस्तो, मैं कमलप्रीत, आज एक नई कहानी आपकी नजर कर रहा हूँ।
🔊 यह कहानी सुनें
मेरा नाम राज है और मेरी पत्नी का नाम इला।
प्रेषक : राजेश
जसपाल भट्टी जी लैपटॉप खरीदने गए…
अब तक आपने पढ़ा..
पांच सात मिनट की धकापेल में हम दोनों सब कुछ भूलकर सम्भोग का अभूतपूर्व आनन्द उठाते रहे, दोनों पसीने से सराबोर हो गए ! रेखा तो नीचे से गांड को ऐसे उठाकर लंड पेलवा रही थी जैसे वो मेरे अंडकोष भी अपने अन्दर करवाना चाहती हो !
प्रेषक : प्रशांत पाण्डे
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सबसे पहले मैं अन्तर्वासना को कोटिश: धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने मेरी कहानी को अपनी साईट पर स्थान दिया। साथ ही उन पाठकों को भी धन्यवाद देता हूँ.. जिन्होंने मुझे मेल कर के मेरा उत्साह बढ़ाया।
नमस्कार दोस्तो.. मेरा नाम राज है आज जो कहानी मैं आप लोगों को बताने जा रहा हूँ.. यह गोवा की है। पिछले दिसंबर में मैं अपने दोस्तों के साथ घूमने के लिए गोवा गया था।
दोस्तो, मैं राज… आज आज आपके सामने जीवन की एक सच्ची कहानी पेश कर रहा हूँ.. कि किस तरह मैंने दुकान वाली मस्त आंटी की चुदाई की।
कमरे में हम चारों चुदाई का खेल खेल रहे थे।
जब मैने गौरी की बड़ी बहन रानी और बड़े भाई से सब गुप्त ज्ञान ले लिया तो मुझे भी चूत और गांड मारने की इच्छा होने लगी। अब बस मैं गौरी के बारे में ही सोच रहा था की किसी दिन वो मेरे पास सो जाए। क्योंकि गौरी की बड़ी बहन की बात मेरे मन में घर कर गई थी। अब तो गौरी मुझे और भी अच्छी लगने लगी थी। बस अब तो मैं गौरी की चूत को और गांड को मारना चाहता था। पर ऐसा हुआ नही। क्योंकि उसके मम्मी और पापा बहुत सख्त है।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार.. एक बार फिर से मैं आप सभी के लिए कहानी लेकर आई हूँ। आज की यह कहानी मेरी नहीं है.. बल्कि मेरे एक दोस्त की है.. तो आइए मेरे इस दोस्त की कहानी उसी जुबानी सुनते हैं।
अपने सभी पाठकों का सादर धन्यवाद जिन्होंने मेरी सारी कहानियों को पसंद किया।
प्रेषक : नामालूम
मैंने बाजार में ही रीना को इसका इशारा कर दिया था कि आज की रात मैं उसको रंडियों को जैसे चोदा जाता है वैसे चोदूँगा।